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*यह एक अत्यंत क्रियाशील गैस है।  
*यह एक अत्यंत क्रियाशील गैस है।  
*संयुक्त अवस्था में यह साधारण नमक (सोडियम क्लोराइड) में पायी जाती है। व स्वतंत्र अवस्था में ज्वालामुखी पर्वतों से निकली गैसों में उपस्थित रहती है।  
*संयुक्त अवस्था में यह साधारण नमक (सोडियम क्लोराइड) में पायी जाती है। व स्वतंत्र अवस्था में ज्वालामुखी पर्वतों से निकली गैसों में उपस्थित रहती है।  
*इस गैस के औद्योगिक निर्माण के लिये वेल्डन, डीकन आदि प्रक्रियाओं का प्रयोग किया जाता है।  
*इस गैस के औद्योगिक निर्माण के लिये वेल्डन, डीकन आदि प्रक्रियाओं का प्रयोग किया जाता है।  
*शुष्क व बुझे चूने में क्लोरिन गैस प्रवाहित करने पर विरंजक चूर्ण का निर्माण होता है।  
*शुष्क व बुझे चूने में क्लोरिन गैस प्रवाहित करने पर विरंजक चूर्ण का निर्माण होता है।  
*यह एक तीव्र विरंजक गैस है व [[रंग|रंगीन]] कपड़ों, [[फूल|फूलों]] आदि का रंग उड़ा देती है। यह गैस कीटाणु नाशक के रूप में, आक्सीकारक के रूप में प्रयोग की जाती है।
*यह एक तीव्र विरंजक गैस है व [[रंग|रंगीन]] कपड़ों, [[फूल|फूलों]] आदि का रंग उड़ा देती है।  
 
*यह गैस कीटाणु नाशक के रूप में, आक्सीकारक के रूप में प्रयोग की जाती है।


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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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05:44, 18 फ़रवरी 2011 का अवतरण

  • (अंग्रेज़ी:Chlorine) क्लोरीन इस गैस की खोज सर्वप्रथम शीले ने की थी।
  • यह एक अत्यंत क्रियाशील गैस है।
  • संयुक्त अवस्था में यह साधारण नमक (सोडियम क्लोराइड) में पायी जाती है। व स्वतंत्र अवस्था में ज्वालामुखी पर्वतों से निकली गैसों में उपस्थित रहती है।
  • इस गैस के औद्योगिक निर्माण के लिये वेल्डन, डीकन आदि प्रक्रियाओं का प्रयोग किया जाता है।
  • शुष्क व बुझे चूने में क्लोरिन गैस प्रवाहित करने पर विरंजक चूर्ण का निर्माण होता है।
  • यह एक तीव्र विरंजक गैस है व रंगीन कपड़ों, फूलों आदि का रंग उड़ा देती है।
  • यह गैस कीटाणु नाशक के रूप में, आक्सीकारक के रूप में प्रयोग की जाती है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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