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|अन्य विवरण=मानव जाति के इतिहास में लेखन-सामग्री ने बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है। लेखन-सामग्री ने न केवल मानव संस्कृति व इतिहास को सुरक्षित रखने में योगदान दिया है, बल्कि लिपि, [[भाषा]] और मनुष्य की चिंतनधारा को भी काफ़ी गहराई से प्रभावित किया है। अतः प्राचीन लेखन-सामग्री को जानने का मतलब है, प्राचीन [[संस्कृति]] को ठीक से समझना।  
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चित्र जानकारी
विवरण (Description) चित्रकार और सुलिपिकार अपने-अपने काम करते हुए, अख़लाक़-इ नासिरी (लगभग 1590-95 ई.) का एक चित्र, प्रिंस सदरुद्दीन आगा ख़ान संग्रह, जेनेवा
अन्य विवरण मानव जाति के इतिहास में लेखन-सामग्री ने बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है। लेखन-सामग्री ने न केवल मानव संस्कृति व इतिहास को सुरक्षित रखने में योगदान दिया है, बल्कि लिपि, भाषा और मनुष्य की चिंतनधारा को भी काफ़ी गहराई से प्रभावित किया है। अतः प्राचीन लेखन-सामग्री को जानने का मतलब है, प्राचीन संस्कृति को ठीक से समझना।




चित्र का इतिहास

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दिनांक/समयअंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल)आकारसदस्यटिप्पणी
वर्तमान08:05, 3 मार्च 201108:05, 3 मार्च 2011 के संस्करण का थंबनेल संस्करण885 × 1,288 (373 KB)फ़ौज़िया ख़ान (वार्ता | योगदान)

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