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'''कर्दमेश्वर मंदिर''' [[काशी]] ([[वाराणसी]]) का सबसे प्राचीन शिवमंदिर है। यह करीब 1 हजार वर्ष पुराना मंदिर है। पंचक्रोशी मार्ग पर पड़ने वाले कंदवा गांव में यह मंदिर स्थित है। मंदिर की स्थापत्य कला बेहतरीन है। पंचक्रोशी यात्रा करने वाले यात्री यहाँ दर्शन-पूजन करने के पश्चात आगे की यात्रा करते है। [[महाशिवरात्रि]] के दिन इस मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। वहीं, [[सावन]] में कांवरियों सहित स्थानीय लोग भी दर्शन-पूजन करते हैं।<ref>{{cite web |url=http://www.kashikatha.com/%E0%A4%A6%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%B6%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%AF-%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%B2/%E0%A4%AE%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%B0/ |title=मंदिर|accessmonthday=10 जनवरी |accessyear=2014 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=काशी कथा |language=हिंदी }}</ref>
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14:09, 16 नवम्बर 2014 का अवतरण

कर्दमेश्वर मंदिर, वाराणसी

कर्दमेश्वर मंदिर काशी (वाराणसी) का सबसे प्राचीन शिवमंदिर है। यह क़रीब 1 हजार वर्ष पुराना मंदिर है। पंचक्रोशी मार्ग पर पड़ने वाले कंदवा गांव में यह मंदिर स्थित है। मंदिर की स्थापत्य कला बेहतरीन है। पंचक्रोशी यात्रा करने वाले यात्री यहाँ दर्शन-पूजन करने के पश्चात आगे की यात्रा करते है। महाशिवरात्रि के दिन इस मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। वहीं, सावन में कांवरियों सहित स्थानीय लोग भी दर्शन-पूजन करते हैं।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. मंदिर (हिंदी) काशी कथा। अभिगमन तिथि: 10 जनवरी, 2014।

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