प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) (पन्ने को खाली किया) |
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{सूचना बक्सा मन्दिर | |||
|चित्र=Varadaraja-Temple.jpg | |||
|चित्र का नाम=वरदराज पेरुमल मंदिर, कांचीपुरम | |||
|वर्णन=वरदराज पेरुमल मंदिर तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम शहर में स्थित है। | |||
|स्थान=[[कांचीपुरम]] | |||
|निर्माता=[[चोल]], [[कुलोत्तुंग प्रथम]], [[विक्रम चोल]] | |||
|जीर्णोद्धारक= | |||
|निर्माण काल=सन 1053 | |||
|देवी-देवता=भगवान [[विष्णु]] | |||
|वास्तुकला=द्रविड़ | |||
|भौगोलिक स्थिति=[http://maps.google.com/maps?q=12.819417,79.724693&ll=12.819668,79.724693&spn=0.009624,0.021136&t=m&z=16&vpsrc=0&iwloc=near उत्तर- 12° 49' 9.90", पूर्व- 79° 43' 28.89"] | |||
|संबंधित लेख=[[एकम्बरनाथर मंदिर]], [[कैलाशनाथार मंदिर कांचीपुरम|कैलाशनाथार मंदिर]], [[कामाक्षी अम्मान मंदिर]], [[किरीकिरी पक्षी अभयारण्य]], [[बेदानथंगल पक्षी अभयारण्य]], [[बैकुंठ पेरुमल मंदिर]] | |||
|शीर्षक 1=मानचित्र लिंक | |||
|पाठ 1=[http://maps.google.com/maps?q=Varadharaja+Perumal+Temple,+Kanchipuram,+Tamil+Nadu,+India&hl=en&ll=12.827535,79.725466&spn=0.038497,0.084543&sll=12.846908,79.700725&sspn=0.009623,0.021136&vpsrc=6&hq=Varadharaja+Perumal+Temple,&hnear=Kanchipuram,+Tamil+Nadu,+India&t=m&z=14 गूगल मानचित्र] | |||
|शीर्षक 2= | |||
|पाठ 2= | |||
|अन्य जानकारी=सालाना रूप से मई-जून में होने वाले गरुडोथ्सवम काफ़ी रंगीन व आकर्षक तरीके से मनाया जाता है, जो हज़ारों श्रद्धालुओं को बरबस अपनी ओर खींचता लगता है। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
}} |
11:52, 23 जनवरी 2012 का अवतरण
रूबी/अभ्यास2
| |
वर्णन | वरदराज पेरुमल मंदिर तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम शहर में स्थित है। |
स्थान | कांचीपुरम |
निर्माता | चोल, कुलोत्तुंग प्रथम, विक्रम चोल |
निर्माण काल | सन 1053 |
देवी-देवता | भगवान विष्णु |
वास्तुकला | द्रविड़ |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 12° 49' 9.90", पूर्व- 79° 43' 28.89" |
संबंधित लेख | एकम्बरनाथर मंदिर, कैलाशनाथार मंदिर, कामाक्षी अम्मान मंदिर, किरीकिरी पक्षी अभयारण्य, बेदानथंगल पक्षी अभयारण्य, बैकुंठ पेरुमल मंदिर |
मानचित्र लिंक | गूगल मानचित्र |
अन्य जानकारी | सालाना रूप से मई-जून में होने वाले गरुडोथ्सवम काफ़ी रंगीन व आकर्षक तरीके से मनाया जाता है, जो हज़ारों श्रद्धालुओं को बरबस अपनी ओर खींचता लगता है। |