"रवाकरण": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति")
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Crystallisation) [[रसायन विज्ञान]] में रवाकरण विधि के द्वारा [[अकार्बनिक]] [[ठोस]] [[मिश्रण]] को अलग किया जाता है। इस विधि में अशुद्ध ठोस मिश्रण को उचित विलायक के साथ मिलाकर गर्म किया जाता है तथा गर्म अवस्था में ही कीप द्वारा छान लिया जाता है। छानने के बाद विलयन को कम ताप पर धीरे-धीरे ठण्डा किया जाता है। ठण्डा होने पर शुद्ध पदार्थ रवे (क्रिस्टल) के रूप में विलियन से पृथक हो जाता है। जैसे- शर्करा और [[नमक]] के मिश्रण को [[इथाइल अल्कोहल]] में 348 केल्विन (K) ताप पर गर्म कर इस विधि द्वारा अलग किया जाता है।
([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Crystallisation) [[रसायन विज्ञान]] में रवाकरण विधि के द्वारा [[अकार्बनिक]] [[ठोस]] [[मिश्रण]] को अलग किया जाता है। इस विधि में अशुद्ध ठोस मिश्रण को उचित विलायक के साथ मिलाकर गर्म किया जाता है तथा गर्म अवस्था में ही कीप द्वारा छान लिया जाता है। छानने के बाद विलयन को कम [[ताप]] पर धीरे-धीरे ठण्डा किया जाता है। ठण्डा होने पर शुद्ध पदार्थ रवे (क्रिस्टल) के रूप में विलियन से पृथक हो जाता है। जैसे- शर्करा और [[नमक]] के मिश्रण को [[इथाइल अल्कोहल]] में 348 केल्विन (K) ताप पर गर्म कर इस विधि द्वारा अलग किया जाता है।


{{प्रचार}}
{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति
|आधार=आधार1
|आधार=  
|प्रारम्भिक=
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1
|माध्यमिक=
|माध्यमिक=
|पूर्णता=
|पूर्णता=

08:03, 26 जून 2011 का अवतरण

(अंग्रेज़ी:Crystallisation) रसायन विज्ञान में रवाकरण विधि के द्वारा अकार्बनिक ठोस मिश्रण को अलग किया जाता है। इस विधि में अशुद्ध ठोस मिश्रण को उचित विलायक के साथ मिलाकर गर्म किया जाता है तथा गर्म अवस्था में ही कीप द्वारा छान लिया जाता है। छानने के बाद विलयन को कम ताप पर धीरे-धीरे ठण्डा किया जाता है। ठण्डा होने पर शुद्ध पदार्थ रवे (क्रिस्टल) के रूप में विलियन से पृथक हो जाता है। जैसे- शर्करा और नमक के मिश्रण को इथाइल अल्कोहल में 348 केल्विन (K) ताप पर गर्म कर इस विधि द्वारा अलग किया जाता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध