"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर
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{दक्षिण में 'जब्त व्यवस्था' [[शाहजहाँ]] के शासनकाल के अंतिम वर्षों में किसके द्वारा स्थापित की गयी थी? | {दक्षिण में 'जब्त व्यवस्था' [[शाहजहाँ]] के शासनकाल के अंतिम वर्षों में किसके द्वारा स्थापित की गयी थी? | ||
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+मुर्शिद कुली ख़ाँ | +[[मुर्शिद कुली ख़ाँ]] | ||
-[[शाहजी भोंसले]] | -[[शाहजी भोंसले]] | ||
-दानिशमन्द ख़ान | -दानिशमन्द ख़ान | ||
-दिलेर ख़ान | -दिलेर ख़ान | ||
||'मुर्शिद कुली ख़ाँ' [[बंगाल]] का प्रथम स्वतंत्र सूबेदार था। उसे वर्ष 1717 ई. में [[मुग़ल]] बादशाह [[औरंगज़ेब]] द्वारा इस पद पर नियुक्त किया गया था। बाद के समय में उसकी योग्यता से प्रभावित होकर बादशाह द्वारा उसे [[दीवान]] के भी सारे अधिकार प्रदान कर दिये गए थे। अपनी शासन व्यवस्था के अंतर्गत [[मुर्शिद कुली ख़ाँ]] ने नए भू-राजस्व के जरिए जागीर भूमि के बड़े भाग को 'खालसा भूमि' बना दिया और 'इजारा व्यवस्था' आरंभ की। मुर्शिद कुली ख़ाँ को 'दक्षिण का टोडरमल' भी कहा जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मुर्शिद कुली ख़ाँ]] | |||
{[[महात्मा गाँधी]] ने 'हिन्द स्वराज' की रचना की थी, जब वह- | {[[महात्मा गाँधी]] ने 'हिन्द स्वराज' की रचना की थी, जब वह- |
08:27, 19 जनवरी 2013 का अवतरण
इतिहास सामान्य ज्ञान
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