"जियो जियो अय हिन्दुस्तान -रामधारी सिंह दिनकर": अवतरणों में अंतर
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हम शकारि विक्रमादित्य हैं अरिदल को दलने वाले, | हम शकारि विक्रमादित्य हैं अरिदल को दलने वाले, | ||
रण में ज़मीं नहीं, दुश्मन की लाशों पर चलने वाले। | रण में ज़मीं नहीं, दुश्मन की लाशों पर चलने वाले। | ||
हम अर्जुन, हम भीम, शान्ति के लिये | हम अर्जुन, हम भीम, शान्ति के लिये जगत् में जीते हैं | ||
मगर, शत्रु हठ करे अगर तो, लहू वक्ष का पीते हैं। | मगर, शत्रु हठ करे अगर तो, लहू वक्ष का पीते हैं। | ||
हम हैं शिवा - प्रताप रोटियाँ भले घास की खाएंगे, | हम हैं शिवा - प्रताप रोटियाँ भले घास की खाएंगे, |
13:56, 30 जून 2017 के समय का अवतरण
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जाग रहे हम वीर जवान, |
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