"नम्र": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{{शब्द संदर्भ लघु |हिन्दी= जिसमें विनय हो, विनत, विनीत, ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{शब्द संदर्भ लघु
{{शब्द संदर्भ लघु
|हिन्दी= जिसमें विनय हो, विनत, विनीत, विनय से नत, विनयावनत।
|हिन्दी= जिसमें विनय हो, विनत, विनीत, विनय से नत, विनयावनत।
|व्याकरण=[संस्कृतभाषा धातु नम्+र] विशेषण- जो झुका हुआ हो, नत।
|व्याकरण=[संस्कृतभाषा धातु नम्+र] विशेषण नत
|उदाहरण=
|उदाहरण=जो झुका हुआ हो
|विशेष=स्तोकनम्रा स्तनाभ्यां- मेघदूत
|विशेष=स्तोकनम्रा स्तनाभ्यां- मेघदूत
|पर्यायवाची=विनम्र, अकल्कक, अधृष्ट, अनुद्धत, अनुययी, अप्रगल्भ, अवनत, आजिज़, ख़ाकसार, डींगहीन, दीन धृष्ठताहीन, नम्र, नयशील, नरम, नर्म, बाअदब, लज्जाशील, विनत, विनयपूर्ण, विनयी, विनीत, शांत, शालीन, शिष्ट, शीतल, संजीदा, सविनय, सुनीत, सुविनीत, सुशील [सुशीला], सौम्य।
|पर्यायवाची=विनम्र, अधृष्ट, अनुद्धत, अनुययी, अप्रगल्भ, अवनत, ख़ाकसार, डींगहीन, दीन धृष्ठताहीन, नम्र, नयशील, नरम, नर्म, बाअदब, लज्जाशील, विनत, विनयपूर्ण, विनयी, विनीत, शांत, शालीन, शिष्ट, शीतल, संजीदा, सविनय, सुनीत, सुविनीत, सुशील [सुशीला], सौम्य।
|संस्कृत=नम्र (विक्रमोर्वशीयम्) [नमं+र] विनीत, प्रणतिशील, झुका हुआ, विनतं, नीचे लटकने वाला भवंति नम्रास्तरवः फलागमैः- शकुन्तला नाटक 5/12, 82, पंचतन्त्र 1/106, रत्नावली 1/19, प्रणतिशील, सादर अभिवादनशील,-अभुच्च नम्रः प्रणिपात शिक्षया- रघुवंश 3/25, इत्युच्यते ताभिरुमा स्म नम्रा-कु॰ 7/28, सुशील, विनयी, विनयशील, श्रद्धालु-मेघदूत 55,कुटिल, वक्र, पूजा करने वाला, भक्त, उपासक।
|संस्कृत=नम्र (विक्रमोर्वशीयम्) [नमं+र] विनीत, प्रणतिशील, झुका हुआ, विनतं, भवंति नम्रास्तरवः फलागमैः- शकुन्तला नाटक 5/12, 82, पंचतन्त्र 1/106, रत्नावली 1/19, प्रणतिशील, सादर अभिवादनशील,-अभुच्च नम्रः प्रणिपात शिक्षया- रघुवंश 3/25, इत्युच्यते ताभिरुमा स्म नम्रा-कु॰ 7/28, सुशील, विनयी, विनयशील, श्रद्धालु-मेघदूत 55,कुटिल, वक्र, पूजा करने वाला, भक्त, उपासक।
|अन्य ग्रंथ=
|अन्य ग्रंथ=
}}
}}

10:55, 23 अप्रैल 2010 का अवतरण

शब्द संदर्भ
हिन्दी जिसमें विनय हो, विनत, विनीत, विनय से नत, विनयावनत।
-व्याकरण    [संस्कृतभाषा धातु नम्+र] विशेषण नत
-उदाहरण   जो झुका हुआ हो
-विशेष    स्तोकनम्रा स्तनाभ्यां- मेघदूत
-विलोम   
-पर्यायवाची    विनम्र, अधृष्ट, अनुद्धत, अनुययी, अप्रगल्भ, अवनत, ख़ाकसार, डींगहीन, दीन धृष्ठताहीन, नम्र, नयशील, नरम, नर्म, बाअदब, लज्जाशील, विनत, विनयपूर्ण, विनयी, विनीत, शांत, शालीन, शिष्ट, शीतल, संजीदा, सविनय, सुनीत, सुविनीत, सुशील [सुशीला], सौम्य।
संस्कृत नम्र (विक्रमोर्वशीयम्) [नमं+र] विनीत, प्रणतिशील, झुका हुआ, विनतं, भवंति नम्रास्तरवः फलागमैः- शकुन्तला नाटक 5/12, 82, पंचतन्त्र 1/106, रत्नावली 1/19, प्रणतिशील, सादर अभिवादनशील,-अभुच्च नम्रः प्रणिपात शिक्षया- रघुवंश 3/25, इत्युच्यते ताभिरुमा स्म नम्रा-कु॰ 7/28, सुशील, विनयी, विनयशील, श्रद्धालु-मेघदूत 55,कुटिल, वक्र, पूजा करने वाला, भक्त, उपासक।
अन्य ग्रंथ
संबंधित शब्द
संबंधित लेख

अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश