"हाइपर प्लेन": अवतरणों में अंतर
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14:26, 14 अक्टूबर 2012 का अवतरण
हाइपर प्लेन भारत की अंतरिक्षीय प्रौद्योगिकी के अंतर्गत चतुर्थ पीढ़ी का प्रक्षेपण यान है। यह परम्परागत प्रक्षेपण यान पे-लोड के रूप में ईधन एवं ऑक्सीजन ले जाते हैं। हाइपर प्लेन को लगभग 100 बार पुन: इस्तेमाल किया जा सकता है।
- यह यान 25 कि.मी. की दूरी के बाद वातावरणीय ऑक्सीजन को द्रवित करने लगता है। इसमें रेमजेट तकनीक का प्रयोग करता है।
- वायुमंडल में हाइपर प्लेन एक वायुयान है, जबकि बाह्य अंतरिक्ष में यह एक रॉकेट है।
- हाइपर प्लेन अपनी पे लोड क्षमता, लगभग तीन गुणा परम्परागत हवाई पट्टी से भी प्रक्षेपित किया जा सकता है।
- एक बार में एक से अधिक उपग्रह हाइपर प्लेन द्वारा प्रक्षेपित किये जा सकते हैं।
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