"गुप्तोत्तर काल": अवतरणों में अंतर
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09:25, 22 जून 2012 का अवतरण
गुप्तोत्तर काल में भारत की राजनीतिक स्थिति के निम्नलिखित पहलू विशेष रूप उल्लेखनीय है।
- दक्षिण भारत के इतिहास के अन्तर्गत चालुक्य एवं पल्लवों के इतिहास का अध्ययन 550 ई. के मध्य।
- अरबों का सिन्ध पर आक्रमण एवं उसके भारतीय इतिहास पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन।
- राजपूतों की उत्पत्ति के अन्तर्गत हर्ष के बाद की सभी शक्तियों का अध्ययन।
- 'त्रिपक्षीय संघर्ष' में प्रतिहार, पाल एवं राष्ट्रकूट की भूमिका अध्ययन।
- 9वीं शताब्दी के उपरान्त उत्तरी एवं दक्षिणी भारत के कुछ क्षेत्रीय राज्यों का अध्ययन ।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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