"दामोदर धर्मानंद कोसांबी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{पुनरीक्षण}}
{{पुनरीक्षण}}
'''दामोदर धर्मानंद कोसांबी''' (जन्म- [[31 जुलाई]], 1907; मृत्यु- [[29 जून]], 1966) प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रसिद्ध विद्वान, भाषा-वैज्ञानिक और गणितज्ञ थे।  
[[चित्र:Damodar-Dharmananda-Kosambi.jpg|thumb|दामोदर धर्मानंद कोसांबी]]
'''दामोदर धर्मानंद कोसांबी''' (जन्म- [[31 जुलाई]], 1907; मृत्यु- [[29 जून]], 1966) प्राचीन [[भारत का इतिहास|भारतीय इतिहास]] के प्रसिद्ध विद्वान, भाषा-वैज्ञानिक और गणितज्ञ थे।  
==जीवन परिचय==  
==जीवन परिचय==  
दामोदर धर्मानंद कोसांबी का जन्म 31 जुलाई, 1907 ई. को [[गोवा]] में हुआ था। धर्मानंद प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रसिद्ध विद्वान, भाषा-वैज्ञानिक और गणितज्ञ माने जाते थे। दामोदर के पिता [[बौद्ध धर्म]] के प्रकांड विद्वान थे।
दामोदर धर्मानंद कोसांबी का जन्म 31 जुलाई, 1907 ई. को [[गोवा]] में हुआ था। धर्मानंद प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रसिद्ध विद्वान, भाषा-वैज्ञानिक और गणितज्ञ माने जाते थे। दामोदर के पिता [[बौद्ध धर्म]] के प्रकांड विद्वान थे।
;शिक्षा
;शिक्षा
धर्मानंद कोसांबी [[अमेरिका]] के हारवर्ड विश्वविद्यालय में अध्यापक थे। अत: दामोदर की सारी शिक्षा अमेरिका में हुई। उनके अध्यन के मुख्य विषय थे-गणित, इतिहास और भाषा विज्ञान। शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ वर्षों तक [[काशी हिन्दू विश्वविद्यालय]] और [[अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय]] में अध्यापन किया और उसके बाद 1932 में गणित के प्रोफेसर बनकर [[पूना]] के फरग्यूसन कॉलेज चले गए। 1946 में उन्हें 'टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च' में आमंत्रित किया गया जहाँ वे 16 वर्ष तक काम करते रहे।
धर्मानंद कोसांबी [[अमेरिका]] के हारवर्ड विश्वविद्यालय में अध्यापक थे। अत: दामोदर की सारी शिक्षा अमेरिका में हुई। उनके अध्यन के मुख्य विषय थे-गणित, [[इतिहास]] और भाषा विज्ञान। शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ [[वर्ष|वर्षों]] तक [[काशी हिन्दू विश्वविद्यालय]] और [[अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय]] में अध्यापन किया और उसके बाद 1932 में गणित के प्रोफेसर बनकर [[पूना]] के फरग्यूसन कॉलेज चले गए। 1946 में उन्हें 'टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च' में आमंत्रित किया गया जहाँ वे 16 वर्ष तक काम करते रहे।
==योगदान==  
==योगदान==  
गणित के अतिरिक्त उनका उल्लेखनीय योगदान प्राचीन भारतीय इतिहास और [[संस्कृति]] के क्षेत्र में रहा है। उनके निम्नलिखित [[ग्रंथ]] बहुत प्रसिद्ध हैं-'मिथ एंड रियलिटी' 'स्टडीज़ इन द फार्मेशन ऑफ इंडियन कल्वर' और 'द कल्वर एंड सिविलाइज़ेशन ऑफ़ एंशेंट इंडिया इन हिस्टोरिकल आउटलाइन'। उन्होंने पश्चिम के इतिहासकारों की इस स्थापना का तर्कपूर्ण खंडन किया कि [[भारत]] की पुरानी सभ्यता बाहरी प्रभाव का परिणाम है। कोसांबी की मान्यता थी कि भारत की अपनी आंतरिक परिस्थितियों का परिणाम था।  
गणित के अतिरिक्त उनका उल्लेखनीय योगदान प्राचीन [[भारत का इतिहास|भारतीय इतिहास]] और [[संस्कृति]] के क्षेत्र में रहा है। उनके निम्नलिखित [[ग्रंथ]] बहुत प्रसिद्ध हैं- 'मिथ एंड रियलिटी', 'स्टडीज़ इन द फार्मेशन ऑफ इंडियन कल्वर' और 'द कल्वर एंड सिविलाइज़ेशन ऑफ़ एंशेंट इंडिया इन हिस्टोरिकल आउटलाइन'। उन्होंने पश्चिम के इतिहासकारों की इस स्थापना का तर्कपूर्ण खंडन किया कि [[भारत]] की पुरानी सभ्यता बाहरी प्रभाव का परिणाम है। कोसांबी की मान्यता थी कि भारत की अपनी आंतरिक परिस्थितियों का परिणाम था।  
==निधन==  
==निधन==  
प्रसिद्ध विद्वान दामोदर धर्मानंद कोसांबी का निधन 29 जून, 1966 को हुआ।
प्रसिद्ध विद्वान दामोदर धर्मानंद कोसांबी का निधन [[29 जून]], 1966 को हुआ।
 


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
पंक्ति 15: पंक्ति 15:
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
{{cite book | last =शर्मा | first =लीलाधर  | title =भारतीय चरित कोश  | edition = | publisher =शिक्षा भारती, दिल्ली | location =भारत डिस्कवरी पुस्तकालय  | language =हिन्दी  | pages =पृष्ठ 379 | chapter =}}
{{cite book | last =शर्मा | first =लीलाधर  | title =भारतीय चरित कोश  | edition = | publisher =शिक्षा भारती, दिल्ली | location =भारत डिस्कवरी पुस्तकालय  | language =हिन्दी  | pages =पृष्ठ 379 | chapter =}}
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==बाहरी कड़ियाँ==
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
[[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]]
[[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]]

07:00, 31 अक्टूबर 2011 का अवतरण

इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
दामोदर धर्मानंद कोसांबी

दामोदर धर्मानंद कोसांबी (जन्म- 31 जुलाई, 1907; मृत्यु- 29 जून, 1966) प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रसिद्ध विद्वान, भाषा-वैज्ञानिक और गणितज्ञ थे।

जीवन परिचय

दामोदर धर्मानंद कोसांबी का जन्म 31 जुलाई, 1907 ई. को गोवा में हुआ था। धर्मानंद प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रसिद्ध विद्वान, भाषा-वैज्ञानिक और गणितज्ञ माने जाते थे। दामोदर के पिता बौद्ध धर्म के प्रकांड विद्वान थे।

शिक्षा

धर्मानंद कोसांबी अमेरिका के हारवर्ड विश्वविद्यालय में अध्यापक थे। अत: दामोदर की सारी शिक्षा अमेरिका में हुई। उनके अध्यन के मुख्य विषय थे-गणित, इतिहास और भाषा विज्ञान। शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ वर्षों तक काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में अध्यापन किया और उसके बाद 1932 में गणित के प्रोफेसर बनकर पूना के फरग्यूसन कॉलेज चले गए। 1946 में उन्हें 'टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च' में आमंत्रित किया गया जहाँ वे 16 वर्ष तक काम करते रहे।

योगदान

गणित के अतिरिक्त उनका उल्लेखनीय योगदान प्राचीन भारतीय इतिहास और संस्कृति के क्षेत्र में रहा है। उनके निम्नलिखित ग्रंथ बहुत प्रसिद्ध हैं- 'मिथ एंड रियलिटी', 'स्टडीज़ इन द फार्मेशन ऑफ इंडियन कल्वर' और 'द कल्वर एंड सिविलाइज़ेशन ऑफ़ एंशेंट इंडिया इन हिस्टोरिकल आउटलाइन'। उन्होंने पश्चिम के इतिहासकारों की इस स्थापना का तर्कपूर्ण खंडन किया कि भारत की पुरानी सभ्यता बाहरी प्रभाव का परिणाम है। कोसांबी की मान्यता थी कि भारत की अपनी आंतरिक परिस्थितियों का परिणाम था।

निधन

प्रसिद्ध विद्वान दामोदर धर्मानंद कोसांबी का निधन 29 जून, 1966 को हुआ।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

शर्मा, लीलाधर भारतीय चरित कोश (हिन्दी)। भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: शिक्षा भारती, दिल्ली, पृष्ठ 379।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख