"प्रयोग:मीरा3": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अंशुल सुधाकर (वार्ता | योगदान) No edit summary |
अंशुल सुधाकर (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 160: | पंक्ति 160: | ||
-एक व्यक्ति जो दूसरे समूहों के सांस्कृतिक तत्वों को आत्मसात करता है | -एक व्यक्ति जो दूसरे समूहों के सांस्कृतिक तत्वों को आत्मसात करता है | ||
{शिक्षा शब्द भाषा का है, जिसका निर्माण -(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-318,प्रश्न-3 | {शिक्षा शब्द [[भाषा]] का है, जिसका निर्माण -(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-318,प्रश्न-3 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-शिक्षित शब्द से हुआ है | -शिक्षित शब्द से हुआ है | ||
पंक्ति 246: | पंक्ति 246: | ||
{अलौकिता से किस धर्म का संबंधं है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-191,प्रश्न-7 | {अलौकिता से किस धर्म का संबंधं है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-191,प्रश्न-7 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-हिन्दू धर्म | -[[हिन्दू धर्म]] | ||
+मुस्लिम | +[[मुस्लिम]] | ||
-ईसाई | -[[ईसाई]] | ||
-पारसी | -[[पारसी]] | ||
{संस्कृति की परिभाषा इस प्रकार किसने दी है। संस्कृति आवश्यक रूप से नियमों का संग्रह है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-229,प्रश्न-6 | {संस्कृति की परिभाषा इस प्रकार किसने दी है। संस्कृति आवश्यक रूप से नियमों का संग्रह है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-229,प्रश्न-6 | ||
पंक्ति 261: | पंक्ति 261: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+संयुक्त परिवार | +संयुक्त परिवार | ||
-विस्तृत | -विस्तृत परिवार | ||
-एकाकी | -एकाकी परिवार | ||
-मिश्रित | -मिश्रित परिवार | ||
{सांस्कृतिक सापेक्षवाद-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-290,प्रश्न-5 | {सांस्कृतिक सापेक्षवाद-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-290,प्रश्न-5 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+यह मान्यता है कि प्रत्येक संस्कृति | +यह मान्यता है कि प्रत्येक संस्कृति का मूल्यांकन उसके अपने मापदंडों के संदर्भ में किया जाता है | ||
-यह तर्क है कि संस्कृति के विभिन्न भाग एक दूसरे से संबंधित है | -यह तर्क है कि संस्कृति के विभिन्न भाग एक दूसरे से संबंधित है | ||
-का अर्थ है किसी भी संस्कृतिक का मूल्यांकन निरपेक्ष पदों में हो सकता है | -का अर्थ है किसी भी संस्कृतिक का मूल्यांकन निरपेक्ष पदों में हो सकता है | ||
पंक्ति 300: | पंक्ति 300: | ||
-मार्क्स | -मार्क्स | ||
{जादू आज भी किस जनजाति में है, किंतु धर्म में नहीं है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-191,प्रश्न-9 | {जादू आज भी किस जनजाति में है, किंतु [[धर्म]] में नहीं है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-191,प्रश्न-9 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+कादर | +कादर | ||
पंक्ति 314: | पंक्ति 314: | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{निम्न प्रकार के विवाह में से देवर-विवाह कौन-सा है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-263,प्रश्न-7 | {निम्न प्रकार के [[विवाह]] में से देवर-विवाह कौन-सा है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-263,प्रश्न-7 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-भाई-बहनों के बीच विवाह | -भाई-बहनों के बीच विवाह | ||
पंक्ति 321: | पंक्ति 321: | ||
+पति के भाई के साथ विवाह | +पति के भाई के साथ विवाह | ||
{निम्नलिखित में किसने संस्कृति को "अनिवार्यत: मानव आवश्यकता की अनुक्रिया " के रूप में परिभाषित किया है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-291,प्रश्न-7 | {निम्नलिखित में किसने [[संस्कृति]] को "अनिवार्यत: मानव आवश्यकता की अनुक्रिया" के रूप में परिभाषित किया है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-291,प्रश्न-7 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-रॉबर्ट | -रॉबर्ट | ||
पंक्ति 377: | पंक्ति 377: | ||
-प्रजापति विवाह | -प्रजापति विवाह | ||
{ | {'मूल्य' की परिभाषा किसने दी?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-7,प्रश्न-28 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -राधाकमल | ||
- | |||
-दर्खीम | |||
-जॉनसन | |||
+बर्गल | |||
{शिक्षा (Education) एवम् निर्देशन (Instruction) के सम्बन्ध में कौन-सा कथन ठीक नहीं है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-318,प्रश्न-8 | {शिक्षा (Education) एवम् निर्देशन (Instruction) के सम्बन्ध में कौन-सा कथन ठीक नहीं है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-318,प्रश्न-8 | ||
पंक्ति 412: | पंक्ति 415: | ||
-मैकाइवर | -मैकाइवर | ||
{सामाजिक परिवर्तन का परिचायक निम्न में से कौन नहीं है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.- | {सामाजिक परिवर्तन का परिचायक निम्न में से कौन नहीं है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-192,प्रश्न- 11 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मंत्रिमंडल | -मंत्रिमंडल में परिवर्तन | ||
-शिक्षा | -शिक्षा में परिवर्तन | ||
+सामाजिक संमंधों में परिवर्तन | +सामाजिक संमंधों में परिवर्तन | ||
-युवा वर्ग प्रशिक्षित होना | -युवा वर्ग प्रशिक्षित होना | ||
पंक्ति 426: | पंक्ति 429: | ||
+एकीकरण संदर्भ | +एकीकरण संदर्भ | ||
{किसी हिन्दू का विवाह गैर-कानूनी है यदि पति/पत्नि में से किसी का दपत्ति जीवित हों। यह प्रतिबंध किसके द्वारा लगाया जाता है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-263,प्रश्न-9 | {किसी [[हिन्दू]] का [[विवाह]] गैर-कानूनी है यदि पति/पत्नि में से किसी का दपत्ति जीवित हों। यह प्रतिबंध किसके द्वारा लगाया जाता है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-263,प्रश्न-9 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-भारतीय संविधान | -[[भारतीय संविधान]] | ||
-सिविल प्रोसीजर कोड | -सिविल प्रोसीजर कोड | ||
+हिन्दू विवाह अधिनियम | +हिन्दू विवाह अधिनियम | ||
पंक्ति 442: | पंक्ति 445: | ||
{सविधिक शिक्षा (Formal Education) वह है जि-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-319,प्रश्न-9 | {सविधिक शिक्षा (Formal Education) वह है जि-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-319,प्रश्न-9 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+जानबूझकर, विचार पूर्वक तथा क्रमबद्ध रूप से दी | +जानबूझकर, विचार पूर्वक तथा क्रमबद्ध रूप से दी जाती है | ||
-अनायास की बालक प्राप्त कर लेता है | -अनायास की बालक प्राप्त कर लेता है | ||
-केवल बालक से ही सम्बन्धित होती है, अध्यापक उसमें हाथ नहीं होता है | -केवल बालक से ही सम्बन्धित होती है, अध्यापक उसमें हाथ नहीं होता है | ||
पंक्ति 459: | पंक्ति 462: | ||
-जाति को | -जाति को | ||
-लिंग-भेद को | -लिंग-भेद को | ||
-धर्म को | -[[धर्म]] को | ||
{प्रगति के संबंधं में निम्नलिखित में से क्या सत्य है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-175,प्रश्न-9 | {प्रगति के संबंधं में निम्नलिखित में से क्या सत्य है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-175,प्रश्न-9 | ||
पंक्ति 503: | पंक्ति 506: | ||
-औपचारिक शिक्षा (Formal Education) कहते हैं | -औपचारिक शिक्षा (Formal Education) कहते हैं | ||
{समाजशास्त्र एक विज्ञान है क्योंकि इसमें होता है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-332,प्रश्न-12 | {समाजशास्त्र एक [[विज्ञान]] है क्योंकि इसमें होता है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-332,प्रश्न-12 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-व्यवस्थित तथा संचित ज्ञान | -व्यवस्थित तथा संचित ज्ञान | ||
पंक्ति 515: | पंक्ति 518: | ||
-व्यवसाय | -व्यवसाय | ||
+आयु | +आयु | ||
-धर्म | -[[धर्म]] | ||
{किसी मान्यता प्राप्त दिशा में होने वाले परिवर्तन को क्या कहते हैं?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-175,प्रश्न-10 | {किसी मान्यता प्राप्त दिशा में होने वाले परिवर्तन को क्या कहते हैं?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-175,प्रश्न-10 | ||
पंक्ति 533: | पंक्ति 536: | ||
{समाजशास्त्र संदर्भों में, आदर्शवादी संदर्भ की उत्पत्ति किस देश से जुड़ी है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-229,प्रश्न-11 | {समाजशास्त्र संदर्भों में, आदर्शवादी संदर्भ की उत्पत्ति किस देश से जुड़ी है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-229,प्रश्न-11 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अमरीका | -[[अमरीका]] | ||
-फ्रांस | -[[फ्रांस]] | ||
+जर्मन | +जर्मन | ||
-रूस | -[[रूस]] | ||
{सजातीय नातेदारी का अर्थ है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-263,प्रश्न-11 | {सजातीय नातेदारी का अर्थ है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-263,प्रश्न-11 |
07:56, 19 मार्च 2014 का अवतरण
|