"हर्म्य": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{शब्द संदर्भ लघु | {{शब्द संदर्भ लघु | ||
|हिन्दी=राज-भवन | |हिन्दी=राज-भवन, नरक, तंदूर, आग का कुंड, यंत्रणा स्थान, कोई भी विशाल भवन या बड़ी इमारत, अंगीठी, चूल्हा, बहुत बड़ा मकान | ||
|व्याकरण=पुल्लिंग। | |व्याकरण=पुल्लिंग। | ||
|उदाहरण=<poem>हर्म्यपृष्ठं समारूढः काकोऽपि गरुडायते- '''सुभाषित रत्नाकर'''</poem> | |उदाहरण=<poem>हर्म्यपृष्ठं समारूढः काकोऽपि गरुडायते- '''सुभाषित रत्नाकर'''</poem> | ||
|विशेष= | |विशेष= | ||
|पर्यायवाची= | |पर्यायवाची=महल, हवेली | ||
|संस्कृत='''[हृ+यत्, मुट् च]''', प्रासाद | |संस्कृत='''[हृ+यत्, मुट् च]''', प्रासाद | ||
|अन्य ग्रंथ= | |अन्य ग्रंथ= | ||
}} | }} |
07:24, 16 जनवरी 2011 का अवतरण
हिन्दी | राज-भवन, नरक, तंदूर, आग का कुंड, यंत्रणा स्थान, कोई भी विशाल भवन या बड़ी इमारत, अंगीठी, चूल्हा, बहुत बड़ा मकान |
-व्याकरण | पुल्लिंग। |
-उदाहरण | हर्म्यपृष्ठं समारूढः काकोऽपि गरुडायते- सुभाषित रत्नाकर |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | महल, हवेली |
संस्कृत | [हृ+यत्, मुट् च], प्रासाद |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
संबंधित लेख |