"अधजल गगरी छलकत जाय": अवतरणों में अंतर
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*इसका अर्थ - जो व्यक्ति बहुत कम जानता है, वह विद्वान ही होने का दिखावा ज़्यादा करता है। | *इसका अर्थ - जो व्यक्ति बहुत कम जानता है, वह विद्वान ही होने का दिखावा ज़्यादा करता है। | ||
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07:34, 21 मई 2011 का अवतरण
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- यह लोकोक्ति एक प्रचलित कहावत है।
- इसका अर्थ - जो व्यक्ति बहुत कम जानता है, वह विद्वान ही होने का दिखावा ज़्यादा करता है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ