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11:01, 8 अक्टूबर 2012 का अवतरण
अंजन नामक शब्द से हिन्दू पौराणिक ग्रंथों में निम्न परिचय मिलते हैं-
- एक सर्प का नाम है जो पुराणानुसार कश्यप की स्त्री कद्रू से उत्पत्र हुआ था।[1]
- वामदेव साम के वर्ग का एक हाथी जो दक्षिण-पश्चिम कोण का दिग्गज कहा गया है। यह इरावती का पुत्र और सुनहले रंग का है।[2]
- एक पहाडी का नाम जो सितोद सर के पश्चिम में स्थित है,[3]। यहाँ उरगों का निवास कहा गया है[4] यह हाथियों के जगंल के नाम से विख्यात है।[5]
- कृति का एक नाम जो कुरूजित् का पिता था[6] ।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ -दे. कद्रू । (2)
- ↑ (ब्रह्म पुराण .3.7.292, 327, 339) ।
- ↑ (वायु पुराण 36.28)
- ↑ (वायु पुराण 36.28)
- ↑ (वायु पुराण 39.49.)
- ↑ (विष्णु पुराण 4.5.31.)