"साँचा:तिथि क्रम कोलकाता सूची1": अवतरणों में अंतर
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| 15वीं शताब्दी | | style="width:15%"|15वीं शताब्दी | ||
| कोलकाता का ज़िक्र | | style="width:85%"|कोलकाता का ज़िक्र बिप्रदास के 15वीं शताब्दी के प्रसिद्ध उपन्यास 'मानस मंगल' में पाया जाता है। उपन्यास के चरित्र 'चाँद सौदागर सप्तग्राम' के मार्ग में पड़ने वाले कालीघाट के काली देवी के मन्दिर में पूजा करने जाते हैं। | ||
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| बादशाह [[अकबर]] के नवरत्नों में से एक, | | बादशाह [[अकबर]] के नवरत्नों में से एक, अबुल फ़ज़ल द्वारा लिखे 'आइने-अकबरी' में सतगाँव (सप्तग्राम) राज्य में कलकत्ता का ज़िक्र आता है। | ||
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| ईस्ट इंडिया कम्पनी ने कलकत्ता का राजधानी के रूप में विकास | | ईस्ट इंडिया कम्पनी ने कलकत्ता का राजधानी के रूप में विकास शुरू किया। | ||
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| 1707 | | 1707 | ||
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| 1818 | | 1818 | ||
| पहली बंगाली पत्रिका "दिगदर्शन" का प्रकाशन श्रीरामपुर में डेविड हरे की मदद से हुआ | | पहली बंगाली पत्रिका "दिगदर्शन" का प्रकाशन श्रीरामपुर में डेविड हरे की मदद से हुआ | ||
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10:33, 24 मार्च 2011 के समय का अवतरण
वर्ष | तिथि क्रम |
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