"केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल": अवतरणों में अंतर
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*[http://archive.india.gov.in/hindi/outerwin.php?id=http://crpf.nic.in/ आधिकारिक वेबसाइट] | *[http://archive.india.gov.in/hindi/outerwin.php?id=http://crpf.nic.in/ आधिकारिक वेबसाइट] |
11:03, 21 जुलाई 2013 का अवतरण
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (अंग्रेज़ी: Central Reserve Police Force, संक्षिप्त नाम: केरिपुब या CRPF) की कई भूमिकाएं हैं। यह बल राज्य सरकारों की आवश्यकतानुसार उनके प्रशासन द्वारा दिए गए आदेशों के मुताबिक भी कार्य करता है। बल का प्रमुख कार्य कानून व्यवस्था को बनाए रखना, अति विशिष्ठ लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा देश के आंतरिक हिस्सों में असामाजिक तत्त्वों से निपटना भी इसके प्रमुख कार्यों में से है।
महत्वपूर्ण कार्य
केरिपुब द्वारा किए जाने वाले महत्वपूर्ण कार्य इस प्रकार हैं:
- भीड़ नियंत्रण
- दंगा नियंत्रण
- आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन
- वाम चरमपंथ से निपटना
- मतदान के समय तनावग्रस्त इलाकों में बड़े स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था करना
- अति विशिष्ठ लोगों तथा स्थलों की सुरक्षा
- पर्यावरण एवं जीवों का संरक्षण
- युद्ध काल में आक्रमण से बचाव
- संयुक्त राष्ट्र संघ के शांति मिशन में शामिल होना
- प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत एवं बचाव कार्य करना
नियुक्ति
केरिपुब में अराजपत्रित स्तर पर सीधे नियुक्तियां उप निरीक्षक (सामान्य ड्यूटी), आरक्षक (सामान्य ड्यृटी), आरक्षक (तकनीकी/ट्रेड) तथा केरिपु अनुयायियों के रूप में होती हैं।
प्रशिक्षण
इन्हें आधारभूत, प्रोत्साहित, विशेष तथा निर्देशात्मक प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है और इससे संबंधित कई पाठ्यक्रम विभिन्न संस्थानों में संचालित किए जाते हैं।
- आंतरिक सुरक्षा अकादमी
- सीधे नियुक्त राजपत्रित अधिकारी (सहायक कमांडेंट) मूल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम
- केंद्रीय प्रशिक्षण कॉलेज- I
- केंद्रीय प्रशिक्षण कॉलेज - II
- केंद्रीय प्रशिक्षण कॉलेज- III
- नवनियुक्त आरक्षकों के लिए प्रशिक्षण केंद्र
कल्याण
सेवारत कार्मिकों के कल्याण के लिए निम्नलिखित सुविधाएं तथा व्यवस्थाएं केरिपुब प्रणाली में दी गई हैं:
- किसी भी ग्रुप केंद्र में मुफ्त सपरिवार रहने के लिए आवास
- सभी यूनिटों में इनडोर तथा आउटडोर खेलों की सुविधा
- मनोरंजन की पर्याप्त सुविधाएं
- हर कार्यालय में शिकायत निवारण तंत्र
- मुफ्त स्कूल बस सुविधा
- परिवारों के लिए परिवार कल्याण केंद्र, जहां घर की महिलाएं सिलाई, कढ़ाई तथा बुनाई सीख भी सकती हैं और अपने लिए आय भी अर्जित कर सकती हैं।
- बच्चों की पढ़ाई के लिए 37 स्थानों पर मोंटेसरी स्कूलों की स्थापना की गई है। जहां पर कार्मिकों के बच्चे नियमित रूप से शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
- बच्चों की नियमित शिक्षा के लिए 21 स्थानों पर केंद्रीय विद्यालय की स्थापना भी गई है।
आर्थिक सहायता
- कार्मिकों तथा उनके परिजनों को
- प्राकृतिक आपदा के समय
- तय ऋण सुविधा
सेवानिवृत्त कर्मियों का कल्याण
- कल्याण एवं पुनर्वास निदेशालय सेवानिवृत्त हो चुके अधिकारियों/कर्मचारियों को पुनर्रोजगार के सभी मौकों के बारे में जानकारी देता रहता है तथा मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराता है।
- परिजन को गंभीर बीमारी में आर्थिक सहायता व इलाज मुहैया करना।
- हर वर्ष एमबीबीएस की प्रवीण्य सूची में 7 तथा बीडीएस की प्रवीण्य सूची में एक सीट सीआरपीएफ कार्मिकों के बच्चों के लिए आरक्षित रहती है।
- दिल्ली के पॉलिटेक्नीक्स की सीटों में आरक्षण
- सीजीएचएस तथा सीपीएमएएफ अस्पतालों में इलाज की सुविधा तथा 100/- प्रति माह का मेडिकल भत्ता
- प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत सेवानिवृत्त कर्मियों को बेटे की पढ़ाई के लिए 18000/- रुपए प्रतिवर्ष तथा बेटी की पढ़ाई के लिए 15,000/- रुपए प्रतिवर्ष दिया जाता है, ताकि वो तकनीकी तथा व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण कर सकें। उपरोक्त छात्रवृत्ति एसएम तथा निरीक्षक स्तर तक ही लागू है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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