"कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान 415": अवतरणों में अंतर
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-[[सरस्वती देवी|सरस्वती]] | -[[सरस्वती देवी|सरस्वती]] | ||
-[[लक्ष्मी]] | -[[लक्ष्मी]] | ||
||[[चित्र:Durga-Devi.jpg|right|border|80px|दुर्गा]]'दुर्गा' [[पार्वती देवी|पार्वती]] का दूसरा नाम है। हिन्दुओं के [[शाक्त सम्प्रदाय]] में भगवती दुर्गा को ही दुनिया की पराशक्ति और सर्वोच्च [[देवता]] माना जाता है ([[शाक्त सम्प्रदाय]] ईश्वर को देवी के रूप में मानता है)। [[वेद|वेदों]] में तो [[दुर्गा]] का कोई ज़िक्र नहीं है, मगर [[उपनिषद]] में देवी 'उमा हैमवती' [[उमा]], [[हिमालय]] की पुत्री का वर्णन है। [[पुराण]] में दुर्गा को आदिशक्ति माना गया है। दुर्गा असल में [[शिव]] की पत्नी [[पार्वती देवी|पार्वती]] का एक रूप हैं, जिसकी उत्पत्ति देवताओं की प्रार्थना पर राक्षसों का नाश करने के लिये हुई थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दुर्गा]] | |||
{प्रसिद्ध [[ऐरावत|गजराज ऐरावत]] का नाम 'ऐरावत' कैसे पड़ा? | {प्रसिद्ध [[ऐरावत|गजराज ऐरावत]] का नाम 'ऐरावत' कैसे पड़ा? | ||
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-दैवी शक्तियाँ प्राप्त होने के कारण | -दैवी शक्तियाँ प्राप्त होने के कारण | ||
-[[समुद्र]] से उत्पन्न होने के कारण | -[[समुद्र]] से उत्पन्न होने के कारण | ||
||[[चित्र:Airavata.jpg|right|border|80px|ऐरावत]]'ऐरावत' [[देवता|देवताओं]] के राजा [[इन्द्र]] के [[हाथी]] का नाम है। यह हाथी देवताओं और [[असुर|असुरों]] द्वारा किये गए [[समुद्र मंथन]] के दौरान निकली चौदह मूल्यवान वस्तुओं में से एक था। मंथन से प्राप्त [[रत्न|रत्नों]] के बँटवारे के समय [[ऐरावत]] को इन्द्र को दे दिया गया था। ऐरावत के और भी कई अन्य नाम हैं, जैसे- 'अभ्रमातंग', 'ऐरावण', 'अभ्रभूवल्लभ', 'श्वेतहस्ति', 'मल्लनाग', 'हस्तिमल्ल', 'सदादान', 'सुदामा', 'श्वेतकुंजर', 'गजाग्रणी' तथा 'नागमल्ल'।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ऐरावत]] | |||
{किस सन्त का सम्बन्ध [[गुजरात]] से है? | {किस सन्त का सम्बन्ध [[गुजरात]] से है? | ||
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-[[मीराबाई]] | -[[मीराबाई]] | ||
-[[रामानन्द|रामदास स्वामी]] | -[[रामानन्द|रामदास स्वामी]] | ||
||[[चित्र:Narsinh-Mehta.jpg|right|border|80px|नरसी मेहता]]'नरसी मेहता' गुजराती भक्ति साहित्य के श्रेष्ठतम [[कवि]] थे। उनके कृतित्व और व्यक्तित्व की महत्ता के अनुरूप साहित्य के इतिहास ग्रंथों में "नरसिंह-मीरा-युग" नाम से एक स्वतंत्र काव्य काल का निर्धारण किया गया है, जिसकी मुख्य विशेषता भावप्रवण [[कृष्ण]] की भक्ति से अनुप्रेरित पदों का निर्माण है। पदप्रणेता के रूप में [[गुजराती साहित्य]] में [[नरसी मेहता]] का लगभग वही स्थान है जो [[हिन्दी]] में महाकवि [[सूरदास]] का है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[नरसी मेहता]] | |||
{ | {दीपावली का पर्व किस [[मास]] की किस [[तिथि]] को मनाया जाता है? | ||
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-[[आश्विन]] [[पूर्णिमा]] | -[[आश्विन]] [[पूर्णिमा]] | ||
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-[[कार्तिक पूर्णिमा]] | -[[कार्तिक पूर्णिमा]] | ||
+[[कार्तिक]] [[अमावस्या]] | +[[कार्तिक]] [[अमावस्या]] | ||
||[[चित्र:Diwali-1.jpg|right|border|80px|दीपावली]]'दीपावली' [[भारत]] के प्रमुख त्योहारों में से एक है। त्योहारों का जो वातावरण [[धनतेरस]] से प्रारम्भ होता है, वह आज के दिन पूरे चरम पर आता है। [[दीपावली]] की रात्रि को घरों तथा दुकानों पर भारी संख्या में [[दीपक]], मोमबत्तियां और बल्ब जलाए जाते हैं। दीपावली [[भारत]] के त्योहारों में अपना विशिष्ट स्थान रखती है। इस दिन [[महालक्ष्मी देवी|लक्ष्मी]] के पूजन का विशेष विधान है। [[ब्रह्मपुराण]] के अनुसार [[कार्तिक]] [[अमावस्या]] की इस अंधेरी रात्रि अर्थात् अर्धरात्रि में महालक्ष्मी स्वयं भूलोक में आती हैं और प्रत्येक सद्गृहस्थ के घर में विचरण करती हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दीपावली]] | |||
{ | {'कुण्डग्राम' का सम्बन्ध किस महापुरुष से है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[बुद्ध|भगवान बुद्ध]] | -[[बुद्ध|भगवान बुद्ध]] | ||
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-[[शिवाजी|छत्रपति शिवाजी]] | -[[शिवाजी|छत्रपति शिवाजी]] | ||
-[[राणा प्रताप]] | -[[राणा प्रताप]] | ||
||[[चित्र:Mahaveer.jpg|right|border|80px|महावीर]]'महावीर' [[जैन धर्म]] के [[प्रवर्तक]] [[ऋषभनाथ तीर्थंकर|भगवान ऋषभनाथ]] की परम्परा में 24वें जैन [[तीर्थंकर]] थे। वे अहिंसा के मूर्तिमान प्रतीक थे। [[महावीर|महावीर स्वामी]] का जीवन काल 599 ई. ईसा पूर्व से 527 ई. ईसा पूर्व तक माना जाता है। उनका जन्म [[वैशाली]] गणतंत्र के कुण्डलपुर में [[इक्ष्वाकु वंश]] के क्षत्रिय राजा सिद्धार्थ और [[त्रिशला|रानी त्रिशला]] के यहाँ [[चैत्र]] [[शुक्ल पक्ष|शुक्ल]] [[त्रयोदशी|तेरस]] को हुआ था। बचपन में महावीर का नाम 'वर्धमान' था, लेकिन बाल्यकाल से ही यह साहसी, तेजस्वी, ज्ञान पिपासु और अत्यंत बलशाली होने के कारण 'महावीर' कहलाए।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महावीर]] | |||
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05:48, 28 जनवरी 2020 के समय का अवतरण
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- इस विषय से संबंधित लेख पढ़ें:- कला प्रांगण, कला कोश, संस्कृति प्रांगण, संस्कृति कोश, धर्म प्रांगण, धर्म कोश
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