"आर्जव": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
|हिन्दी= गुण/भाव, ॠजुता, टेढ़ा न होना, सीधापन, सिधाई, सुगमता, सरलता, स्पष्टवादिता, ईमानदारी, कुटिलता का अभाव, (व्यवहार की) सरलता। | |हिन्दी= गुण/भाव, ॠजुता, टेढ़ा न होना, सीधापन, सिधाई, सुगमता, सरलता, स्पष्टवादिता, ईमानदारी, कुटिलता का अभाव, (व्यवहार की) सरलता। | ||
|व्याकरण=[स॰ ॠजु + अण्] पुल्लिंग- ॠजु होने की अवस्था | |व्याकरण=[स॰ ॠजु + अण्] पुल्लिंग- ॠजु होने की अवस्था | ||
|उदाहरण=भगवान [[राम|श्री राम]] ने आर्जवता से अपने वचन का पालन किया। | |उदाहरण=भगवान [[राम|श्री राम]] ने आर्जवता से अपने पिता [[दशरथ]] के वचन का पालन किया। | ||
|विशेष= | |विशेष= | ||
|पर्यायवाची=1- सं सद्-व्यवहार, अच्छा बरताव, भद्रता, भलाई, सद्निर्वाह<br /> | |पर्यायवाची=1- सं सद्-व्यवहार, अच्छा बरताव, भद्रता, भलाई, सद्निर्वाह<br /> |
06:22, 8 जुलाई 2010 का अवतरण
हिन्दी | गुण/भाव, ॠजुता, टेढ़ा न होना, सीधापन, सिधाई, सुगमता, सरलता, स्पष्टवादिता, ईमानदारी, कुटिलता का अभाव, (व्यवहार की) सरलता। |
-व्याकरण | [स॰ ॠजु + अण्] पुल्लिंग- ॠजु होने की अवस्था |
-उदाहरण | भगवान श्री राम ने आर्जवता से अपने पिता दशरथ के वचन का पालन किया। |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | 1- सं सद्-व्यवहार, अच्छा बरताव, भद्रता, भलाई, सद्निर्वाह 2-समव्यवहार, बराबरी, समचरण, समता, समाचरण, समान व्यवहार करना |
संस्कृत | आर्जवम् [ॠजु+अणु] सरलता, स्पष्टवादिता, सद्वर्ताव, खरापन, ईमानदारी, निष्कपटता, उदारहृदय होना- अहिंसा क्षान्तिरार्जवं- [1], क्षेत्रमार्जवस्य-[2]-सादगी, विनम्रता। |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
संबंधित लेख |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश