"खंडेरी दुर्ग": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - " रुप " to " रूप ") |
No edit summary |
||
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति | ||
|आधार= | |आधार= | ||
|प्रारम्भिक= | |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 | ||
|माध्यमिक= | |माध्यमिक= | ||
|पूर्णता= | |पूर्णता= | ||
पंक्ति 16: | पंक्ति 16: | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | |||
{{महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल}} | |||
[[Category:महाराष्ट्र]][[Category:महाराष्ट्र के ऐतिहासिक स्थान]] [[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:महाराष्ट्र]][[Category:महाराष्ट्र के ऐतिहासिक स्थान]] [[Category:इतिहास कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
11:09, 19 जनवरी 2011 का अवतरण
- खंडेरी का दुर्ग महाराष्ट्र में मुंबई से 20 किमी दक्षिण में एक द्धीप पर स्थित है।
- यह दुर्ग सुदृढ़ प्राचीर से घिरा हुआ है।
- शिवाजी ने दक्षिण में जंजीरा के सिद्दियों और उत्तर में बंबई के अंग्रेज़ों दोनों ने ही इस दुर्ग को अनेकों बार मराठों से छीनने का प्रयास किया किंतु असफल रहे।
- अंग्रेज़ों के बढ़ते प्रभाव के साथ ही खंडेरी महत्वहीन होकर पतन की ओर अग्रसर को गया।
- दुर्ग की मूल संरचना समय के आघातों को सहकर आज भी एक रहस्य के साथ सुरक्षित है।
- सम्प्रति, खंडेरी द्धीप एक प्रकाश के रूप मे खड़ा है।
|
|
|
|
|