"कामाइचा": अवतरणों में अंतर
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12:22, 12 अक्टूबर 2012 का अवतरण
कामाइचा एक सांरगी की तरह का वाद्य यंत्र है, जिसकी तबली गोल होती है।
- यह राजस्थान का प्रमुख वाद्य है।
- कामाइचा में सत्ताईस तार होते है।
- स्वरों में गूँज और गम्भीरता के कारण कामाइचा की ध्वनि का प्रभाव कुछ अलग प्रकार का होता है।
- मराठी सेरगी से यह मिलता-जुलता वाद्य है।
- नाथ-पंथी साधु कामाइचा पर भर्रुहरि एवं गोपीचन्द की कथा के ही गीत गाते है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- पुस्तक- संगीत विशारद, पृष्ठ- 576