"फ़्रांसिस्को-द-अल्मेडा": अवतरणों में अंतर
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*फ़्रांसिस्को-द-अल्मेडा ने 'सामुद्रिक नीति' (नीले पानी की नीति) को अधिक महत्व दिया। | *फ़्रांसिस्को-द-अल्मेडा ने 'सामुद्रिक नीति' (नीले पानी की नीति) को अधिक महत्व दिया। | ||
*उसने [[हिन्द महासागर]] में पुर्तग़ालियों की स्थिति को | *उसने [[हिन्द महासागर]] में पुर्तग़ालियों की स्थिति को मज़बूत करने का प्रयत्न किया। | ||
*1509 में अल्मेडा ने [[मिस्र]], तुर्की और [[गुजरात]] की संयुक्त सेना को पराजित कर 'दीव' पर अधिकार कर लिया। | *1509 में अल्मेडा ने [[मिस्र]], तुर्की और [[गुजरात]] की संयुक्त सेना को पराजित कर 'दीव' पर अधिकार कर लिया। | ||
*इस सफलता के बाद हिन्द महासागर [[पुर्तग़ाली]] सागर के रूप में परिवर्तित हो गया। | *इस सफलता के बाद हिन्द महासागर [[पुर्तग़ाली]] सागर के रूप में परिवर्तित हो गया। |
09:49, 3 जून 2012 का अवतरण
- फ़्रांसिस्को-द-अल्मेडा 1505 ई. में भारत आया था।
- इसे भारत में प्रथम पुर्तग़ाली वायसराय बनाकर भेजा गया था।
- फ़्रांसिस्को-द-अल्मेडा ने 'सामुद्रिक नीति' (नीले पानी की नीति) को अधिक महत्व दिया।
- उसने हिन्द महासागर में पुर्तग़ालियों की स्थिति को मज़बूत करने का प्रयत्न किया।
- 1509 में अल्मेडा ने मिस्र, तुर्की और गुजरात की संयुक्त सेना को पराजित कर 'दीव' पर अधिकार कर लिया।
- इस सफलता के बाद हिन्द महासागर पुर्तग़ाली सागर के रूप में परिवर्तित हो गया।
- फ़्रांसिस्को-द-अल्मेडा 1509 ई. तक भारत में रहा था।
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