"विराट शक्तिपीठ": अवतरणों में अंतर

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07:46, 14 फ़रवरी 2012 का अवतरण

हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आया। ये अत्यंत पावन तीर्थ कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवी पुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है। विराट, 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ है।

  • यह शक्तिपीठ राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी जयपुर से उत्तर में महाभारतकालीन विराट नगर के प्राचीन ध्वंसावशेष के निकट एक गुफा है, जिसे भीम की गुफा कहते हैं।
  • यहीं के वैराट गाँव में शक्तिपीठ स्थित है, जहाँ सती दायें पाँव की उँगलियाँ गिरी थीं।
  • यहाँ की सती 'अंबिका' तथा शिव 'अमृत' हैं।
  • जयपुर तथा अलवर दोनों स्थानों से विराट ग्राम तक आवागमन के लिए मार्ग हैं, जहाँ टैक्सी से जाना सुविधाजनक है।


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