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<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{[[हिन्दी साहित्य]] के | {[[हिन्दी साहित्य]] के इतिहास के सर्वप्रथम लेखक का नाम है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[जार्ज ग्रियर्सन]] | -[[जार्ज ग्रियर्सन]] | ||
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+गार्सा द तासी | +गार्सा द तासी | ||
{'[[ | {'[[वेताल पचीसी]]' के रचनाकार हैं? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[लल्लू लालजी|लल्लूलाल]] | -[[लल्लू लालजी|लल्लूलाल]] | ||
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+[[सूरसागर]] | +[[सूरसागर]] | ||
-[[पद्मावत]] | -[[पद्मावत]] | ||
||[[चित्र:Surdas.jpg|सूरदास|100px|right]]सूरसागर [[सूरदास]] जी का प्रधान एवं महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ है। इसमें प्रथम नौ अध्याय संक्षिप्त है, पर दशम स्कन्ध का बहुत विस्तार हो गया है। इसमें भक्ति की प्रधानता है। इसके दो प्रसंग '[[कृष्ण]] की बाल-लीला' और 'भ्रमर-गीतसार' अत्यधिक महत्त्वपूर्ण हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सूरसागर]] | |||
{'गागर में सागर' मुहावरे का अर्थ क्या है? | {'गागर में सागर' मुहावरे का अर्थ क्या है? | ||
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-दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा, चेन्नई | -दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा, चेन्नई | ||
{ | {चौपाई के चारों चरणों में कितनी मात्राएँ होती है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -तेरह | ||
- | -सत्रह | ||
+ | -चौदह | ||
+सोलह | |||
{[[अपभ्रंश]] शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया? | {[[अपभ्रंश]] शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया? | ||
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+यथार्थवादी | +यथार्थवादी | ||
-आदर्शवादी | -आदर्शवादी | ||
{शोभित कर नवनीत लिए घुटरुनि चलत रेनु तन मण्डित मुख दधि लेप किए? | {शोभित कर नवनीत लिए घुटरुनि चलत रेनु तन मण्डित मुख दधि लेप किए? | ||
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-[[करुण रस]] | -[[करुण रस]] | ||
+वत्सल रस | +वत्सल रस | ||
{रीतिकाल का वह कौन-सा कवि है, जो अपनी मात्र एक कृति से [[हिन्दी साहित्य]] में अमर हो गया? 226 | |||
|type="()"} | |||
-[[रहीम]] | |||
-[[मतिराम]] | |||
+[[बिहारी]] | |||
-[[देव]] | |||
||[[चित्र:Bihari-Lal.jpg|बिहारी|100px|right]][[हिन्दी साहित्य]] के रीति काल के कवियों में बिहारीलाल का नाम महत्त्वपूर्ण है। महाकवि बिहारीलाल का जन्म 1595 के लगभग [[ग्वालियर]] में हुआ। वे जाति के माथुर चौबे थे। उनके पिता का नाम केशवराय था।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बिहारी]] | |||
06:54, 25 अक्टूबर 2011 का अवतरण
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