"रवाकरण": अवतरणों में अंतर
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([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Crystallisation) [[रसायन विज्ञान]] में रवाकरण विधि के द्वारा [[अकार्बनिक]] [[ठोस]] [[मिश्रण]] को अलग किया जाता है। इस विधि में अशुद्ध ठोस मिश्रण को उचित विलायक के साथ मिलाकर गर्म किया जाता है तथा गर्म अवस्था में ही कीप द्वारा छान लिया जाता है। छानने के बाद विलयन को कम ताप पर धीरे-धीरे ठण्डा किया जाता है। ठण्डा होने पर शुद्ध पदार्थ रवे (क्रिस्टल) के रूप में | ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Crystallisation) [[रसायन विज्ञान]] में रवाकरण विधि के द्वारा [[अकार्बनिक]] [[ठोस]] [[मिश्रण]] को अलग किया जाता है। इस विधि में अशुद्ध ठोस मिश्रण को उचित विलायक के साथ मिलाकर गर्म किया जाता है तथा गर्म अवस्था में ही कीप द्वारा छान लिया जाता है। छानने के बाद विलयन को कम [[ताप]] पर धीरे-धीरे ठण्डा किया जाता है। ठण्डा होने पर शुद्ध पदार्थ रवे (क्रिस्टल) के रूप में विलियन से पृथक हो जाता है। जैसे- शर्करा और [[नमक]] के मिश्रण को [[इथाइल अल्कोहल]] में 348 केल्विन (K) ताप पर गर्म कर इस विधि द्वारा अलग किया जाता है। | ||
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08:03, 26 जून 2011 का अवतरण
(अंग्रेज़ी:Crystallisation) रसायन विज्ञान में रवाकरण विधि के द्वारा अकार्बनिक ठोस मिश्रण को अलग किया जाता है। इस विधि में अशुद्ध ठोस मिश्रण को उचित विलायक के साथ मिलाकर गर्म किया जाता है तथा गर्म अवस्था में ही कीप द्वारा छान लिया जाता है। छानने के बाद विलयन को कम ताप पर धीरे-धीरे ठण्डा किया जाता है। ठण्डा होने पर शुद्ध पदार्थ रवे (क्रिस्टल) के रूप में विलियन से पृथक हो जाता है। जैसे- शर्करा और नमक के मिश्रण को इथाइल अल्कोहल में 348 केल्विन (K) ताप पर गर्म कर इस विधि द्वारा अलग किया जाता है।
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