"बृहत्पराशर स्मृति": अवतरणों में अंतर
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10:10, 21 मार्च 2011 के समय का अवतरण
- 12 अध्यायों वाली इस स्मृति के वक्ता महात्मा सुव्रत को माना गया है- 'पराशरोदितं धर्मशास्त्रं प्रोवाच सुव्रत'।[1] मुख्यरूपेण-
- वर्णाश्रमधर्म,
- आचार,
- सन्ध्या,
- स्नान,
- जपादिषट्कर्म,
- श्राद्ध,
- तर्पण प्रणव,
- महिमा,
- स्वरूप,
- गायत्री पुरश्चरण,
- देवार्चन विधि,
- वैश्वदेव,
- आतिथ्य,
- गोमहिमा,
- शौच,
- प्रतिग्रहादि,
- शुद्धि,
- अशौच,
- प्रायश्चित्त,
- षौड्श दानादि एवं
- अध्यात्म ज्ञान वर्णित है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पराशर स्मृति 12/377