"छोड़ो कल की बातें": अवतरणों में अंतर
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हमको कितने ताजमहल हैं और बनाने | हमको कितने ताजमहल हैं और बनाने | ||
कितने हैं अजंता हम को और सजाने | कितने हैं अजंता हम को और सजाने | ||
अभी पलटना है | अभी पलटना है रुख़ कितने दरियाओं का | ||
कितने पवर्त राहों से हैं आज हटाने | कितने पवर्त राहों से हैं आज हटाने | ||
नया खून है, नयी उमंगें, अब है नयी जवानी | नया खून है, नयी उमंगें, अब है नयी जवानी |
13:50, 3 फ़रवरी 2013 का अवतरण
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छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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