"पहेली 18 मार्च 2014": अवतरणों में अंतर
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{ | {[[महाभारत]] के अठारहवें दिन के युद्ध का कौरव सेना का सेनापत्तित्व किसने किया था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[ | -[[कृपाचार्य]] | ||
-[[ | +[[शल्य]]-[[अश्वत्थामा]] | ||
-[[ | -[[दु:शासन]] | ||
-[[जयद्रथ]]-[[जरासंध]] | |||
||[[ | ||कर्ण-वध के उपरांत [[कौरव|कौरवों]] ने [[अश्वत्थामा]] के कहने से शल्य को सेनापति बनाया। [[कृष्ण]] ने [[युधिष्ठिर]] को शल्य-वध के लिए उत्साहित करते हुए कहा कि इस समय यह बात भूल जानी चाहिए कि वह [[पांडव|पांडवों]] का मामा है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[शल्य]] | ||
||[[महाभारत]] का अठारह दिन तक युद्ध चलता रहा। अश्वत्थामा को जब [[दुर्योधन]] के अधर्म-पूर्वक किये गये वध के विषय में पता चला तो वे क्रोध से अंधे हो गये। उन्होंने शिविर में सोते हुए समस्त पांचालों को मार डाला। द्रौपदी को समाचार मिला तो उसने आमरण अनशन कर लिया और कहा कि वह अनशन तभी तोड़ेगी, जब कि अश्वत्थामा के मस्तक पर सदैव बनी रहने वाली मणि उसे प्राप्त होगी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अश्वत्थामा]] | |||
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{{पहेली क्रम |पिछली=[[पहेली 17 मार्च 2014]] |अगली=[[पहेली 19 मार्च 2014]]}} | {{पहेली क्रम |पिछली=[[पहेली 17 मार्च 2014]] |अगली=[[पहेली 19 मार्च 2014]]}} |
11:32, 8 मार्च 2014 का अवतरण
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
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