"भग": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
छो (Adding category Category:हिन्दू धर्म कोश (को हटा दिया गया हैं।)) |
छो (Adding category Category:हिन्दू देवी देवता और अवतार (को हटा दिया गया हैं।)) |
||
पंक्ति 25: | पंक्ति 25: | ||
[[Category:हिन्दू धर्म]] | [[Category:हिन्दू धर्म]] | ||
[[Category:हिन्दू धर्म कोश]] | [[Category:हिन्दू धर्म कोश]] | ||
[[Category:हिन्दू देवी देवता और अवतार]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
07:48, 20 अप्रैल 2011 का अवतरण
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
- भग द्वादश आदित्य देवताओं में से एक हैं। इस शब्द का साधारण अर्थ है 'देने वाला'।
- ऋग्वेद में इस देवता की विधर्ता, विभक्ता, भगवान इत्यादि उपाधियाँ पाई जाती हैं। वास्तव में यह समृद्धि और ऐश्वर्य का देवता है।
- वरुण के साथ इसका उल्लेख पाया जाता है।
- उषा भग की बहन (भगिनी) हैं, जो स्वयं जागृति और समृद्धि की देवी हैं।
- यास्क[1] के अनुसार भग सूर्य का वह रूप है जो पूर्वाह्न की अध्यक्षता करता है।
- प्राचीन ईरानी भाषा में भग (बध) 'अहुरमज्द' का एक विशेषण है।
- स्लोवानिक (यूरोपीय आर्य) भाषा में ईश्वर का एक नाम भग (बोगु) है।
- इस देवता का व्यक्तित्व स्पष्ट और विकसित नहीं हुआ है। आगे चलकर परमात्मा के ऐश्वर्य अर्थ में इसका विलय हो गया और परमात्मा को 'भगवान' कहा जाने लगा।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ यास्क (निरुक्त, 12.13)