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12:14, 21 मार्च 2014 का अवतरण
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारेश्वर लिंग (चमोली, उत्तराखण्ड) में स्थित है। उनके स्वरूप काशी में केदारघाट पर स्थापित है। कथा के अनुसार राजा मान्धाता के काफी वृद्ध होने पर उन्हें प्रतिदिन दर्शन देने के लिए काशी में केदारेश्वर प्रकट हुए। मान्यता के अनुसार विश्वेश्वर के वर्तमान मंदिर की अपेक्षा केदार मंदिर काफी प्राचीन है। केदारेश्वर के दर्शन पूजन से भक्तों को पुण्य फल की प्राप्ति होती है। चैत्र कृष्ण चतुर्दशी को व्रत कर अगले दिन सुबह केदार की पूजा अर्चना बहुत फलदायी होता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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