"नवसाहसांकचरित": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति") |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==") |
||
पंक्ति 11: | पंक्ति 11: | ||
|शोध= | |शोध= | ||
}} | }} | ||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> |
09:42, 21 मार्च 2011 का अवतरण
- यह प्राचीन संस्कृत ग्रंथ है।
- ग्यारहवीं शती ई. में पदमगुप्त परिमल द्वारा रचित इस ग्रंथ से परमार वंश, सिंधुराज नवसाहसांक के इतिहास के विषय में जानकारी मिलती है।
- इस ग्रंथ को संस्कृति साहित्य का प्रथम ऐतिहासिक महाकाव्य माना जाता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ