"अनमोल वचन 7": अवतरणों में अंतर
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* कभी भी सफाई नहीं दें। आपके दोस्तों को इसकी आवश्यकता नहीं है और आपके दुश्मनों को विश्वास ही नहीं होगा। ~ अलबर्ट हब्बार्ड | * कभी भी सफाई नहीं दें। आपके दोस्तों को इसकी आवश्यकता नहीं है और आपके दुश्मनों को विश्वास ही नहीं होगा। ~ अलबर्ट हब्बार्ड | ||
* यदि आपके पास स्वास्थ्य है तो संभवतः आप प्रसन्न होंगे, और यदि आपके पास स्वास्थ्य और प्रसन्नता दोनों हैं, तो आपके पास अपनी आवश्यकता के अनुसार समस्त सम्पदा होगी फिर चाहे आप इसे न भी चाहते हों। ~ एल्बर्ट हुब्बार्ड | * यदि आपके पास स्वास्थ्य है तो संभवतः आप प्रसन्न होंगे, और यदि आपके पास स्वास्थ्य और प्रसन्नता दोनों हैं, तो आपके पास अपनी आवश्यकता के अनुसार समस्त सम्पदा होगी फिर चाहे आप इसे न भी चाहते हों। ~ एल्बर्ट हुब्बार्ड | ||
==खलील ज़िब्रान== | |||
* बीता कल आज की याद है, और आने वाला कल आज का स्वप्न। ~ खलील जिब्रान | |||
* मानवता प्रकाश की वह नदी है जो सीमित से असीम की ओर बहती है। ~ खलील जिब्रान | |||
* बीता कल आज की याद है, और आने वाला कल आज का स्वप्न। ~ खलील जिब्रान | |||
* दानशीलता हमारी क्षमता से अधिक देने में, और गौरव अपनी आवश्यकता से कम लेने में है। ~ खलील गिब्रान | |||
* किसी भी नींव का सबसे मजबूत पत्थर सबसे निचला ही होता है। ~ खलील ज़िब्रान (1883-1931), सीरियाई कवि | |||
* किसी व्यक्ति के दिल-दिमाग को समझने के लिए इस बात को न देखें कि उसने अभी तक क्या प्राप्त किया है, अपितु इस बात को देखें कि वह क्या अभिलाषा रखता है। ~ कैहलिल जिब्रान | |||
* जिनसे प्रेम करते हैं, उन्हें जाने दें, वे यदि लौट आते हैं तो वे सदा के लिए आपके हैं। और अगर नहीं लौटते हैं तो वे कभी आपके थे ही नहीं। ~ खलील ज़िब्रान (1883-1931), सीरियाई कवि | |||
* आप अपने रहस्य यदि पवन पर खोल देते हैं तो वृक्षों में बात फैल जाने का दोष पवन पर मत मढ़ें। ~ ख़लील जिब्रान (1883-1931), सीरियाई कवि एवं चित्रकार | |||
==शेख सादी== | |||
* इंसान अगर लोभ को ठुकरा दे तो बादशाह से भी ऊंचा दर्जा हासिल कर सकता है, क्योंकि संतोष ही इंसान का माथा हमेशा ऊंचा रख सकता है। ~ शेख सादी | |||
* अज्ञानी आदमी के लिये खामोशी से बढ़कर कोई चीज नहीं, और अगर उसमें यह समझने की बुद्धि है तो वह अज्ञानी नहीं रहेगा। ~ शेखी सादी | |||
* वाणी मधुर हो तो सब कुछ वश में हो जाता है, अन्यथा सब शत्रु बन जाते हैं। ~ शेख सादी | |||
* वह आदमी वास्तव में बुद्धिमान है जो क्रोध में भी गलत बात मुंह से नहीं निकालता। ~ शेख सादी | |||
* लोभी को पूरा संसार मिल जाए तो भी वह, भूखा रहता है, लेकिन संतोषी का पेट, एक रोटी से ही भर जाता है। - शेख सादी | |||
* जो पाप में पड़ता है, वह मनुष्य है, जो उसमें पड़ने पर दुखी होता है, वह साधु है और जो उस पर अभिमान करता है, वह शैतान होता है। ~ फुलर | * जो पाप में पड़ता है, वह मनुष्य है, जो उसमें पड़ने पर दुखी होता है, वह साधु है और जो उस पर अभिमान करता है, वह शैतान होता है। ~ फुलर | ||
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* भूले नहीं कि जीवन का व्यवसाय व्यवसाय नहीं बल्कि जीवन है। ~ बी सी फोर्ब्स | * भूले नहीं कि जीवन का व्यवसाय व्यवसाय नहीं बल्कि जीवन है। ~ बी सी फोर्ब्स | ||
* यदि हम असफलता से शिक्षा प्राप्त करते हैं तो वह सफलता ही है। ~ मैल्कम फोर्ब्स | * यदि हम असफलता से शिक्षा प्राप्त करते हैं तो वह सफलता ही है। ~ मैल्कम फोर्ब्स | ||
* जिन्दगी वैसी नहीं है जैसी आप इसके लिये कामना करते हैं, यह तो वैसी बन जाती है, जैसा आप इसे बनाते हैं। ~ एंथनी रयान | * जिन्दगी वैसी नहीं है जैसी आप इसके लिये कामना करते हैं, यह तो वैसी बन जाती है, जैसा आप इसे बनाते हैं। ~ एंथनी रयान | ||
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* हर वर्ष एक बुरी आदत को मूल से खोदकर, फेंका जाए तो कुछ ही वर्षों में बुरे से बुरा, व्यक्ति भला हो सकता है। ~ सुकरात | * हर वर्ष एक बुरी आदत को मूल से खोदकर, फेंका जाए तो कुछ ही वर्षों में बुरे से बुरा, व्यक्ति भला हो सकता है। ~ सुकरात | ||
* धन से अच्छे गुण नहीं मिलते, धन अच्छे गुणों से मिलता है। ~ सुकरात | * धन से अच्छे गुण नहीं मिलते, धन अच्छे गुणों से मिलता है। ~ सुकरात | ||
* निकम्मे लोग सिर्फ खाने पीने के लिए जीते हैं, लेकिन सार्थक जीवन वाले जीवित रहने के लिए ही खाते और पीते हैं। ~ सुकरात | |||
* ऊंची से ऊंची चोटी पर पहुंचना मकसद हो तो अपना काम निचली सतह से शुरू करना चाहिए। ~ स्वेट मार्डेन | * ऊंची से ऊंची चोटी पर पहुंचना मकसद हो तो अपना काम निचली सतह से शुरू करना चाहिए। ~ स्वेट मार्डेन | ||
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* हम कभी नहीं जान पाएंगे कि एक छोटी सी मुस्कान कितना भला कर सकती है। - संत तरेसा | * हम कभी नहीं जान पाएंगे कि एक छोटी सी मुस्कान कितना भला कर सकती है। - संत तरेसा | ||
पंक्ति 301: | पंक्ति 306: | ||
* भगवान यह अपेक्षा नहीं करते कि हम सफल हों. वे तो केवल इतना ही चाहते हैं कि हम प्रयास करें। - मदर टेरेसा | * भगवान यह अपेक्षा नहीं करते कि हम सफल हों. वे तो केवल इतना ही चाहते हैं कि हम प्रयास करें। - मदर टेरेसा | ||
* मीठे बोल संक्षिप्त और बोलने में आसान हो सकते हैं, लेकिन उन की गूँज सचमुच अनंत होती है। - मां टेरेसा | * मीठे बोल संक्षिप्त और बोलने में आसान हो सकते हैं, लेकिन उन की गूँज सचमुच अनंत होती है। - मां टेरेसा | ||
* आपके पास जितना समय अभी है उससे अधिक समय कभी नहीं होगा। - अज्ञात | * आपके पास जितना समय अभी है उससे अधिक समय कभी नहीं होगा। - अज्ञात | ||
पंक्ति 333: | पंक्ति 337: | ||
* यदि आपने अपने जीवन की महानतम सफलता को प्राप्त करने की प्रक्रिया में किसी के दिल को ठेस पहुंचाई हैं तो आपको स्वयं को सर्वाधिक असफल व्यक्ति मानना चाहिए। - अज्ञात | * यदि आपने अपने जीवन की महानतम सफलता को प्राप्त करने की प्रक्रिया में किसी के दिल को ठेस पहुंचाई हैं तो आपको स्वयं को सर्वाधिक असफल व्यक्ति मानना चाहिए। - अज्ञात | ||
* कड़े गोश्त के लिए - पैने दाँत। - तुर्की की कहावत | * कड़े गोश्त के लिए - पैने दाँत। - तुर्की की कहावत | ||
* हमेशा अच्छा नाम छोड़ कर जाएँ, हो सकता है आप वापस आएँ। - केन्या की लोकोक्ति | * हमेशा अच्छा नाम छोड़ कर जाएँ, हो सकता है आप वापस आएँ। - केन्या की लोकोक्ति | ||
* आपके पास जो आटा है आप उसी की रोटी बना सकते है। - डेन्मार्क की लोकोक्ति | * आपके पास जो आटा है आप उसी की रोटी बना सकते है। - डेन्मार्क की लोकोक्ति | ||
* कर्म की उत्पत्ति विचार में है, अतः विचार ही महत्वपूर्ण हैं। - साई बाबा | * कर्म की उत्पत्ति विचार में है, अतः विचार ही महत्वपूर्ण हैं। - साई बाबा | ||
* आयु आपकी सोच में है। जितनी आप सोचते हैं उतनी ही आपकी उम्र है। - मुहम्मद अली | * आयु आपकी सोच में है। जितनी आप सोचते हैं उतनी ही आपकी उम्र है। - मुहम्मद अली | ||
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* मित्रता आनन्द को दुगुना और दुःख को आधा कर देती है। - मिस्र की कहावत | * मित्रता आनन्द को दुगुना और दुःख को आधा कर देती है। - मिस्र की कहावत | ||
* ऐसा व्यक्ति जो अनुशासन के बिना जीवन जीता है वह सम्मान रहित मृत्यु मरता है। - आईसलैण्ड की कहावत | * ऐसा व्यक्ति जो अनुशासन के बिना जीवन जीता है वह सम्मान रहित मृत्यु मरता है। - आईसलैण्ड की कहावत | ||
* हम अपने कार्यों के परिणाम का निर्णय करने वाले कौन हैं? यह तो भगवान का कार्यक्षेत्र है। हम तो एकमात्र कर्म करने के लिए उत्तरदायी हैं। - गीता | |||
* हम अपने कार्यों के परिणाम का निर्णय करने वाले कौन हैं? यह तो भगवान का कार्यक्षेत्र | |||
* यदि आप सात बार गिरते हैं, तो आठ बार खड़ें हों। - जापानी कहावत | * यदि आप सात बार गिरते हैं, तो आठ बार खड़ें हों। - जापानी कहावत | ||
* एक मीठा बोल सर्दी के तीन महीनों को ऊष्मा दे सकता है। - जापानी कहावत | * एक मीठा बोल सर्दी के तीन महीनों को ऊष्मा दे सकता है। - जापानी कहावत | ||
* ज़िंदगी तो कुल एक पीढ़ी भर की होती है, पर नेक काम पीढ़ी दर पीढ़ी चलता है। - जापानी कहावत | * ज़िंदगी तो कुल एक पीढ़ी भर की होती है, पर नेक काम पीढ़ी दर पीढ़ी चलता है। - जापानी कहावत | ||
* परमेश्वर पर भरोसा रखिए - लेकिन अपने ऊंट को भी खूंटे से कस कर बांधे रखिए। - फ़ारसी कहावत | * परमेश्वर पर भरोसा रखिए - लेकिन अपने ऊंट को भी खूंटे से कस कर बांधे रखिए। - फ़ारसी कहावत | ||
* बीमारी की कड़वाहट से व्यक्ति स्वास्थ्य की मधुरता समझ पाता है। - कैतालियाई कहावत | * बीमारी की कड़वाहट से व्यक्ति स्वास्थ्य की मधुरता समझ पाता है। - कैतालियाई कहावत |
16:40, 4 अक्टूबर 2011 का अवतरण
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इन्हें भी देखें: अनमोल वचन, अनमोल वचन 2, अनमोल वचन 3, अनमोल वचन 4, अनमोल वचन 5, अनमोल वचन 6, कहावत लोकोक्ति मुहावरे एवं सूक्ति और कहावत
अनमोल वचन |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ