"नटराज": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "Category:हिन्दू धर्म" to "") |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "Category:हिन्दू धर्म कोश" to "Category:हिन्दू धर्म Category:हिन्दू धर्म कोश ") |
||
पंक्ति 22: | पंक्ति 22: | ||
{{भारतीय संस्कृति के प्रतीक}} | {{भारतीय संस्कृति के प्रतीक}} | ||
[[Category:हिन्दू धर्म कोश]] | [[Category:हिन्दू धर्म]] [[Category:हिन्दू धर्म कोश]] | ||
[[Category:पौराणिक कोश]] | [[Category:पौराणिक कोश]] | ||
[[Category:धार्मिक चिन्ह]] | [[Category:धार्मिक चिन्ह]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
14:25, 20 फ़रवरी 2011 का अवतरण
- 'नटराज' शिव के 'तांडव नृत्य' का प्रतीक है।
- चिदंबरम के गोपुर में तांडव के 108 रूप अंकित किए गये हैं। इस मूर्ति के एक एक अवयव, एक एक रेखा को वाचा प्राप्त है।
- डमरू से हमारी वर्णमाला प्रकट होती है।
- चारों वाणी (परा, पश्यंती, मध्यमा, वैखरी) तथा 84 लाख योनियों के सर्जक शिव हैं।
- शिव के दूसरे हाथ में स्थित अग्नि मलिनता दूर करती है।
- तीसरा हाथ 'अभय मुद्रा' दर्शाती है। ऊपर उठा हाथ कहता है - ' मुक्ति की कामना हो तो माया मोह से दूर होकर ऊंचा उठो।
- 'प्रभामंडल' प्रकृति का प्रतीक है।
- नटराज का यह नृत्य विश्व की पांच महान क्रियाओं का निर्देशक है - सृष्टि, स्थिति, प्रलय, तिरोभाव (अदृश्य, अंतर्हित) और अनुग्रह।
- नटराज की मूर्ति में धर्म, शास्त्र और कला का अनूठा संगम है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
सम्बंधित लेख