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अंकधारी विष्णु के कुछ उपासक तप्तमुद्रा अर्थात् शंख, चक्र, गदा, पद्म के चिह्न शरीर पर छपवाते हैं।
- दक्षिण में शंकर के भी भक्त त्रिशूल या शिवलिंग के चिह्न छपवाते हैं।
- इस प्रथा का महत्व रामानुज संप्रदाय में अधिक है और द्वारका इसका केन्द्र माना गया है
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख