"सेन थोमे बन्दरगाह": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replace - "गलीचे" to "ग़लीचे")
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{पुनरीक्षण}}
{{पुनरीक्षण}}
'''सेन थोमे बन्दरगाह''' एक ऐतिहासिक बन्दरगाह था। यह बन्दरगाह कोरोमंडल तट के दक्षिण में स्थित था। तथा यह बन्दरगाह [[चोल|चोल काल]] का एक प्रसिद्ध बन्दरगाह था और '''मायलापुरा''' के नाम से प्रसिद्ध था।
'''सेन थोमे बन्दरगाह''' एक ऐतिहासिक बन्दरगाह था। यह बन्दरगाह कोरोमंडल तट के दक्षिण में स्थित था। तथा यह बन्दरगाह [[चोल|चोल काल]] का एक प्रसिद्ध बन्दरगाह था और '''मायलापुरा''' के नाम से प्रसिद्ध था।
*सेन थोमे से कलात्मक वस्तुएँ, सूती वस्त्र, गलीचे, धागे, मलमल आदि वस्तुएँ [[मक्का]] तथा इससे आगे के देशों में भेजी जाती थीं। परंतु चौदहवीं शताब्दी में इसका महत्त्व कम हो गया।  
*सेन थोमे से कलात्मक वस्तुएँ, सूती वस्त्र, ग़लीचे, धागे, मलमल आदि वस्तुएँ [[मक्का]] तथा इससे आगे के देशों में भेजी जाती थीं। परंतु चौदहवीं शताब्दी में इसका महत्त्व कम हो गया।  
*मार्कोपोलो कहता है, 'यह बहुत कम जनसंख्या वाला छोटा-सा नगर है और यह एक ऐसा स्थान है, जहाँ बहुत थोड़े व्यापारी जाते हैं क्योंकि यहाँ सीमित व्यापारिक माल बिकता है।' लेकिन 16 वीं शताब्दी के प्रारम्भ में सेन थोमे बन्दरगाह का पुनरुत्थान हुआ।  
*मार्कोपोलो कहता है, 'यह बहुत कम जनसंख्या वाला छोटा-सा नगर है और यह एक ऐसा स्थान है, जहाँ बहुत थोड़े व्यापारी जाते हैं क्योंकि यहाँ सीमित व्यापारिक माल बिकता है।' लेकिन 16 वीं शताब्दी के प्रारम्भ में सेन थोमे बन्दरगाह का पुनरुत्थान हुआ।  
*सेन थोमे में [[पुर्तग़ाल|पुर्तग़ालियों]] ने अपनी सैनिक छावनी एवं आवास स्थली बनाई। इसके पुनरुत्थान का एक कारक प्रख्यात यूरोपीय व्यापारियों का आगमन भी था।  
*सेन थोमे में [[पुर्तग़ाल|पुर्तग़ालियों]] ने अपनी सैनिक छावनी एवं आवास स्थली बनाई। इसके पुनरुत्थान का एक कारक प्रख्यात यूरोपीय व्यापारियों का आगमन भी था।  

14:00, 23 अप्रैल 2012 का अवतरण

इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

सेन थोमे बन्दरगाह एक ऐतिहासिक बन्दरगाह था। यह बन्दरगाह कोरोमंडल तट के दक्षिण में स्थित था। तथा यह बन्दरगाह चोल काल का एक प्रसिद्ध बन्दरगाह था और मायलापुरा के नाम से प्रसिद्ध था।

  • सेन थोमे से कलात्मक वस्तुएँ, सूती वस्त्र, ग़लीचे, धागे, मलमल आदि वस्तुएँ मक्का तथा इससे आगे के देशों में भेजी जाती थीं। परंतु चौदहवीं शताब्दी में इसका महत्त्व कम हो गया।
  • मार्कोपोलो कहता है, 'यह बहुत कम जनसंख्या वाला छोटा-सा नगर है और यह एक ऐसा स्थान है, जहाँ बहुत थोड़े व्यापारी जाते हैं क्योंकि यहाँ सीमित व्यापारिक माल बिकता है।' लेकिन 16 वीं शताब्दी के प्रारम्भ में सेन थोमे बन्दरगाह का पुनरुत्थान हुआ।
  • सेन थोमे में पुर्तग़ालियों ने अपनी सैनिक छावनी एवं आवास स्थली बनाई। इसके पुनरुत्थान का एक कारक प्रख्यात यूरोपीय व्यापारियों का आगमन भी था।




टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख