"अफ़ग़ान": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
*[[दिल्ली]] के जिन सुल्तानों ने 1200 से 1526 ई. तक यहाँ राज्य किया।, वे सभी अफ़ग़ान अथवा पठान पुकारे जाते थे। लेकिन उनमें से अधिकांश [[तुर्की]] थे। | *[[दिल्ली]] के जिन सुल्तानों ने 1200 से 1526 ई. तक यहाँ राज्य किया।, वे सभी अफ़ग़ान अथवा पठान पुकारे जाते थे। लेकिन उनमें से अधिकांश [[तुर्की]] थे। | ||
*केवल [[लोदी राजवंश]] के सुल्तान (1450-1526 ई.) ही असल पठान थे। | *केवल [[लोदी राजवंश]] के सुल्तान (1450-1526 ई.) ही असल पठान थे। | ||
*प्रथम [[मुग़ल]] बादशाह [[बाबर]] ने [[पानीपत | *प्रथम [[मुग़ल]] बादशाह [[बाबर]] ने [[पानीपत युद्ध प्रथम|पानीपत की पहली लड़ाई]] में [[भारत]] से [[पठान]] शासन का अन्त कर दिया। | ||
*[[शेरशाह सूरी]] ने दुबारा पठान राज्य स्थापित किया और पानीपत की दूसरी लड़ाई को जीतकर [[अकबर]] ने उसे समाप्त कर दिया। | *[[शेरशाह सूरी]] ने दुबारा पठान राज्य स्थापित किया और पानीपत की दूसरी लड़ाई को जीतकर [[अकबर]] ने उसे समाप्त कर दिया। | ||
*[[अकबर ख़ाँ]] ने प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध (1841-43) के दौरान अफ़ग़ानों को संगठित कर [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] के हमले का मुक़ाबला करने में ख़ास हिस्सा लिया था। | *[[अकबर ख़ाँ]] ने प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध (1841-43) के दौरान अफ़ग़ानों को संगठित कर [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] के हमले का मुक़ाबला करने में ख़ास हिस्सा लिया था। |
06:35, 17 मार्च 2011 का अवतरण
- उन पर्वतीय जन-जातियों के लिए प्रचलित शब्द जो न केवल अफ़ग़ानिस्तान में बसती है, बल्कि पश्चिमोत्तर सीमा प्रान्तों में भी रहती है।
- इतिहास के आरम्भ काल से भारत के साथ इस दुर्धर्ष जाति के सम्बन्ध मित्रता के भी रहे और शत्रुता के भी।
- भारत की सम्पदा पर लुब्ध होकर ये लोग व्यापारियों और लुटेरे दोनों रूपों में भारत आते रहे।
- सुल्तान महमूद गजनवी पहला अफ़ग़ान सुल्तान था, जिसने भारत पर आक्रमण किया।
- शहाबुद्दीन मुहम्मद ग़ोरी पहला अफ़ग़ान सुल्तान था, जिसने भारत में मुसलमानी शासन की नींव डाली।
- दिल्ली के जिन सुल्तानों ने 1200 से 1526 ई. तक यहाँ राज्य किया।, वे सभी अफ़ग़ान अथवा पठान पुकारे जाते थे। लेकिन उनमें से अधिकांश तुर्की थे।
- केवल लोदी राजवंश के सुल्तान (1450-1526 ई.) ही असल पठान थे।
- प्रथम मुग़ल बादशाह बाबर ने पानीपत की पहली लड़ाई में भारत से पठान शासन का अन्त कर दिया।
- शेरशाह सूरी ने दुबारा पठान राज्य स्थापित किया और पानीपत की दूसरी लड़ाई को जीतकर अकबर ने उसे समाप्त कर दिया।
- अकबर ख़ाँ ने प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध (1841-43) के दौरान अफ़ग़ानों को संगठित कर अंग्रेज़ों के हमले का मुक़ाबला करने में ख़ास हिस्सा लिया था।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ