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<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{प्रसिद्ध रंगकर्मी हबीब तनवीर [[छत्तीसगढ़]] के किस ज़िले से हैं? | {प्रसिद्ध रंगकर्मी हबीब तनवीर [[छत्तीसगढ़]] के किस ज़िले से हैं? | ||
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-[[रायगढ़ ज़िला|रायगढ़]] | -[[रायगढ़ ज़िला|रायगढ़]] | ||
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+[[रायपुर ज़िला|रायपुर]] | +[[रायपुर ज़िला|रायपुर]] | ||
{[[छत्तीसगढ़]] राज्य में [[तबला|तबले]] से मिलता-जुलता छोटा [[वाद्ययंत्र]] कौन-सा है? | {[[छत्तीसगढ़]] राज्य में [[तबला|तबले]] से मिलता-जुलता छोटा [[वाद्ययंत्र]] कौन-सा है? | ||
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-[[ढोल]] | -[[ढोल]] | ||
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-दफड़ा | -दफड़ा | ||
{[[छत्तीसगढ़]] की [[राजिम]] नगरी किस नदी के तट पर स्थित है? | {[[छत्तीसगढ़]] की [[राजिम]] नगरी किस नदी के तट पर स्थित है? | ||
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-[[हसदो नदी]] | -[[हसदो नदी]] | ||
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||[[चित्र:Rajim-Kumbh.jpg|right|120px|राजिम कुंभ, छत्तीसगढ़]]राजिम अपने शानदार मन्दिरों के लिए प्रसिद्ध है। [[महानदी]] पूरे [[छत्तीसगढ़]] की प्रमुख जीवनदायिनी नदी है। इसी नदी के तट पर बसी है, 'राजिम नगरी'। छत्तीसगढ़ की राजधानी [[रायपुर]] से 45 किलोमीटर दूर 'सोंढूर', '[[पैरी नदी|पैरी]]' और '[[महानदी]]' के त्रिवेणी संगम-तट पर बसे छत्तीसगढ़ की इस नगरी को श्रृद्धालु '[[श्राद्ध]]', '[[तर्पण (श्राद्ध)|तर्पण]]', 'पर्व स्नान' और 'दान' आदि धार्मिक कार्यों के लिए उतना ही पवित्र मानते हैं, जितना कि [[अयोध्या]] और [[बनारस]] को।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[राजिम]] | ||[[चित्र:Rajim-Kumbh.jpg|right|120px|राजिम कुंभ, छत्तीसगढ़]]राजिम अपने शानदार मन्दिरों के लिए प्रसिद्ध है। [[महानदी]] पूरे [[छत्तीसगढ़]] की प्रमुख जीवनदायिनी नदी है। इसी नदी के तट पर बसी है, 'राजिम नगरी'। छत्तीसगढ़ की राजधानी [[रायपुर]] से 45 किलोमीटर दूर 'सोंढूर', '[[पैरी नदी|पैरी]]' और '[[महानदी]]' के त्रिवेणी संगम-तट पर बसे छत्तीसगढ़ की इस नगरी को श्रृद्धालु '[[श्राद्ध]]', '[[तर्पण (श्राद्ध)|तर्पण]]', 'पर्व स्नान' और 'दान' आदि धार्मिक कार्यों के लिए उतना ही पवित्र मानते हैं, जितना कि [[अयोध्या]] और [[बनारस]] को।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[राजिम]] | ||
{प्रभाकुमारी [[छत्तीसगढ़]] की किस विधा की कलाकार हैं? | {प्रभाकुमारी [[छत्तीसगढ़]] की किस विधा की कलाकार हैं? | ||
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-करमा नर्तकी | -करमा नर्तकी | ||
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-[[पंथी नृत्य]] नर्तकी | -[[पंथी नृत्य]] नर्तकी | ||
{[[छत्तीसगढ़]] की प्रसिद्ध लोक-कलाकार लक्ष्मीबाई बंजारे किस गायन क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं? | {[[छत्तीसगढ़]] की प्रसिद्ध लोक-कलाकार लक्ष्मीबाई बंजारे किस गायन क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं? | ||
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+पण्डवानी गायन | +पण्डवानी गायन | ||
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-बाँसागीत | -बाँसागीत | ||
{[[छत्तीसगढ़]] का '[[पाणिनी]]' किसे माना जाता हैं? | {[[छत्तीसगढ़]] का '[[पाणिनी]]' किसे माना जाता हैं? | ||
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+हीरालाल | +हीरालाल | ||
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-पंडित शुकलाल पाणे | -पंडित शुकलाल पाणे | ||
{[[मराठा|मराठों]] के अधिकार से पूर्व [[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] किस राज्य की राजधानी रहा था? | {[[मराठा|मराठों]] के अधिकार से पूर्व [[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] किस राज्य की राजधानी रहा था? | ||
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-[[कलचुरी वंश|कलचुरी]] | -[[कलचुरी वंश|कलचुरी]] | ||
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||'गोंड' [[मध्य प्रदेश]] की सबसे महत्त्वपूर्ण जनजाति है, जो प्राचीन काल के गोंड राजाओं को अपना वंशज मानती है। यह एक स्वतंत्र जनजाति थी, जिसका अपना राज्य था और जिसके 52 गढ़ थे। मध्य [[भारत]] में 14वीं से 18वीं शताब्दी तक इसका राज्य रहा था। [[मुग़ल]] शासकों और [[मराठा]] शासकों ने इन पर आक्रमण कर इनके क्षेत्र पर अधिकार कर लिया और इन्हें घने जंगलों तथा पहाड़ी क्षेत्रों में शरण लेने को बाध्य किया। गोंड जनजाति के वर्तमान निवास स्थान मध्य प्रदेश एवं [[छत्तीसगढ़]] राज्यों के पठारी भाग, जिसमें [[छिंदवाड़ा]], बेतूल, सिवानी और माडंला के ज़िले सम्मिलित हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गोंड]] | ||'गोंड' [[मध्य प्रदेश]] की सबसे महत्त्वपूर्ण जनजाति है, जो प्राचीन काल के गोंड राजाओं को अपना वंशज मानती है। यह एक स्वतंत्र जनजाति थी, जिसका अपना राज्य था और जिसके 52 गढ़ थे। मध्य [[भारत]] में 14वीं से 18वीं शताब्दी तक इसका राज्य रहा था। [[मुग़ल]] शासकों और [[मराठा]] शासकों ने इन पर आक्रमण कर इनके क्षेत्र पर अधिकार कर लिया और इन्हें घने जंगलों तथा पहाड़ी क्षेत्रों में शरण लेने को बाध्य किया। गोंड जनजाति के वर्तमान निवास स्थान मध्य प्रदेश एवं [[छत्तीसगढ़]] राज्यों के पठारी भाग, जिसमें [[छिंदवाड़ा]], बेतूल, सिवानी और माडंला के ज़िले सम्मिलित हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गोंड]] | ||
{[[छत्तीसगढ़]] का प्रसिद्ध 'पढ़ौनी-भात' किसे कहते हैं? | {[[छत्तीसगढ़]] का प्रसिद्ध 'पढ़ौनी-भात' किसे कहते हैं? | ||
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-मामा को घर में बुलाकर भोजन कराना। | -मामा को घर में बुलाकर भोजन कराना। | ||
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-[[विवाह]] के समय दुल्हे को कराया गया भोजन। | -[[विवाह]] के समय दुल्हे को कराया गया भोजन। | ||
{'ध्रोटयाल गोंड' का प्रमुख कार्य क्या है? | {'ध्रोटयाल गोंड' का प्रमुख कार्य क्या है? | ||
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+टोकरियाँ बनाना | +टोकरियाँ बनाना | ||
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-[[पुरोहित]] का कार्य करना | -[[पुरोहित]] का कार्य करना | ||
{[[छत्तीसगढ़ी भाषा]] में नाटक की शुरुआत किसकी रचना से मानी जाती है? | {[[छत्तीसगढ़ी भाषा]] में नाटक की शुरुआत किसकी रचना से मानी जाती है? | ||
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-प्रहलाद दुबे | -प्रहलाद दुबे | ||
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-कोदूराम दलित | -कोदूराम दलित | ||
{[[छत्तीसगढ़]] में 'अंगाकर' क्या है? | {[[छत्तीसगढ़]] में 'अंगाकर' क्या है? | ||
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-मोटा [[सेब]] | -मोटा [[सेब]] | ||
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-[[विवाह]] से पूर्व हाथ का फेरा | -[[विवाह]] से पूर्व हाथ का फेरा | ||
{छत्तीसगढ़]] के किस शहर में 'रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय' स्थित है? | |||
{छत्तीसगढ़]] के किस शहर में 'रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय' स्थित है? | |||
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-[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] | -[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] | ||
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||[[चित्र:Raipur-District-Map.jpg|right|100px|रायपुर ज़िले का मानचित्र]][[छत्तीसगढ़]] में रायपुर अध्ययन का महत्त्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ के [[कला]], [[विज्ञान]], वाणिज्य, विधि, कृषि विज्ञान, इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, औषधी विज्ञान (आयुर्वेदिक और ऐलोपैथिक) और प्राच्य भाषाओं के कॉलेज यहाँ स्थित 'रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय' ([[1964]]) से संबद्ध हैं। छत्तीसगढ़ में दूरदर्शन की शुरुआत सर्वप्रथम [[रायपुर]] से हुई थी। दूरदर्शन द्वारा चलाये गये शिक्षण कार्यक्रमों से भी यहाँ के जीवन स्तर में सुधार आया है। रायपुर में अनेक [[संगीत]] अकादमियाँ एक संग्रहालय, एक क्षयरोग अस्पताल और [[चावल]] व रेशम व्यवसाय के प्रायोगिक फ़ार्म हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रायपुर]] | ||[[चित्र:Raipur-District-Map.jpg|right|100px|रायपुर ज़िले का मानचित्र]][[छत्तीसगढ़]] में रायपुर अध्ययन का महत्त्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ के [[कला]], [[विज्ञान]], वाणिज्य, विधि, कृषि विज्ञान, इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, औषधी विज्ञान (आयुर्वेदिक और ऐलोपैथिक) और प्राच्य भाषाओं के कॉलेज यहाँ स्थित 'रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय' ([[1964]]) से संबद्ध हैं। छत्तीसगढ़ में दूरदर्शन की शुरुआत सर्वप्रथम [[रायपुर]] से हुई थी। दूरदर्शन द्वारा चलाये गये शिक्षण कार्यक्रमों से भी यहाँ के जीवन स्तर में सुधार आया है। रायपुर में अनेक [[संगीत]] अकादमियाँ एक संग्रहालय, एक क्षयरोग अस्पताल और [[चावल]] व रेशम व्यवसाय के प्रायोगिक फ़ार्म हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रायपुर]] | ||
{'शिखर साहित्य पुरस्कार' के प्राप्तकर्ता [[छत्तीसगढ़]] के प्रमुख साहित्यकार कौन हैं? | {प्रथम प्रकाशित [[छत्तीसगढ़ी]] उपन्यास कौन-सा है? | ||
|type="()"} | |||
+हीरू के कहिनीज | |||
-दियाना के अंजोर | |||
-मोंगरा | |||
-पुटहा करम | |||
{'शिखर साहित्य पुरस्कार' के प्राप्तकर्ता [[छत्तीसगढ़]] के प्रमुख साहित्यकार कौन हैं? | |||
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-[[गजानन माधव मुक्तिबोध]] | -[[गजानन माधव मुक्तिबोध]] | ||
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-लाला जगदलपुरी | -लाला जगदलपुरी | ||
{'बस्तर लोकोत्सव' का आयोजन कब से कब तक किया जाता है? | {'बस्तर लोकोत्सव' का आयोजन कब से कब तक किया जाता है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[7 अक्टूबर]] से [[17 अक्टूबर]] तक | +[[7 अक्टूबर]] से [[17 अक्टूबर]] तक |
12:46, 13 मार्च 2012 का अवतरण
छत्तीसगढ़ का सामान्य ज्ञान
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