"पल पल दिल के पास तुम रहती हो": अवतरणों में अंतर
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 56: | पंक्ति 56: | ||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} | ||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | {{संदर्भ ग्रंथ}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== |
11:15, 23 अप्रैल 2011 का अवतरण
फ़िल्म | ब्लैक मेल |
गायक | किशोर कुमार |
संगीतकार | कल्याणजी - आनंदजी |
गीतकार | राजेन्द्र कृष्ण |
अभिनेता | धर्मेन्द्र |
अभिनेत्री | राखी गुलज़ार |
वर्ष | 1973 |
बाहरी कड़ियाँ | पल पल दिल के पास, तुम रहती हो(गूगल म्यूज़िक ऑनलाइन) |
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
जीवन मीठी प्यास, ये कहती हो
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
हर शाम आँखों पर, तेरा आँचल लहराए
हर रात यादों की, बारात ले आए
मैं सांस लेता हूँ, तेरी खुशबू आती है
एक महका महका सा, पैगाम लाती है
मेरे दिल की धड़कन भी, तेरे गीत गाती है
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
कल तुझको देखा था, मैने अपने आंगन में
जैसे कह रहीं थी तुम, मुझे बाँध लो बन्धन में
ये कैसा रिश्ता है, ये कैसे सपने हैं
बेगाने हो कर भी, क्यूँ लगते अपने हैं
मैं सोच में रहता हूँ, डर डर के कहता हूँ
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
तुम सोचोगी क्यूँ इतना, मैं तुमसे प्यार करूं
तुम समझोगी दीवाना, मैं भी इक़रार करूं
दीवानों की ये बातें, दीवाने जानते हैं
जलने में क्या मज़ा है, परवाने जानते हैं
तुम यूँ ही जलाते रहना, आ आ कर ख़्वाबों में
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
जीवन मीठी प्यास, ये कहती हो
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
बाहरी कडियाँ
टीका टिप्पणी और संदर्भ