"सदस्य:अंशुल सुधाकर": अवतरणों में अंतर
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-वेदिका | -वेदिका | ||
{ | {क्षेत्रफल के अनुसार महासागरों का सही अवरोही क्रम है- (पुस्तक ल्युसेंट सा.ज्ञा.,पृ.सं.-279प्रश्न-7 | ||
|type="()"} | |||
+प्रसांत महासागर,अटलांटिक महासागर,हिन्द महासागर,आर्कटिक महासागर | +प्रसांत महासागर,अटलांटिक महासागर,हिन्द महासागर,आर्कटिक महासागर | ||
-प्रसांत महासागर,हिन्द महासागर,अटलांटिक महासागर,आर्कटिक महासागर | -प्रसांत महासागर,हिन्द महासागर,अटलांटिक महासागर,आर्कटिक महासागर | ||
पंक्ति 282: | पंक्ति 282: | ||
-जलोढ़ पंख एवं शंकु | -जलोढ़ पंख एवं शंकु | ||
{नदी के उस मुहाने जहाँ से नदी समुद्र में गिरता है,त्रिकोण रूप में जलोढ़ मिट्टी का भाण्डार कहलाता है?(पुस्तक ल्युसेंट सा.ज्ञा.,पृ.सं.-276प्रश्न-8 | |||
|type="()"} | |||
-डेल्टा | |||
+महाद्वीपीय छज्जा | |||
-केप | |||
-लेवीज | |||
{महासागरों की सर्वधिक गहराई मीटर हैं- (पुस्तक ल्युसेंट सा.ज्ञा.,पृ.सं.-279प्रश्न-8 | |||
|type="()"} | |||
-9,428मी. | |||
-9,364मी. | |||
+10,993मी. | |||
-11217मी. | |||
{जलारेख (हाइड्रोग्राफ) की सहायता से क्या अंकित किया जाता है?(पुस्तक यू. जी. सी. भूगोल, पृ. सं.-1,प्र्श्न 6 | |||
|type="()"} | |||
-वायु तीव्रता | |||
-वाष्प अवधारणा | |||
+सापेक्षा आर्द्र्ता | |||
-जल निकास | |||
{फसल संयोजन का परिकलन के आधार पर किया जाता है।(पुस्तक यू. जी. सी. भूगोल, पृ. सं.-6,प्र्श्न -16 | |||
|type="()"} | |||
-निवल कृष्यित क्षेत्र का प्रतिशत क्षेत्र | |||
-सफल कृष्यित क्षेत्र का प्रतिशत क्षेत्र | |||
+एक क्षेत्र में फसलों का दर्जाकरण | |||
-इनमें से किसी के आधार पर नहीं | |||
{धरातलीय ताप का भूमण्डलीय प्रतिरूप सामान्यत: नियंत्रित होता है:(पुस्तक यू.जी.सी. भूगोल,पृ.सं.-13,प्र्श्न-6 | |||
|type="()"} | |||
-अक्षांश, देशांतर तथा तथा ऊँचाई द्वारा | |||
-अक्षांश, देशांतर तथा महाद्वीप-महासागर विषमता | |||
-महाद्वीप-महासागर विषमता, अक्षांश तथा ऊँचाई | |||
+महाद्वीप-महासागर विषमता, अक्षांश तथा ऊँचाई | |||
{धर्मों के निम्नलिखित समूहों में से किसका मध्यपूर्व में उद्गम हुआ?(पुस्तक यू.जी.सी. भूगोल,पृ.सं.-18,प्र्श्न-15 | |||
|type="()"} | |||
-यहूदी धर्म- ईसाई धर्म - कनफ्यूशियन धर्म | |||
-यहूदी धर्म - इस्लाम- ईसाई धर्म | |||
+ययूदी धर्म- इस्लाम- ताओ धर्म | |||
-इस्लाम- ईसाई धर्म -कनफ्युशियम धर्म | |||
{वायुमंडल को गर्मी कहाँ से प्राप्त होती है?(पुस्तक यू.जी.सी. भूगोल,पृ.सं.-201,प्र्श्न-6 | |||
|type="()"} | |||
-प्राप्त:काल | |||
-मध्य दिवस पर | |||
+मध्याह्र के बाद | |||
-सांयकाल के बाद | |||
{विश्व के चार सबसे बड़े महासागरों में कौन शामिल नहीं है?(पुस्तक ल्युसेंट सा.ज्ञा.,पृ.सं.-279प्रश्न-5 | |||
|type="()"} | |||
-प्रसांत महासागर | |||
-अटलांटिक महासागर | |||
-हिन्द महासागर | |||
+भूमध्य सागर | |||
{v-आकार की घाटी कौन बनाती है?(पुस्तक ल्युसेंट सा.ज्ञा.,पृ.सं.-276प्रश्न-9 | |||
|type="()"} | |||
-हिमनद या हिमानी | |||
-पवन | |||
-समुद्री लहर | |||
+नदी | |||
{महासागरों की औसत गहराई है- (पुस्तक ल्युसेंट सा.ज्ञा.,पृ.सं.-279प्रश्न-9 | |||
|type="()"} | |||
-3300मी. | |||
+3800मी. | |||
-4300मी. | |||
-4800मी. | |||
{वातावण में क्लोरोफ्लोकार्बन की वृद्धि निम्नलिखित से सम्बद्ध है:(पुस्तक यू. जी. सी. भूगोल, पृ. सं.-1,प्र्श्न -7 | |||
|type="()"} | |||
-ओजोन ह्रास | |||
-समुद्र तल का उत्थान | |||
+जलीय जीवों का ह्रास | |||
-सघन ध्वनीय प्रदूषण | |||
{भूगोल के विकास के परिप्रेक्ष्य में प्रमुख ब्रिटिश भूगोलवेत्ताअओं का सही अनुक्रम है :(पुस्तक यू. जी. सी. भूगोल, पृ. सं.-6प्र्श्न -17 | |||
|type="()"} | |||
-ए. जे. हर्बर्टसन, एस. डब्लू. वुलरिज, एच.जे. मैकिंडर, एल. डी. स्टैम्प | |||
-एस. डब्लू. वुलरिज, ए. जे. हर्बर्टसन, एस. डी. स्टैम्प, एच. डी. मैकिंडर | |||
+एच. जे. मैकिंडर, ए. जे. हर्बर्टसन, एस. डब्लू. वुलरिज, एल. डी. स्टैम्प | |||
-एल. डी. स्टैम्प, ए. जे. हर्बर्ट्सन. एस. ड्ब्लू. वुलरिज, एच. जे.मैकिंडर | |||
{पृथ्वी का अनुमानित औसत अलबिदो है:(पुस्तक यू.जी.सी. भूगोल,पृ.सं.-14,प्र्श्न8 | |||
|type="()"} | |||
+32प्रतिशत | |||
-40प्रतिशत | |||
-21प्रतिशत | |||
-50प्रतिशत | |||
{ओजोन क्षीणता का परिणाम हो सकता है:(पुस्तक यू.जी.सी. भूगोल,पृ.सं.-18,प्र्श्न-16 | |||
|type="()"} | |||
-जल की कमी | |||
-वन में आग | |||
+त्वचा कैंसर का होना | |||
-जल जनित बीमारियों का पुनर्जीवित होना | |||
{v-आकार की घाटी कौन बनाती है?(पुस्तक ल्युसेंट सा.ज्ञा.,पृ.सं.-276प्रश्न-9 | |||
|type="()"} | |||
-हिमनद या हिमानी, | |||
-पवन | |||
-समुद्री लहर | |||
+नदी | |||
{वातावण में क्लोरोफ्लोकार्बन की वृद्धि निम्नलिखित से सम्बद्ध है:(पुस्तक यू. जी. सी. भूगोल, पृ. सं.-1,प्र्श्न -7 | |||
|type="()"} | |||
-ओजोन ह्रास | |||
-समुद्र तल का उत्थान | |||
+जलीय जीवों का ह्रास | |||
-सघन ध्वनीय प्रदूषण | |||
{पृथ्वी का अनुमानित औसत अलबिदो है:(पुस्तक यू.जी.सी. भूगोल,पृ.सं.-14,प्र्श्न8 | |||
|type="()"} | |||
+32प्रतिशत,-40प्रतिशत,-21प्रतिशत,-50प्रतिशत | |||
{ओजोन क्षीणता का परिणाम हो सकता है:(पुस्तक यू.जी.सी. भूगोल,पृ.सं.-18,प्र्श्न-16 | |||
|type="()"} | |||
-जल की कमी | |||
-वन में आग | |||
+त्वचा कैंसर का होना | |||
-जल जनित बीमारियों का पुनर्जीवित होना | |||
{विषुवत रेखा पर क्षोभ सीमा (TROPOAUSE) कितनी ऊँचाई पर होती है?(पुस्तक यू.जी.सी. भूगोल,पृ.सं.-201,प्र्श्न-7 | |||
|type="()"} | |||
-5किमी. | |||
-20किमी. | |||
+17किमी. | |||
-25किमी | |||
11:19, 6 मार्च 2014 का अवतरण
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