"वेंकटेश आयंगर": अवतरणों में अंतर
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'''वेंकटेश आयंगर''' (जन्म [[6 जून]], [[1891]]; मृत्यु [[6 जून]], [[1986]]) [[साहित्य अकादमी|साहित्य अकादमी पुरस्कार]] से सम्मानित [[कन्नड़]] उपन्यासकार व नाटककार थे, जिन्हें सन [[1893]] में 'चिकवीरा राजेन्द्र' के लिए भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया था। | '''वेंकटेश आयंगर''' (जन्म [[6 जून]], [[1891]]; मृत्यु [[6 जून]], [[1986]]) [[साहित्य अकादमी|साहित्य अकादमी पुरस्कार]] से सम्मानित [[कन्नड़]] उपन्यासकार व नाटककार थे, जिन्हें सन [[1893]] में 'चिकवीरा राजेन्द्र' के लिए भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया था। | ||
*वेंकटेश आयंगर का वास्तविक नाम 'मस्ती वेंकटेश आयंगर' था, वह कन्नड़ साहित्यकार भी थे। | *वेंकटेश आयंगर का वास्तविक नाम 'मस्ती वेंकटेश आयंगर' था, वह कन्नड़ साहित्यकार भी थे। | ||
*वेंकटेश आयंगर ने सन 1914 में मद्रास विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ़ आर्ट्स की उपाधि प्राप्त की थी। | *वेंकटेश आयंगर ने सन [[1914]] में [[मद्रास विश्वविद्यालय]] से मास्टर ऑफ़ आर्ट्स की उपाधि प्राप्त की थी। | ||
*इन्होंने 118 से भी अधिक उपन्यास लिखे हैं। | *इन्होंने 118 से भी अधिक उपन्यास लिखे हैं। | ||
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वेंकटेश आयंगर (जन्म 6 जून, 1891; मृत्यु 6 जून, 1986) साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कन्नड़ उपन्यासकार व नाटककार थे, जिन्हें सन 1893 में 'चिकवीरा राजेन्द्र' के लिए भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया था।
- वेंकटेश आयंगर का वास्तविक नाम 'मस्ती वेंकटेश आयंगर' था, वह कन्नड़ साहित्यकार भी थे।
- वेंकटेश आयंगर ने सन 1914 में मद्रास विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ़ आर्ट्स की उपाधि प्राप्त की थी।
- इन्होंने 118 से भी अधिक उपन्यास लिखे हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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