"अनमोल वचन 7": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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==अल्बर्ट आइंस्टीन== | |||
* विश्व एक महान पुस्तक है जिसमें वे लोग केवल एक ही पृष्ठ पढ पाते हैं जो कभी घर से बाहर नहीं निकलते। ~ आगस्टाइन | * विश्व एक महान पुस्तक है जिसमें वे लोग केवल एक ही पृष्ठ पढ पाते हैं जो कभी घर से बाहर नहीं निकलते। ~ आगस्टाइन | ||
* धर्मरहित विज्ञान लंगडा है, और विज्ञान रहित धर्म अंधा। ~ आइन्स्टाइन | * धर्मरहित विज्ञान लंगडा है, और विज्ञान रहित धर्म अंधा। ~ आइन्स्टाइन | ||
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* ऐसा नहीं है कि मैं बहुत चतुर हूं; सच्चाई यह है कि मैं समस्याओं का सामना अधिक समय तक करता हूं। ~ अल्बर्ट आंईस्टीन | * ऐसा नहीं है कि मैं बहुत चतुर हूं; सच्चाई यह है कि मैं समस्याओं का सामना अधिक समय तक करता हूं। ~ अल्बर्ट आंईस्टीन | ||
==जॉर्ज बर्नार्ड शॉ== | |||
* सत्य को कह देना ही मेरा मज़ाक करने का तरीका है। संसार में यह सब से विचित्र मज़ाक है। ~ जार्ज बर्नार्ड शॉ | * सत्य को कह देना ही मेरा मज़ाक करने का तरीका है। संसार में यह सब से विचित्र मज़ाक है। ~ जार्ज बर्नार्ड शॉ | ||
* आमतौर पर आदमी उन चीजों के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहता है जिनका उससे कोई लेना देना नहीं होता। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | * आमतौर पर आदमी उन चीजों के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहता है जिनका उससे कोई लेना देना नहीं होता। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | ||
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* सबसे कम खर्चीला मनोरंजन होता है श्रेष्ठ पुस्तकों के अध्ययन से और यह स्थाई होता है। ~ जार्ज बनार्ड शॉ | * सबसे कम खर्चीला मनोरंजन होता है श्रेष्ठ पुस्तकों के अध्ययन से और यह स्थाई होता है। ~ जार्ज बनार्ड शॉ | ||
==बेंजामिन फ्रैंकलिन== | |||
* मछली एवं अतिथि, तीन दिनों के बाद दुर्गन्धजनक और अप्रिय लगने लगते हैं। ~ बेंजामिन फ्रैंकलिन | * मछली एवं अतिथि, तीन दिनों के बाद दुर्गन्धजनक और अप्रिय लगने लगते हैं। ~ बेंजामिन फ्रैंकलिन | ||
* हँसमुख चेहरा रोगी के लिये उतना ही लाभकर है जितना कि स्वस्थ ऋतु। ~ बेन्जामिन | * हँसमुख चेहरा रोगी के लिये उतना ही लाभकर है जितना कि स्वस्थ ऋतु। ~ बेन्जामिन | ||
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* क्रोध से शुरू होने वाली हर बात, लज्जा पर समाप्त होती है। ~ बेंजामिन फ्रेंकलिन | * क्रोध से शुरू होने वाली हर बात, लज्जा पर समाप्त होती है। ~ बेंजामिन फ्रेंकलिन | ||
==विलियम शेक्सपियर== | |||
* हम जानते हैं कि हम क्या हैं, पर ये नहीं जानते कि हम क्या बन सकते हैं। ~ शेक्सपीयर | * हम जानते हैं कि हम क्या हैं, पर ये नहीं जानते कि हम क्या बन सकते हैं। ~ शेक्सपीयर | ||
* गहरी नदी का जल प्रवाह शांत व गंभीर होता है। ~ शेक्सपीयर | * गहरी नदी का जल प्रवाह शांत व गंभीर होता है। ~ शेक्सपीयर | ||
पंक्ति 68: | पंक्ति 58: | ||
* जिस पर तुम्हारा वश नहीं, उसके लिये दुख करना बंद कर दो। ~ शेक्सपियर | * जिस पर तुम्हारा वश नहीं, उसके लिये दुख करना बंद कर दो। ~ शेक्सपियर | ||
==विंस्टन चर्चिल== | |||
* किसी कम पढे व्यक्ति द्वारा सुभाषित पढना उत्तम होगा। ~ सर विंस्टन चर्चिल | * किसी कम पढे व्यक्ति द्वारा सुभाषित पढना उत्तम होगा। ~ सर विंस्टन चर्चिल | ||
* सतत प्रयास - न कि ताकत या बुद्धिमानी - ही हमारे सामर्थ्य को साकार करने की कुंजी है। ~ विंस्टन चर्चिल | * सतत प्रयास - न कि ताकत या बुद्धिमानी - ही हमारे सामर्थ्य को साकार करने की कुंजी है। ~ विंस्टन चर्चिल | ||
पंक्ति 82: | पंक्ति 66: | ||
* मानव के सभी गुणों में साहस पहला गुण है, क्योंकि वह सभी गुणों की जिम्मेदारी लेता है। ~ चर्चिल | * मानव के सभी गुणों में साहस पहला गुण है, क्योंकि वह सभी गुणों की जिम्मेदारी लेता है। ~ चर्चिल | ||
==अरस्तू== | |||
* खुशी ही जीवन का अर्थ और उद्देश्य है, और मानव अस्तित्व का लक्ष्य और मनोरथ। ~ अरस्तू | * खुशी ही जीवन का अर्थ और उद्देश्य है, और मानव अस्तित्व का लक्ष्य और मनोरथ। ~ अरस्तू | ||
* अच्छी शुरुआत से आधा काम हो जाता है। ~ अरस्तू | * अच्छी शुरुआत से आधा काम हो जाता है। ~ अरस्तू | ||
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* शिक्षा की जड़े भले ही कड़वी हों, इसके फल मीठे होते हैं। ~ अरस्तू | * शिक्षा की जड़े भले ही कड़वी हों, इसके फल मीठे होते हैं। ~ अरस्तू | ||
==मार्टिन लुथर किंग== | |||
* आँख के बदले आँख' के प्राचीन सिद्धान्त से तो एक दिन सभी अंधे हो जाएंगे। ~ मार्टिन लुथर किंग, जूनियर | |||
* हमारे जीवन का उस दिन अंत होना शुरू हो जाता है जिस दिन हम उन विषयों के बारे में चुप रहना शुरू कर देते हैं जो मायने रखते हैं। ~ मार्टिन लुथर किंग, जूनियर | |||
* मैंने प्रेम को ही अपनाने का निर्णय किया है। द्वेष करना तो बेहद बोझिल काम है। ~ मार्टिन लूथर किंग, जूनियर | |||
* पत्नी को चाहिए कि पति घर लौटने पर खुश हो, और पति को चाहिए कि पत्नी को उसके घर से निकलने पर दुख हो। ~ मार्टिन लूथर | |||
* हमें परिमित निराशा को स्वीकार करना चाहिए, लेकिन अपरिमित आशा को कभी नहीं खोना चाहिए। ~ मार्टिन लूथर किंग, जूनियर (1929-1967), अश्वेत मानवाधिकारी नेता | |||
* हमे सीमित मात्रा में निराशा को स्वीकार करना चाहिये, लेकिन असीमित आशा को नहीं छोडना चाहिये। ~ मार्टिन लुथर किंग | |||
==हेनरी वार्ड बीचर== | |||
* हम जब तक खुद मां बाप नहीं बन जाएं, मां बाप का प्यार कभी नहीं जान पाते। ~ हेनरी वार्ड बीचर, (1813-1887), अमरीकी पादरी | * हम जब तक खुद मां बाप नहीं बन जाएं, मां बाप का प्यार कभी नहीं जान पाते। ~ हेनरी वार्ड बीचर, (1813-1887), अमरीकी पादरी | ||
* संगीत की धुनों में जो स्वर्ग की ऊंचाइयों तक पहूंची है, वह है एक स्नेहभरे दिल की धड़कन। ~ हेनरी वार्ड बीचर | * संगीत की धुनों में जो स्वर्ग की ऊंचाइयों तक पहूंची है, वह है एक स्नेहभरे दिल की धड़कन। ~ हेनरी वार्ड बीचर | ||
पंक्ति 95: | पंक्ति 89: | ||
* विचारों को मूर्त रूप देने की क्षमता ही सफलता का रहस्य है। ~ हैनरी वार्ड बीचर | * विचारों को मूर्त रूप देने की क्षमता ही सफलता का रहस्य है। ~ हैनरी वार्ड बीचर | ||
* कठिनाईयां भगवान का संदेश होती हैं, उनका सामना करते समय हमें भगवान के विश्वास के रूप में, भगवान से अभिनंदन के रूप में उनका सम्मान करना चाहिये। ~ हेनरी वार्ड बीचर | * कठिनाईयां भगवान का संदेश होती हैं, उनका सामना करते समय हमें भगवान के विश्वास के रूप में, भगवान से अभिनंदन के रूप में उनका सम्मान करना चाहिये। ~ हेनरी वार्ड बीचर | ||
==राल्फ वाल्डो एमर्सन== | |||
* यदि किसी असाधारण प्रतिभा वाले आदमी से हमारा सामना हो तो हमें उससे पूछना चाहिये कि वो कौन सी पुस्तकें पढता है। ~ एमर्शन | |||
* प्रत्येक व्यक्ति के लिये उसके विचार ही सारे तालो की चाबी हैं। ~ इमर्सन | |||
* आओं हम मौन रहें ताकि फ़रिस्तों की कानाफूसियाँ सुन सकें। ~ एमर्शन | |||
* डर सदैव अज्ञानता से पैदा होता है। ~ एमर्सन | |||
* सम्पूर्ण जीवन ही एक प्रयोग है। जितने प्रयोग करोगे उतना ही अच्छा है। ~ इमर्सन | |||
* जैसे जैसे हम बूढ़े होते जाते हैं, सुंदरता भीतर घुसती जाती है। ~ रॉल्फ वाल्डो इमर्सन | |||
* लम्बी आयु का महत्व नहीं है जितना महत्व इसकी गहनता है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | |||
* हर सुबह जब आप जागते हैं तो अपने भगवान को धन्यवाद दें तथा आप अनुभव करते है कि आपने वह कार्य करना है जिसे अवश्य किया जाना चाहिए, चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं. इससे चरित्र का निर्माण होता है। ~ एमरसन | |||
* प्रत्येक कलाकार एक दिन नौसिखिया ही होता है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | |||
* बिना उत्साह के आज तक कुछ भी महान उपलब्धि हासिल नहीं की गई है। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | |||
* पूरा जीवन एक प्रयोग है। जितने अधिक प्रयोग आप करेंगे, उतना ही अच्छा। ~ राल्फ इमरसन | |||
* प्रकृति की गति अपनाएं: उसका रहस्य है धीरज। ~ राल्फ इमर्सन | |||
* पूरा जीवन एक अनुभव है. आप जितने अधिक प्रयोग करते हैं, उतना ही इसे बेहतर बनाते हैं। ~ राल्फ वाल्डो एमर्सन | |||
==दलाई लामा== | |||
* इस जीवन का प्रथम लक्ष्य है दूसरों की सहायता करना। और यदि आप दूसरों की सहायता नहीं कर सकते तो कम से कम उन्हें आहत तो न करें। ~ दलाई लामा | |||
* हम धर्म और चिंतन के बिना रह सकते हैं किन्तु मानवीय प्रेम के बिना नहीं। ~ दलाई लामा | |||
* खुशी अपने आप नहीं मिलती। यह आपके अपने कर्मों से ही आती है। ~ दलाई लामा | |||
* जब तक हम अपने आप से सुलह नहीं कर लेते तब तक हम दुनिया से भी सुलह नहीं कर सकते। ~ दलाई लामा | |||
* सहिष्णुता के अभ्यास में आपका शत्रु ही सर्वश्रेष्ठ शिक्षक होता है। ~ दलाई लामा | |||
* मैं इस आसान धर्म में विश्वास रखता हूं। मन्दिरों की कोई आवश्यकता नहीं; जटिल दर्शनशास्त्र की कोई आवश्यकता नहीं। हमारा मस्तिष्क, हमारा हृदय ही हमारा मन्दिर है; और दयालुता जीवन-दर्शन है। ~ दलाई लामा | |||
* जब आप कुछ गंवा बैठते हैं, तो उससे प्राप्त शिक्षा को न गंवाएं। ~ दलाई लामा | |||
==अब्राहम लिंकन== | |||
* हर किसी पर विश्वास कर लेना खतरनाक है; किसी पर भी विश्वास न करना बहुत खतरनाक है। ~ अब्राहम लिंकन | |||
* यदि शांति पाना चाहते हो, तो लोकप्रियता से बचो। ~ अब्राहम लिंकन | |||
* मुझे एक पेड़ काटने के लिए यदि आप छह घंटे देते हैं तो मैं पहले चार घंटे अपनी कुल्हाड़ी की धार बनाने में लगाऊँगा। ~ अब्राहम लिंकन | |||
* चरित्र एक वृक्ष है और मान एक छाया। हम हमेशा छाया की सोचते हैं; लेकिन असलियत तो वृक्ष ही है। ~ अब्राहम लिंकन | |||
* चरित्र वृक्ष के समान है तो प्रतिष्ठा, उसकी छाया है। हम अक्सर छाया के, बारे में सोचते हैं, जबकि असल, चीज तो वृक्ष ही है। ~ अब्राहम लिंकन | |||
* अपने विरोधियो से मित्रता कर लेना क्या विरोधियों को नष्ट करने के समान नहीं है? ~ अब्राहम लिंकन | |||
* इंसान जितना अपने मन को मना सके उतना खुश रह सकता है। ~ अब्राहम लिंकन | |||
* जिस प्रकार मैं एक गुलाम नहीं बनना चाहता, उसी प्रकार मैं किसी गुलाम का मालिक भी नहीं बनना चाहता. यह सोच लोकतंत्र के सिद्धांत को दर्शाती है। ~ अब्राहम लिंकन | |||
* उस व्यक्ति को आलोचना करने का अधिकार है जो सहायता करने की भावना रखता है। ~ अब्राहम लिंकन | |||
* मुझे अधिक संबंध इस बात से नहीं है कि आप असफ़ल हुए, बल्कि इस बात से कि आप अपनी असफलता से कितने संतुष्ट है। ~ अब्राहम लिंकन | |||
==मार्क ट्वेन== | |||
* स्वास्थ्य के संबंध में, पुस्तकों पर भरोसा न करें। छपाई की एक गलती जानलेवा भी हो सकती है। ~ मार्क ट्वेन | |||
* अगर आप सच बोलते हैं, तो आप को ज्यादा कुछ याद रखने की ज़रूरत नहीं। ~ मार्क ट्वेन | |||
* उन लोगों से दूर रहें जो आप आपकी महत्वकांक्षाओं को तुच्छ बनाने का प्रयास करते हैं। छोटे लोग हमेशा ऐसा करते हैं, लेकिन महान लोग आपको इस बात की अनुभूति करवाते हैं कि आप भी वास्तव में महान बन सकते हैं। ~ मार्क ट्वेन | |||
* देरी से प्राप्त की गई सम्पूर्णता की तुलना में निरन्तर सुधार बेहतर होता है। ~ मार्क टवैन | |||
* भारत मानव जाति का पलना है, मानव-भाषा की जन्मस्थली है, इतिहास की जननी है, पौराणिक कथाओं की दादी है, और प्रथाओं की परदादी है। मानव इतिहास की हमारी सबसे कीमती और सबसे ज्ञान-गर्भित सामग्री केवल भारत में ही संचित है। ~ मार्क ट्वेन | |||
* क्रोध एक तेजाब है जो उस बर्तन का अधिक अनिष्ट कर सकता है जिसमें वह भरा होता है न कि उसका जिस पर वह डाला जाता है। ~ मार्क ट्वेन | |||
* जो पढ़ता नहीं है, वह उस व्यक्ति से कतई बेहतर नहीं है जो अनपढ़ है। ~ मार्क ट्वेन | |||
* एक शब्द और लगभग सही शब्द में ठीक उतना ही अंतर है जितना कि रोशनी और जुगनू में। ~ मार्क ट्वेन | |||
==गोथे== | |||
* सही मायने में बुद्धिपूर्ण विचार हजारों दिमागों में आते रहे हैं। लेकिन उनको अपना बनाने के लिये हमको ही उन पर गहराई से तब तक विचार करना चाहिये जब तक कि वे हमारी अनुभूति में जड न जमा लें। ~ गोथे | |||
* बाँटो और राज करो, एक अच्छी कहावत है; (लेकिन) एक होकर आगे बढो, इससे भी अच्छी कहावत है। ~ गोथे | |||
* जो कुछ आप कर सकते हैं या कर जाने की इच्छा रखते है उसे करना आरम्भ कर दीजिये। निर्भीकता के अन्दर मेधा (बुद्धि), शक्ति और जादू होते हैं। ~ गोथे | |||
* यदि आप अपरिमित में जाना चाहते हैं, तो पहले परिमित को अच्छे से जान लेने का प्रयत्न करें। ~ जोहेन वोल्फ़्गेंग गोथ | |||
==कंफ्यूशियस== | |||
* जब तुम्हारे खुद के दरवाजे की सीढ़ियाँ गंदी हैं तो पड़ोसी की छत पर पड़ी गंदगी का उलाहना मत दीजिए। ~ कनफ़्यूशियस | |||
* बुद्धि का अर्जन हम तीन तरीकों से कर सकते हैं: प्रथम, चिंतन से, जो कि उत्तम है; द्वितीय, दूसरों से सीखकर, जो सबसे आसान है; और तृतीय, अनुभव से, जो सबसे कठिन है। ~ कन्फ़्यूशियस | |||
* ऐसे पेशे का चयन करें जो आपको दिलचस्प लगता हो, और आपको अपने जीवन में एक भी दिन काम नहीं करना पड़ेगा। ~ कंफ्यूशियस | |||
* जो व्यक्ति दूसरों की भलाई चाहता है, वह अपनी भलाई को सुनिश्चित कर लेता है। ~ कंफ्यूशियस | |||
* जब यह साफ हो कि लक्ष्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता है, तो लक्ष्यों में फेरबदल न करें, बल्कि अपनी प्रयासों में बदलाव करें। ~ कंफ्यूशिअस | |||
* श्रेष्ठ व्यक्ति बोलने में संयमी होता है लेकिन अपने कार्यों में अग्रणी होता है। ~ कंफ्यूशियस | |||
==विलियम ड्रूमंड== | |||
* जो तर्क को अनसुना कर देते हैं, वह कटर हैं! जो तर्क ही नहीं कर सकते, वह मुर्ख हैं और जो तर्क करने का साहस ही नहीं दिखा सकते, वह गुलाम हैं! ~ विलियम ड्रूमंड | |||
* सभ्यता सुव्यस्था के जन्मती है, स्वतन्त्रता के साथ बडी होती है और अव्यवस्था के साथ मर जाती है। ~ विल डुरान्ट | |||
* भारत हमारी संपूर्ण (मानव) जाति की जननी है तथा संस्कृत यूरोप के सभी भाषाओं की जननी है: भारतमाता हमारे दर्शनशास्त्र की जननी है, अरबॊं के रास्ते हमारे अधिकांश गणित की जननी है, बुद्ध के रास्ते इसाईयत मे निहित आदर्शों की जननी है, ग्रामीण समाज के रास्ते स्व-शाशन और लोकतंत्र की जननी है। अनेक प्रकार से भारत माता हम सबकी माता है। ~ विल्ल डुरान्ट, अमरीकी इतिहासकार | |||
* विज्ञान हमे ज्ञानवान बनाता है लेकिन दर्शन (फिलासफी) हमे बुद्धिमान बनाता है। ~ विल्ल डुरान्ट | |||
==अलबर्ट हबर्ड== | |||
* गलती करने में कोई गलती नहीं है। गलती करने से डरना सबसे बडी गलती है। ~ एल्बर्ट हब्बार्ड | |||
* स्पष्टीकरण से बचें। मित्रों को इसकी आवश्यकता नहीं; शत्रु इस पर विश्वास नहीं करेंगे। ~ अलबर्ट हबर्ड | |||
* कभी भी सफाई नहीं दें। आपके दोस्तों को इसकी आवश्यकता नहीं है और आपके दुश्मनों को विश्वास ही नहीं होगा। ~ अलबर्ट हब्बार्ड | |||
* यदि आपके पास स्वास्थ्य है तो संभवतः आप प्रसन्न होंगे, और यदि आपके पास स्वास्थ्य और प्रसन्नता दोनों हैं, तो आपके पास अपनी आवश्यकता के अनुसार समस्त सम्पदा होगी फिर चाहे आप इसे न भी चाहते हों। ~ एल्बर्ट हुब्बार्ड | |||
* जो पाप में पड़ता है, वह मनुष्य है, जो उसमें पड़ने पर दुखी होता है, वह साधु है और जो उस पर अभिमान करता है, वह शैतान होता है। ~ फुलर | |||
* हमारी शक्ति हमारे निर्णय करने की क्षमता में निहित है। ~ फुलर | |||
* ज्ञान एक खजाना है, लेकिन अभ्यास इसकी चाभी है। ~ थामस फुलर | |||
* अपनी अज्ञानता का अहसास होना ज्ञान की दिशा में एक बहुत बडा कदम है। ~ डिजरायली | |||
* निराशा मूर्खता का परिणाम है। ~ डिज़रायली | |||
* धीरज प्रतिभा का आवश्यक अंग है। ~ डिजरायली | |||
* आप हर इंसान का चरित्र बता सकते हैं यदि आप देखें कि वह प्रशंसा से कैसे प्रभावित होता है। ~ सेनेका | |||
* जिस प्रकार से श्रम करने से शरीर मजबूत होता है, उसी प्रकार से कठिनाईयों से मस्तिष्क सुदृढ़ होता है। ~ सेनेका | |||
* अगर एक व्यक्ति को मालूम ही नहीं कि उसे किस बंदरगाह की ओर जाना है, तो हवा की हर दिशा उसे अपने विरुद्ध ही प्रतीत होगी। ~ सेनेका | |||
* वह व्यक्ति ग़रीब नहीं है जिस के पास थोड़ा बहुत ही है। ग़रीब तो वह है जो ज़्यादा के लिए मरा जा रहा है। ~ सैनेका, रोमन दार्शनिक | |||
* जिस प्रकार से श्रम करने से शरीर मजबूत होता है, उसी प्रकार से कठिनाईयों से मस्तिष्क सुदृढ़ होता है। ~ सेनेका | |||
* जीवन का उत्तम उपयोग है इसे ऐसा कुछ करने में बिताना जो इससे अधिक स्थायी हो। ~ विलियम जेम्स | * जीवन का उत्तम उपयोग है इसे ऐसा कुछ करने में बिताना जो इससे अधिक स्थायी हो। ~ विलियम जेम्स | ||
पंक्ति 130: | पंक्ति 210: | ||
* व्यस्त रहना काफी नहीं है, व्यस्त तो चींटियाँ भी रहती हैं। सवाल यह है - हम किस लिए व्यस्त हैं? ~ हेनरी डेविड थोरु | * व्यस्त रहना काफी नहीं है, व्यस्त तो चींटियाँ भी रहती हैं। सवाल यह है - हम किस लिए व्यस्त हैं? ~ हेनरी डेविड थोरु | ||
* प्रातःकाल का भ्रमण पूरे दिन के लिए वरदान होता है। ~ हेनरी डेविड थोरो (1817-1862), लेखक | * प्रातःकाल का भ्रमण पूरे दिन के लिए वरदान होता है। ~ हेनरी डेविड थोरो (1817-1862), लेखक | ||
* अपने शत्रुओं को सदैव क्षमा कर दो. वे और किसी बात से इससे ज्यादा नहीं चिढ़ते। ~ ऑस्कर वाइल्ड | * अपने शत्रुओं को सदैव क्षमा कर दो. वे और किसी बात से इससे ज्यादा नहीं चिढ़ते। ~ ऑस्कर वाइल्ड | ||
पंक्ति 145: | पंक्ति 220: | ||
* अपने काम पर मै सदा समय से 15 मिनट पहले पहुँचा हूँ और मेरी इसी आदत ने मुझे कामयाब व्यक्ति बना दिया है। ~ एनॉन | * अपने काम पर मै सदा समय से 15 मिनट पहले पहुँचा हूँ और मेरी इसी आदत ने मुझे कामयाब व्यक्ति बना दिया है। ~ एनॉन | ||
* किसी व्यक्ति को एक मछली दे दो तो उसका पेट दिन भर के लिए भर जाएगा। उसे इंटरनेट चलाना सिखा दो तो वह हफ़्तों आपको परेशान नहीं करेगा। ~ एनन | * किसी व्यक्ति को एक मछली दे दो तो उसका पेट दिन भर के लिए भर जाएगा। उसे इंटरनेट चलाना सिखा दो तो वह हफ़्तों आपको परेशान नहीं करेगा। ~ एनन | ||
* पठन किसी को सम्पूर्ण आदमी बनाता है, वार्तालाप उसे एक तैयार आदमी बनाता है, लेकिन लेखन उसे एक अति शुद्ध आदमी बनाता है। ~ बेकन | * पठन किसी को सम्पूर्ण आदमी बनाता है, वार्तालाप उसे एक तैयार आदमी बनाता है, लेकिन लेखन उसे एक अति शुद्ध आदमी बनाता है। ~ बेकन | ||
पंक्ति 165: | पंक्ति 226: | ||
* अध्ययन हमें आनन्द तो प्रदान करता ही है, अलंकृत भी करता है और योग्य भी बनाता है, मस्तिष्क के लिये अध्ययन की उतनी ही आवश्यकता है जितनी शरीर के लिये व्यायाम की। ~ जोसेफ एडिशन | * अध्ययन हमें आनन्द तो प्रदान करता ही है, अलंकृत भी करता है और योग्य भी बनाता है, मस्तिष्क के लिये अध्ययन की उतनी ही आवश्यकता है जितनी शरीर के लिये व्यायाम की। ~ जोसेफ एडिशन | ||
* पढने से सस्ता कोई मनोरंजन नहीं; न ही कोई खुशी, उतनी स्थायी। ~ जोसेफ एडिशन | * पढने से सस्ता कोई मनोरंजन नहीं; न ही कोई खुशी, उतनी स्थायी। ~ जोसेफ एडिशन | ||
* यदि आप इस बात की चिंता न करें कि आपके काम का श्रेय किसे मिलने वाला है तो आप आश्चर्यजनक कार्य कर सकते हैं। ~ हैरी एस. ट्रूमेन | * यदि आप इस बात की चिंता न करें कि आपके काम का श्रेय किसे मिलने वाला है तो आप आश्चर्यजनक कार्य कर सकते हैं। ~ हैरी एस. ट्रूमेन | ||
* यदि आप गर्मी सहन नहीं कर सकते तो रसोई के बाहर निकल जाईये। ~ हैरी एस ट्रुमेन | * यदि आप गर्मी सहन नहीं कर सकते तो रसोई के बाहर निकल जाईये। ~ हैरी एस ट्रुमेन | ||
* बच्चों को सीख देने का जो श्रेष्ठ तरीका मुझे पता चला है वह यह है कि बच्चों की चाह का पता लगाया जाए और फिर उन्हें वही करने की सलाह दी जाए। ~ हैरी ट्रूमेन | * बच्चों को सीख देने का जो श्रेष्ठ तरीका मुझे पता चला है वह यह है कि बच्चों की चाह का पता लगाया जाए और फिर उन्हें वही करने की सलाह दी जाए। ~ हैरी ट्रूमेन | ||
* प्रत्येक उतकृष्ट कार्य पहले पहल असम्भव होता है। ~ थॉमस कार्लेले | * प्रत्येक उतकृष्ट कार्य पहले पहल असम्भव होता है। ~ थॉमस कार्लेले | ||
पंक्ति 193: | पंक्ति 236: | ||
* सारी चीजों के बारे मे कुछ-कुछ और कुछेक के बारे मे सब कुछ सीखने कीकोशिश करनी चाहिये। ~ थामस ह. हक्सले | * सारी चीजों के बारे मे कुछ-कुछ और कुछेक के बारे मे सब कुछ सीखने कीकोशिश करनी चाहिये। ~ थामस ह. हक्सले | ||
* जीवन के आरम्भ में ही कुछ असफलताएँ मिल जाने का बहुत अधिक व्यावहारिक महत्व है। ~ हक्सले | * जीवन के आरम्भ में ही कुछ असफलताएँ मिल जाने का बहुत अधिक व्यावहारिक महत्व है। ~ हक्सले | ||
* लोग अक्सर कहते हैं कि प्रेरक विचारों से कुछ नहीं होता। हाँ भाई, वैसे तो नहाने से भी कुछ नहीं होता, तभी तो हम इसे रोज़ करने की सलाह देते हैं। ~ ज़िग ज़िगलर | * लोग अक्सर कहते हैं कि प्रेरक विचारों से कुछ नहीं होता। हाँ भाई, वैसे तो नहाने से भी कुछ नहीं होता, तभी तो हम इसे रोज़ करने की सलाह देते हैं। ~ ज़िग ज़िगलर | ||
पंक्ति 218: | पंक्ति 243: | ||
* जब किसी कार्य में रुचि और उसे करने के हुनर का संगम हो, तो उत्कृष्टता स्वाभाविक है। ~ जॉन रस्किन | * जब किसी कार्य में रुचि और उसे करने के हुनर का संगम हो, तो उत्कृष्टता स्वाभाविक है। ~ जॉन रस्किन | ||
* जब हम निर्माण करें, तो ऐसा सोच कर करें कि यह हमेशा हमेशा के लिए है। ~ जॉन रस्किन | * जब हम निर्माण करें, तो ऐसा सोच कर करें कि यह हमेशा हमेशा के लिए है। ~ जॉन रस्किन | ||
* मैं नही जानता कि सफलता की सीढी क्या है; पर असफला की सीढी है, हर किसी को प्रसन्न करने की चाह। ~ बिल कोस्बी | * मैं नही जानता कि सफलता की सीढी क्या है; पर असफला की सीढी है, हर किसी को प्रसन्न करने की चाह। ~ बिल कोस्बी | ||
पंक्ति 240: | पंक्ति 256: | ||
* भूले नहीं कि जीवन का व्यवसाय व्यवसाय नहीं बल्कि जीवन है। ~ बी सी फोर्ब्स | * भूले नहीं कि जीवन का व्यवसाय व्यवसाय नहीं बल्कि जीवन है। ~ बी सी फोर्ब्स | ||
* यदि हम असफलता से शिक्षा प्राप्त करते हैं तो वह सफलता ही है। ~ मैल्कम फोर्ब्स | * यदि हम असफलता से शिक्षा प्राप्त करते हैं तो वह सफलता ही है। ~ मैल्कम फोर्ब्स | ||
* इंसान अगर लोभ को ठुकरा दे तो बादशाह से भी ऊंचा दर्जा हासिल कर सकता है, क्योंकि संतोष ही इंसान का माथा हमेशा ऊंचा रख सकता है। ~ शेख सादी | |||
* अज्ञानी आदमी के लिये खामोशी से बढ़कर कोई चीज नहीं, और अगर उसमें यह समझने की बुद्धि है तो वह अज्ञानी नहीं रहेगा। ~ शेखी सादी | |||
* वाणी मधुर हो तो सब कुछ वश में हो जाता है, अन्यथा सब शत्रु बन जाते हैं। ~ शेख सादी | |||
* वह आदमी वास्तव में बुद्धिमान है जो क्रोध में भी गलत बात मुंह से नहीं निकालता। ~ शेख सादी | |||
* लोभी को पूरा संसार मिल जाए तो भी वह, भूखा रहता है, लेकिन संतोषी का पेट, एक रोटी से ही भर जाता है। - शेख सादी | |||
* बीता कल आज की याद है, और आने वाला कल आज का स्वप्न। ~ खलील जिब्रान | |||
* मानवता प्रकाश की वह नदी है जो सीमित से असीम की ओर बहती है। ~ खलील जिब्रान | |||
* जिन्दगी वैसी नहीं है जैसी आप इसके लिये कामना करते हैं, यह तो वैसी बन जाती है, जैसा आप इसे बनाते हैं। ~ एंथनी रयान | |||
* जीवन वह नहीं है जिसकी आप चाहत रखते हैं, बल्कि वह तो वैसा बन जाता है जैसा आप इसे बनाते हैं। ~ एंथनी रयान | |||
* सही अवसर न मिलने पर क्षमता के, मायने बेहद सीमित हो जाते हैं। ~ नेपोलियन | |||
* जब तक आप न चाहें तब तक आपको, कोई भी ईर्ष्यालु, क्रोधी प्रतिशोधी या लालची नहीं बना सकता। ~ नेपोलियन हिल | |||
* बिना उचित अवसर के योग्यता किसी काम की, नहीं है भले आप में लाख गुण हों लेकिन यदि, अवसर नहीं मिला तो योग्यता व्यर्थ है। ~ नेपोलियन बोनापार्ट | |||
* अशिक्षित रहने से पैदा न होना अच्छा है, क्योंकि अज्ञान सब बुराईयों का मूल हैं। ~ नेपोलियन बोनापार्ट | |||
* बुरा व्यक्ति उस समय और भी बुरा हो जाता है जब वह अच्छा होने का ढोंग करता है। ~ फ्रांसिस बेकन | |||
* जो नए सुधारों पर अमल नहीं, करेगा वह नए खतरों को न्यौता देगा। ~ फ्रांसिस बेकन | |||
* बुद्धिमान व्यक्ति को जितने, अवसर मिलते हैं उससे अधिक वह स्वयं बनाता है। ~ फ्रांसिस बेकन | |||
* प्रतिशोध लेते समय मनुष्य अपने शत्रु के समान ही होता है, लेकिन उसकी उपेक्षा कर देने पर वह उससे बड़ा हो जाता है। ~ फ्रांसिस बेकन | |||
* हम स्वभाव के मुताबिक सोचते हैं, कायदे के मुताबिक बोलते हैं, रिवाज के मुताबिक आचरण करते हैं। ~ फ्रांसिस बेकन | |||
* हर वर्ष एक बुरी आदत को मूल से खोदकर, फेंका जाए तो कुछ ही वर्षों में बुरे से बुरा, व्यक्ति भला हो सकता है। ~ सुकरात | |||
* धन से अच्छे गुण नहीं मिलते, धन अच्छे गुणों से मिलता है। ~ सुकरात | |||
* ऊंची से ऊंची चोटी पर पहुंचना मकसद हो तो अपना काम निचली सतह से शुरू करना चाहिए। ~ स्वेट मार्डेन | |||
* जो मनुष्य अपने मन का गुलाम बना रहता है वह कभी नेता और प्रभावशाली पुरूष नहीं हो सकता। ~ स्वेट मार्डन | |||
* आशा और आत्मविश्वास से ही हमारी, शक्तियां जागृत होती हैं, इनसे हमारी, उत्पादन शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। ~ स्वेट मार्डेन | |||
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* चूहादौड़ में अगर आप जीत भी जायेंगे तो भी चूहा ही तो कहलायेंगे। ~ लिली टॉमलिन | * चूहादौड़ में अगर आप जीत भी जायेंगे तो भी चूहा ही तो कहलायेंगे। ~ लिली टॉमलिन | ||
* ऐसा कोई युग कभी नहीं रहा जिस में अतीत का गुणगान और वर्तमान पर विलाप न किया गया हो। ~ लिलियन आइक्लर वॉटसन | * ऐसा कोई युग कभी नहीं रहा जिस में अतीत का गुणगान और वर्तमान पर विलाप न किया गया हो। ~ लिलियन आइक्लर वॉटसन | ||
16:13, 4 अक्टूबर 2011 का अवतरण
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इन्हें भी देखें: अनमोल वचन, अनमोल वचन 2, अनमोल वचन 3, अनमोल वचन 4, अनमोल वचन 5, अनमोल वचन 6, कहावत लोकोक्ति मुहावरे एवं सूक्ति और कहावत
अनमोल वचन |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ