"भारतकोश:Quotations/रविवार": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
*प्रेम रीति से जो मिलै, तासों मिलिए धाय ।<br > अंतर राखे जो मिलै, तासौ मिलै बलाय॥ -[[कबीर]]
*प्रेम रीति से जो मिलै, तासों मिलिए धाय ।<br > अंतर राखे जो मिलै, तासौ मिलै बलाय॥ -[[कबीर]]
*धन खोकर अगर हम अपनी आत्मा को पा सकें, तो यह कोई महँगा सौदा नहीं है।  -[[प्रेमचंद|प्रेमचन्द]] (गोदान, पृ॰297)
*भाषा संस्कृति का वाहन है और उसका अंग भी। -[[रामविलास शर्मा]] (भाषा और समाज, पृ॰ 445) [[सूक्ति और कहावत|.... और पढ़ें]]
*भाषा संस्कृति का वाहन है और उसका अंग भी। -[[रामविलास शर्मा]] (भाषा और समाज, पृ॰ 445) [[सूक्ति और कहावत|.... और पढ़ें]]

06:20, 11 मई 2011 का अवतरण

  • प्रेम रीति से जो मिलै, तासों मिलिए धाय ।
    अंतर राखे जो मिलै, तासौ मिलै बलाय॥ -कबीर
  • भाषा संस्कृति का वाहन है और उसका अंग भी। -रामविलास शर्मा (भाषा और समाज, पृ॰ 445) .... और पढ़ें