"सर्वतोभद्र": अवतरणों में अंतर

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एक के ऊपर एक कई मंजिल वाले राजघर को सर्वतोभद्र कहा जाता है। सर्वतोभद्र [[राजगृह (वास्तु)|राजगृह]] का एक भेद है। [[वास्तु]] में कहा गया है कि जो चतु:शाल चारों ओर भवन, द्वार तथा बरामदों से युक्त हो, उसे 'सर्वतोभद्र' कहा जाता है।  
[[चित्र:Hawa-Mahal-Jaipur.jpg|thumb|200px|हवामहल, [[जयपुर]]<br /> Hawa Mahal, Jaipur]]
एक के ऊपर एक कई मंजिल वाले राजघर को सर्वतोभद्र कहा जाता है। सर्वतोभद्र [[राजगृह (वास्तु)|राजगृह]] का एक भेद है। [[वास्तु]] में चारों ओर भवन, द्वार तथा बरामदों से युक्त भवन को सर्वतोभद्र कहा जाता है।
 
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10:46, 7 मई 2011 का अवतरण

हवामहल, जयपुर
Hawa Mahal, Jaipur

एक के ऊपर एक कई मंजिल वाले राजघर को सर्वतोभद्र कहा जाता है। सर्वतोभद्र राजगृह का एक भेद है। वास्तु में चारों ओर भवन, द्वार तथा बरामदों से युक्त भवन को सर्वतोभद्र कहा जाता है।

इन्हें भी देखें: वास्तु शास्त्र


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