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<poem>suhaanee chaandanee raaten/ सुहानी चाँदनी रातें,  
<poem>सुहानी चाँदनी रातें, हमें सोने नहीं देतीं
humein sone naheen detee/ हमे सोने नहीं देती।
तुम्हारे प्यार की बातें, हमें सोने नहीं देतीं
suhaanee chaandanee raaten/ सुहानी चाँदनी रातें,
सुहानी चाँदनी रातें, हमें सोने नहीं देतीं
humein sone naheen detee/ हमे सोने नहीं देती।
tumhaare pyaar kee baaten/ तुम्हारे प्यार की बातें,
humein sone naheen detee/ हमें सोने नहीं देती।


suhaanee chaandanee raaten/ सुहानी चाँदनी रातें,  
तुम्हारे रेशमी जुल्फ़ों में दिल के फूल खिलते थे
humein sone naheen detee/ हमे सोने नहीं देती।
इन्हीं फूलों के मौसम में हम तुम भी मिलते थे
tumhaare pyaar kee baaten/ तुम्हारे प्यार की बातें,
पुरानी वो मुलाकातें, हमें सोने नही देतीं
humein sone naheen detee/ हमें सोने नहीं देती।
तुम्हारे प्यार की बातें, हमें सोने नहीं देतीं
सुहानी चाँदनी रातें ...


tumhaaree reshamee julfon mein/ तुम्हारी रेशमी ज़ुल्फो में,
कहीं ऐसा न हो लग जाये आग दिल में पानी से
dil ke fool khilate the/ दिल के फुल खिलते थे।
बदल ले रास्ता अपना घटाएं मेहरबानी से
tumhaaree reshamee julfon mein/ तुम्हारी रेशमी ज़ुल्फो में,
कि यादों की ये बरसातें, हमें सोने नहीं देतीं
dil ke fool khilate the/ दिल के फुल खिलते थे।
तुम्हारे प्यार की बातें, हमें सोने नहीं देतीं
kahee foolon ke mausam me/ कहीं फुलों के मौसिम में,
सुहानी चाँदनी रातें ...
kabhee hum tum bhee milate the/ कभी हम तुम भी मिलते थे।
puraanee wo mulaakaaten/ पुरानी वो मुलाक़ाते,
humein sone naheen detee/ हमें सोने नहीं देती।
suhaanee chaandanee raaten/ सुहानी चाँदनी रातें,
humein sone naheen detee/ हमे सोने नहीं देती।


kahee ayesaa n ho lag jaaye/ कहीं ऐसा ना हो लग जाये,
 
dil mein aag paanee se/ दिल में आग पानी से।
</poem>
kahee ayesaa n ho lag jaaye/ कहीं ऐसा ना हो लग जाये,
dil mein aag paanee se/ दिल में आग पानी से।
badal le raasataa apanaa/ बदल ले रासता अपना,
ghataayen meharabaanee se/ घताये मेहरबानी से।
ke yaadon kee ye barasaaten/ की यादों की ये बरसाते,
humein sone naheen detee/ हमें सोने नहीं देती</poem>





12:31, 23 अप्रैल 2011 का अवतरण

सुहानी चाँदनी रातें, हमें सोने नहीं देती

[[चित्र:||200px|center]]
फ़िल्म मुक्ती - 1977
गायक मुकेश
संगीतकार राहुलदेव बर्मन
गीतकार आनंद बक्षी
अभिनेता शशि कपूर
अभिनेत्री विद्या सिन्हा
श्रेणी शास्त्रीय गीत
राग दरबारी

सुहानी चाँदनी रातें, हमें सोने नहीं देतीं
तुम्हारे प्यार की बातें, हमें सोने नहीं देतीं
सुहानी चाँदनी रातें, हमें सोने नहीं देतीं

तुम्हारे रेशमी जुल्फ़ों में दिल के फूल खिलते थे
इन्हीं फूलों के मौसम में हम तुम भी मिलते थे
पुरानी वो मुलाकातें, हमें सोने नही देतीं
तुम्हारे प्यार की बातें, हमें सोने नहीं देतीं
सुहानी चाँदनी रातें ...

कहीं ऐसा न हो लग जाये आग दिल में पानी से
बदल ले रास्ता अपना घटाएं मेहरबानी से
कि यादों की ये बरसातें, हमें सोने नहीं देतीं
तुम्हारे प्यार की बातें, हमें सोने नहीं देतीं
सुहानी चाँदनी रातें ...