"हिन्दी सामान्य ज्ञान 8": अवतरणों में अंतर
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- रंग बदना | - रंग बदना | ||
{ | {'नमक का दरोगा' कहानी के लेखक हैं- | ||
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- | -[[जयशंकर प्रसाद]] | ||
+ | +[[मुंशी प्रेमचंद|प्रेमचंद]] | ||
- | -गुलाब राय | ||
- | -[[रामचन्द्र शुक्ल]] | ||
|| [[चित्र:Premchand.jpg|right|150px|मुंशी प्रेमचंद]] [[भारत]] के उपन्यास सम्राट '''मुंशी प्रेमचंद''' (जन्म- [[31 जुलाई]], [[1880]] - मृत्यु- [[8 अक्टूबर]], [[1936]]) के युग का विस्तार सन 1880 से 1936 तक है। यह कालखण्ड भारत के इतिहास में बहुत महत्त्व का है। इस युग में भारत का स्वतंत्रता-संग्राम नई मंज़िलों से गुज़रा।<br />प्रेमचंद का वास्तविक नाम '''धनपत राय श्रीवास्तव''' था। वे एक सफल लेखक, देशभक्त नागरिक, कुशल वक्ता, ज़िम्मेदार संपादक और संवेदनशील रचनाकार थे। बीसवीं शती के पूर्वार्द्ध में जब [[हिन्दी]] में काम करने की तकनीकी सुविधाएँ नहीं थीं फिर भी इतना काम करने वाला लेखक उनके सिवा कोई दूसरा नहीं हुआ। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[मुंशी प्रेमचंद|प्रेमचंद]] | |||
{वीरगाथा काल के सर्वश्रेष्ठ कवि माने जाते हैं- | {वीरगाथा काल के सर्वश्रेष्ठ कवि माने जाते हैं- | ||
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-विद्यापति | -विद्यापति | ||
-जयदेव | -जयदेव | ||
|| उसका जन्म [[लाहौर]] में हुआ था, वह जाति का राव या भाट था। [[दिल्ली]] और [[अजमेर]] के शासक [[पृथ्वीराज चौहान]] के दरबारी कवि के रूप में इनकी प्रसिद्धि है। बाद में यह अजमेर-दिल्ली के सुविख्यात हिन्दू नरेश पृथ्वीराज का सम्माननीय सखा, राजकवि और सहयोगी हो गया था। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[चन्दबरदाई]] | |||
{[[कबीरदास]] की भाषा क्या थी? | {[[कबीरदास]] की भाषा क्या थी? | ||
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+[[सूर्यकांत त्रिपाठी निराला|सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला']] | +[[सूर्यकांत त्रिपाठी निराला|सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला']] | ||
-[[महादेवी वर्मा]] | -[[महादेवी वर्मा]] | ||
|| [[चित्र:Suryakant Tripathi Nirala.jpg|सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'|100px|right]] [[हिन्दी]] के छायावादी कवियों में 'सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला' कई दृष्टियों से विशेष महत्त्वपूर्ण हैं। वे एक कवि, उपन्यासकार, निबन्धकार और कहानीकार थे। उन्होंने कई रेखाचित्र भी बनाये। उनका व्यक्तित्व अतिशय विद्रोही और क्रान्तिकारी तत्त्वों से निर्मित हुआ है। | |||
{'अतीत के चलचित्र' के रचयिता हैं- | {'अतीत के चलचित्र' के रचयिता हैं- | ||
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-[[सुमित्रानंदन पंत]] | -[[सुमित्रानंदन पंत]] | ||
-[[सूर्यकांत त्रिपाठी निराला]] | -[[सूर्यकांत त्रिपाठी निराला]] | ||
|| [[चित्र:Mahadevi-verma.png|महादेवी वर्मा|100px|right]] महादेवी वर्मा , [[हिंदी भाषा]] की प्रख्यात कवयित्री हैं। महादेवी वर्मा की गिनती हिंदी कविता के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभ [[सुमित्रानन्दन पन्त]], [[जयशंकर प्रसाद]] और [[सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला]] के साथ की जाती है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[महादेवी वर्मा]] | |||
{'पल्लव' के रचयिता हैं- | {'पल्लव' के रचयिता हैं- | ||
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+[[रामचन्द्र शुक्ल]] | +[[रामचन्द्र शुक्ल]] | ||
-[[अयोध्यासिंह उपाध्याय|हरिऔध]] | -[[अयोध्यासिंह उपाध्याय|हरिऔध]] | ||
|| [[चित्र:RamChandraShukla.jpg|100px|right|रामचन्द्र शुक्ल]]रामचन्द्र शुक्ल जी का जन्म [[बस्ती ज़िला|बस्ती ज़िले]] के अगोना नामक गाँव में सन 1884 ई. में हुआ था। सन 1888 ई. में वे अपने पिता के साथ राठ हमीरपुर गये तथा वहीं पर विद्याध्ययन प्रारम्भ किया। सन 1892 ई. में उनके पिता की नियुक्ति मिर्ज़ापुर में सदर क़ानूनगो के रूप में हो गई और वे पिता के साथ [[मिर्ज़ापुर]] आ गये। | |||
{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[रामचन्द्र शुक्ल]] | |||
{निम्नलिखित में से सबसे पहले अपनी आत्मकथा हिन्दी में किसने लिखी? | {निम्नलिखित में से सबसे पहले अपनी आत्मकथा [[हिन्दी]] में किसने लिखी? | ||
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-[[श्यामसुन्दर दास]] | -[[श्यामसुन्दर दास]] | ||
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-श्रृंगारिक | -श्रृंगारिक | ||
{ | {[[भक्तिकाल]] की रामाश्रयी शाखा के निम्नलिखित में से कौन-से कवि हैं? | ||
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-[[सूरदास]] | |||
- | -[[मीराबाई]] | ||
- | -[[मलिक मुहम्मद जायसी|जायसी]] | ||
- | +[[तुलसीदास]] | ||
|| [[चित्र:Tulsidas.jpg|right|70px|गोस्वामी तुलसीदास]] गोस्वामी तुलसीदास [1497(1532?) - 1623] एक महान कवि थे। उनका जन्म राजापुर, (वर्तमान बाँदा ज़िला) [[उत्तर प्रदेश]] में हुआ था। तुलसी का बचपन बड़े कष्टों में बीता। माता-पिता दोनों चल बसे और इन्हें भीख मांगकर अपना पेट पालना पड़ा था। इसी बीच इनका परिचय राम-भक्त साधुओं से हुआ और इन्हें ज्ञानार्जन का अनुपम अवसर मिल गया। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तुलसीदास]] | |||
{प्रथम सूफ़ी प्रेमाख्यानक काव्य के रचयिता हैं- | {प्रथम सूफ़ी प्रेमाख्यानक काव्य के रचयिता हैं- | ||
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-[[शिवपूजन सहाय]] | -[[शिवपूजन सहाय]] | ||
-[[जयशंकर प्रसाद]] | -[[जयशंकर प्रसाद]] | ||
|| [[चित्र:Premchand.jpg|right|80px|मुंशी प्रेमचंद]] [[भारत]] के उपन्यास सम्राट '''मुंशी प्रेमचंद''' (जन्म- [[31 जुलाई]], [[1880]] - मृत्यु- [[8 अक्टूबर]], [[1936]]) के युग का विस्तार सन 1880 से 1936 तक है। यह कालखण्ड भारत के इतिहास में बहुत महत्त्व का है। इस युग में भारत का स्वतंत्रता-संग्राम नई मंज़िलों से गुज़रा।<br />प्रेमचंद का वास्तविक नाम '''धनपत राय श्रीवास्तव''' था। वे एक सफल लेखक, देशभक्त नागरिक, कुशल वक्ता, ज़िम्मेदार संपादक और संवेदनशील रचनाकार थे। बीसवीं शती के पूर्वार्द्ध में जब [[हिन्दी]] में काम करने की तकनीकी सुविधाएँ नहीं थीं फिर भी इतना काम करने वाला लेखक उनके सिवा कोई दूसरा नहीं हुआ। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[मुंशी प्रेमचंद|प्रेमचंद]] | |||
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05:49, 14 जनवरी 2011 का अवतरण
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