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भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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{सिंधु सभ्यता की मुद्रा में किस देवता के समतुल्य चित्रांकन मिलता है?(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-01;प्रश्न-28 | |||
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+आद्य शिव | |||
-आद्य ब्रह्मा | |||
-आद्य विष्णु | |||
-आद्य इंद्र | |||
{प्रतिलोम विवाह तब माना जाता था-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-06;प्रश्न-72 | |||
|type="()"} | |||
-जब उच्च वर्ण का पुरुष निम्न वर्ण की नारी के साथ विवाह करता था | |||
+जब उच्च वर्ण की नारी निम्न वर्ण के पुरुष के साथ विवाह करती थी | |||
-जब उच्च वर्ण का पुरुष उच्च वर्ण की नारी के साथ विवाह करता था | |||
-जब निम्न वर्ण का पुरुष निम्न वर्ण की नारी के साथ विवाह करता था | |||
{अशोक ने अपने सभी अभिलेखों में एकरूपता से किस प्राकृत का प्रयोग किया है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-05 | |||
|type="()"} | |||
+मागधी | |||
-अर्ध मागधी | |||
-शौरसेनी | |||
-अंगिका | |||
{अंतिम मौर्य सम्राट वृहद्रथ की हत्या कर किसने शुंग वंश की स्थापना 185 ई. पू. में की? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-01 | |||
|type="()"} | |||
+पुष्यमित्र | |||
-अग्निमित्र | |||
-वसुमित्र | |||
-नागभट्ट | |||
{थानेश्वर में वर्धन वंश/पुष्यभूति वंश की स्थापना किसने की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-01 | |||
|type="()"} | |||
-राज्यवर्धन | |||
-आदित्यवर्धन | |||
+पुष्यभूतिवर्धन | |||
-नरवर्धन | |||
{पूर्व मध्यकालीन भारतीय इतिहास 750 ई. से 1200 ई. तक का समय (उत्तर भारत के संदर्भ में) मुख्यत: माना जाता है-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-01 | |||
|type="()"} | |||
-संक्रमण काल | |||
+राजपूत काल | |||
-भारत पर तुर्क आक्रमण का काल | |||
-उपरोक्त सभी | |||
{बादामी में दुर्ग का निर्माण करवाने तथा बादामी को राजधानी बनाने का श्रेय किस चालुक्य शासक को है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-03 | |||
|type="()"} | |||
+पुलकेशिन प्रथम | |||
-पुलकेशिन द्वितीय | |||
-विक्रमादित्य प्रथम | |||
-विक्रमादित्य द्वितीय | |||
{महमूद ग़ज़नवी के भारत पर आक्रमण का प्रमुख उद्देश्य क्या था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-03 | |||
|type="()"} | |||
-इस्लाम धर्म का प्रचार | |||
-ग़ज़नी साम्राज्य का विस्तार | |||
-मूर्तियों को तोड़ना एवं मंदिरों को लूटना | |||
+मध्य एशिया में एक बड़े साम्राज्य की स्थापना के लिए धन प्राप्त करना | |||
{निम्न में से चैतन्य महाप्रभु का जन्म स्थान कौन-सा है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-51 | |||
|type="()"} | |||
+नदिया/नवद्वीप | |||
-तलवंडी | |||
-निम्बापुर | |||
-मगहर | |||
{“ब्रिटिश शासन एक स्थायी, बढ़ता हुआ तथा लगातार बढ़ता हुआ विदेशी आक्रमण है, जो धीरे-धीरे ही सही मगर पूरी तरह देश को नष्ट कर रहा है।“ यह कथन किसका है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-54 | |||
|type="()"} | |||
+दादाभाई नौरोजी | |||
-गोपाल कृष्ण गोखले | |||
-सुरेंद्रनाथ बनर्जी | |||
-ए. ओ. ह्यूम | |||
{हड़प्पाकालीन मुहरें अधिकांशत: किस पदार्थ से निर्मित हैं? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-58 | |||
|type="()"} | |||
+सेलखड़ी | |||
-काचली मिट्टी | |||
-गोमेद एवं चर्ट | |||
-मिट्टी एवं ताँबा | |||
{निम्न में से कौन-सा एक सिकंदर के आक्रमण का प्रभाव नहीं था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-09;प्रश्न-43 | |||
|type="()"} | |||
-इस आक्रमण ने भारत और यूनान के बीच प्रत्यक्ष सम्पर्क स्थापित करवाया | |||
-इस आक्रमण ने पश्चिमोत्तर भारत में यूनानियों की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया | |||
-सिकंदर अनेक उपनिवेशों की स्थापना के लिए उत्तरदायी थी | |||
+उसने भारत को यूनान की रियासत बनाया | |||
{निम्नांकित में से किसकी तुलना मैक्यावली के ‘प्रिंस’ से की जाती है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-02 | |||
|type="()"} | |||
-कालीदास का ‘मालविकाग्निमित्र’ | |||
+कौटिल्य का ‘अर्थशास्त्र’ | |||
-वात्स्यायन का ‘कामसूत्र’ | |||
-तिरुवल्लोवर का ‘तिरुक्कुरल’ | |||
{पुष्यमित्र शुंग मौर्य सम्राट वृहद्रथ की राजकीय सेना में किस पद पर आसीन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-02 | |||
|type="()"} | |||
+सेनापति | |||
-प्रधानमंत्री | |||
-गवर्नर | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
{कदम्ब राज्य की स्थापना मयूरशर्मन ने की थी। उसने अपनी राजधानी किसे बनाया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-04 | |||
|type="()"} | |||
-बंगाल | |||
+वैजयन्ती या वनवासी | |||
-कन्नौज | |||
-मधुपुरी | |||
{712 ई. में सिंध पर अरबों के आक्रमण के समय वहाँ का राजा कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-02 | |||
|type="()"} | |||
+दाहिरयाह | |||
-दाहिर | |||
-चच | |||
-राय सहसी | |||
{ऐहोल प्रशस्ति का रचयिता रविकीर्ति किस चालुक्य शासक का दरबारी कवि था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-04 | |||
|type="()"} | |||
-पुलकेशिन प्रथम | |||
+पुलकेशिन द्वितीय | |||
-विक्रमादित्य प्रथम | |||
-विक्रमादित्य द्वितीय | |||
{महमूद ग़ज़नवी के भारत पर आक्रमण के समय भारत आये विद्वान अलबेरूनी ने किस महत्त्वपूर्ण ग्रंथ की रचना की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-04 | |||
|type="()"} | |||
-किताब-उल-खिराज | |||
-किताब-उल-हिन्द | |||
+किताब-उल-रेहला | |||
-उपरोक्त सभी | |||
{उड़ीसा नरेश प्रतापरुद्र किस वैष्णव संत का शिष्य था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-52 | |||
|type="()"} | |||
+चैतन्य महाप्रभु | |||
-शंकरदेव | |||
-कबीर | |||
-चण्डीदास | |||
{निम्नलिखित में से किसने एक सार्वजनिक भाषण में राष्ट्रीय कांग्रेस पर हमला किया तथा उसे ‘जनता के एक बहुत सूक्ष्म भाग’ का प्रतिनिधि बताकर उसकी हँसी उड़ाई? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-55 | |||
|type="()"} | |||
-लॉर्ड कर्ज़न | |||
+लॉर्ड डफ़रिन | |||
-लॉर्ड नार्थब्रुक | |||
-लॉर्ड लिटन | |||
{हड़प्पावासी ‘लाजवर्द’ (भवन निर्माण की सामग्री) का आयात कहाँ से करते थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-60 | |||
|type="()"} | |||
+हिन्दूकुश क्षेत्र के बदख़्शाँ से | |||
-ईरान से | |||
-दक्षिण भारत से | |||
-बलूचिस्तान से | |||
{प्राचीन भारत के बौद्ध मठों में ‘पवरन’ नामक समारोह आयोजित किया जाता था, जो-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-12;प्रश्न-71 | |||
|type="()"} | |||
-संघ परिनायक और धर्म व विनय विषयों पर एक-एक वक्ता को चुनने का अवसर होता था | |||
+वर्षा ऋतु के दौरान मठों में प्रवास के समय भिक्षुओं द्वारा किये गए अपराधों की स्वीकारोक्ति का अवसर होता था | |||
-किसी नये व्यक्ति को बौद्ध संघ में प्रवेश देने का समारोह था, जिसमें उसका सिर मुड़वा दिया जाता था और पीले वस्त्र दिये जाते थे | |||
-आषाढ़ की पूर्णिमा के अगले दिन बौद्ध भिक्षुओं के एकत्र होने का अवसर होता था, जब वे वर्षा ऋतु के आगामी चार महीनों के लिए निश्चित आवास चुनते थे | |||
{बिन्दुसार ने कहाँ के विद्रोहियों को कुचलने के लिए अशोक को भेजा था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-06 | |||
|type="()"} | |||
-स्वर्णगिरि | |||
+तक्षशिला | |||
-उज्जैन | |||
-वैशाली | |||
{कण्व अथवा काण्व वंश का संस्थापक कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-03 | |||
|type="()"} | |||
-भूमिमित्र | |||
+वसुदेव | |||
-नारायण | |||
-सुशर्मा | |||
{निम्नलिखित में से वह अंतिम बौद्ध राजा कौन था, जो संस्कृत का महान विद्वान और लेखक था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-05 | |||
|type="()"} | |||
-कनिष्क | |||
-अशोक | |||
-बिम्बिसार | |||
+हर्षवर्धन | |||
{सर्वप्रथम भारत में ‘जजिया कर’ लगाने का श्रेय सिंध के विजेता मुहम्मद बिन कासिम को दिया जाता है। उसने किस वर्ग को इस कर से पूर्णत: मुक्त रखा? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-03 | |||
|type="()"} | |||
-मुस्लिमों को | |||
-बौद्धों को | |||
+ब्राह्मणों को | |||
-निम्न जाति के लोगों को | |||
{किस चालुक्य शासक ने थानेश्वर व कन्नौज के महान शासक हर्षवर्धन को नर्मदा के तट पर परास्त किया और उसे दक्षिण की ओर बढ़ने से रोका? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-05 | |||
|type="()"} | |||
-पुलकेशिन प्रथम | |||
+पुलकेशिन द्वितीय | |||
-विक्रमादित्य प्रथम | |||
-विक्रमादित्य द्वितीय | |||
{‘कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद’ का निर्माण किसके द्वारा करवाया गया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-08 | |||
|type="()"} | |||
+क़ुतुबुद्दीन ऐबक | |||
-अलाउद्दीन ख़िलजी | |||
-इल्तुतमिश | |||
-मोहम्मद आदिलशाह | |||
{निम्नलिखित में से किसे ‘गौराग प्रभु’ भी कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-53 | |||
|type="()"} | |||
+चैतन्य महाप्रभु | |||
-वल्लभाचार्य | |||
-रामानुज | |||
-शंकराचार्य | |||
{किसने कहा था कि “मुझे ख़ुशी है कि कांग्रेस बराबर नीचे की ओर जा रही है, क्योंकि यह राजद्रोही संस्था है और इसके नेता संदिग्ध चरित्र के लोग हैं”? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-56 | |||
|type="()"} | |||
-लॉर्ड डफ़रिन | |||
+लॉर्ड एल्गिन द्वितीय | |||
-लॉर्ड लैंसडाउन | |||
-लॉर्ड कर्ज़न | |||
{अफ़ग़ानिस्तान स्थित सिंधु सभ्यता का स्थल है-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-61 | |||
|type="()"} | |||
-मुंडीगाक | |||
-सुर्तोगोई | |||
-देहमोरासीघुंडर | |||
+उपरोक्त सभी | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-13;प्रश्न-97 | |||
|type="()"} | |||
-आनंद व उपालि – बुद्ध के शिष्य;-आम्रपाली – बुद्ध की शिष्या | |||
-सुजाता – कठिन तपश्चर्या के उपरांत बुद्ध को भोजन कराने वाली कन्या | |||
-चुन्द – पावा का सुनार, जिसके द्वारा अर्पित भोजन के कारण बुद्ध की मृत्यु हुई | |||
+राहुल – बुद्ध का चचेरा भाई | |||
{निम्नलिखित में से किसे ‘देवान प्रियदशी’ के नाम से भी जाना जाता था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-07 | |||
|type="()"} | |||
+मौर्य सम्राट अशोक | |||
-मौर्य सम्राट चंद्रगुप्त | |||
-गौतम बुद्ध | |||
-महावीर | |||
{सातवाहन वंश का संस्थापक कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-04 | |||
|type="()"} | |||
+सिमुक | |||
-शातकर्णी | |||
-गौतमीपुत्र शातकर्णी | |||
-वशिष्ठीपुत्र पुलमावि | |||
{हर्षवर्धन के समय में कौन-सा चीनी तीर्थ यात्री भारत आया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-07 | |||
|type="()"} | |||
-फ़ाह्यान | |||
-इत्सिंग | |||
-मेगस्थनीज़ | |||
+ह्वेंत्सांग | |||
{किस [[ग्रंथ]] के उल्लेख के आधार पर यह माना जाता है कि म्लेच्छों के अत्याचार से त्रस्त होकर महर्षि वशिष्ठ ने अत्याचारियों के विनाश हेतु आबू पर्वत पर एक [[यज्ञ]] किया एवं यज्ञ के अग्निकुण्ड से चार राजपूत कुलों- परमार, चालुक्य/सोलंकी, प्रतिहार एवं चौहान का जन्म हुआ? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-04 | |||
|type="()"} | |||
+पृथ्वीराज रासो | |||
-मनुस्मृति | |||
-रामायण | |||
-राजतरंगिनी | |||
{चालुक्यों और पल्लवों के बीच लम्बे समय तक चलने वाले संघर्ष का आरम्भ किसने किया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-06 | |||
|type="()"} | |||
+पुलकेशिन द्वितीय | |||
-महेंद्रवर्मन प्रथम | |||
-नरसिंहवर्मन प्रथम | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
{निम्नलिखित में से किस ख़िलजी शासक ने दिल्ली के राजसिंहासन पर बैठने के लिए अपने ससुर की हत्या कर दी थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-10 | |||
|type="()"} | |||
-क़ुतुबुद्दीन ऐबक | |||
-जलालुद्दीन ख़िलजी | |||
-ग़यासुद्दीन बलबन | |||
+अलाउद्दीन ख़िलजी | |||
{आलसियों का मूल मंत्र ‘अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम’ का रचयिता कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-55 | |||
|type="()"} | |||
-दादू दयाल | |||
+मलूकदास | |||
-कबीर | |||
-तुलसीदास | |||
{ब्रिटिश साम्राज्य के अंतर्गत स्वशासन की माँग सबसे पहले किसने और कब की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-60 | |||
|type="()"} | |||
+दादाभाई नौरोजी ने 1904 ई. में | |||
-गोपाल कृष्ण गोखले ने 1905 ई. में | |||
-मदनमोहन मालवीय ने 1906 ई. में | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
{निम्न में से कौन-सा नगर सिंधु सभ्यता का बंदरगाह नगर था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-62 | |||
|type="()"} | |||
-लोथल एवं सुत्कागेंडर | |||
-अल्लाहदीनो एवं बालाकोट | |||
-कुनतासी | |||
+उपरोक्त सभी | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-13;प्रश्न-99 | |||
|type="()"} | |||
-गौतम – बुद्ध का गोत्र नाम | |||
-सिद्धार्थ – बुद्ध के बचपन का नाम | |||
-बुद्ध – सम्बोधि (ज्ञान) प्राप्ति के बाद पड़ा नाम | |||
+इनमें से कोई नहीं | |||
{साँची किस कला व मूर्तिकला का निरूपण करता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-12 | |||
|type="()"} | |||
-जैन | |||
-मुस्लिम | |||
+बौद्ध | |||
-ईसाई | |||
{सातवाहनों ने पहले स्थानीय अधिकारियों के रूप में काम किया था-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-05 | |||
|type="()"} | |||
-नंदों के अधीन | |||
+मौर्यों के अधीन | |||
-चोलों के अधीन | |||
-चेरों के अधीन | |||
{निम्न में से किस व्यक्ति को ‘द्वितीय अशोक’ कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-09 | |||
|type="()"} | |||
-समुद्रगुप्त | |||
-चंद्रगुप्त मौर्य | |||
-स्कंदगुप्त | |||
+हर्षवर्धन | |||
{‘ढिल्लिका’ (दिल्ली) नगर की स्थापना किसने की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-05 | |||
|type="()"} | |||
-चौहानों ने | |||
+तोमरों ने | |||
-परमारों ने | |||
-प्रतिहारों ने | |||
{चालुक्य-पल्लव संघर्ष के दौरान किसने पुलकेशिन द्वितीय की हत्या कर वातापी पर अधिकार कर लिया तथा ‘वातापीकोण्डा’ (वातापी का विजेता) की उपाधि धारण की? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-07 | |||
|type="()"} | |||
-महेंद्रवर्मन प्रथम | |||
+नरसिंहवर्मन प्रथम ‘माम्मल’ | |||
-महेंद्रवर्मन द्वितीय | |||
-नरसिंहवर्मन द्वितीय ‘राजसिंह’ | |||
{निम्नलिखित में से किस शासक की पुत्री रज़िया सुल्तान थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-11 | |||
|type="()"} | |||
+इल्तुतमिश | |||
-क़ुतुबुद्दीन ऐबक | |||
-नासिरुद्दीन | |||
-बलबन | |||
{महात्मा गाँधी के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए/जो पीर पराई जाने रे’ के रचयिता कौन थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-56 | |||
|type="()"} | |||
-वल्लभाचार्य | |||
-कबीरदास | |||
-सूरदास | |||
+नरसी मेहता | |||
{किसने कहा था कि “हमें मर्दों की तरह खुलकर कहना चाहिए कि हम अपनी मज्जा तक राजभक्त हैं, हमें अंग्रेज़ी राज्य से हुए फ़ायदों का ज्ञान है”? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-62 | |||
|type="()"} | |||
-सुरेंद्रनाथ बनर्जी | |||
-फ़ीरोज़शाह मेहता | |||
+दादाभाई नौरोजी | |||
-महात्मा गाँधी | |||
{मोहनजोदड़ो से प्राप्त पशुपति शिव/आद्य शिव मुहर में किन-किन जानवरों का अंकन हुआ है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-63 | |||
|type="()"} | |||
-व्याघ्र एवं हाथी | |||
-गैंडा एवं भैंसा | |||
-हिरण | |||
+उपरोक्त सभी | |||
{किस हड़प्पाकालीन स्थल से प्राप्त जार पर चोंच में मछली दबाए चिड़िया एवं पेड़ के नीचे खड़ी लोमड़ी का चित्रांकन मिलता है, जो ‘पंचतंत्र’ के लोमड़ी की कहानी के सादृश्य है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-67 | |||
|type="()"} | |||
-हड़प्पा | |||
-मोहनजोदड़ो | |||
+लोथल | |||
-रंगपुर | |||
{प्राचीन भारत का वह प्रसिद्ध शासक कौन था, जिसने अपने जीवन के अंतिम दिनों में जैन धर्म को अपना लिया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-13 | |||
|type="()"} | |||
-बिन्दुसार | |||
-समुद्रगुप्त | |||
-अशोक | |||
+चंद्रगुप्त मौर्य | |||
{निम्नलिखित में से वह महानतम कुषाण नेता कौन था, जो बौद्ध बन गया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-06 | |||
|type="()"} | |||
-कुजुल कडफ़िसस | |||
-विम कडफ़िसस | |||
+कनिष्क | |||
-वशिष्क | |||
{हर्ष एवं पुलकेशिन द्वितीय के मध्य हुए संघर्ष की जानकारी कहाँ से मिलती है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-11 | |||
|type="()"} | |||
+ऐहोल अभिलेख | |||
-बंसखेड़ा लेख | |||
-हाथीगुम्फ़ा अभिलेख | |||
-ह्वेंत्सांग के वर्णन से | |||
{निम्नलिखित में से कौन भारत पर आक्रमण करने वाले प्रथम आक्रमणकारी थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-07 | |||
|type="()"} | |||
-अफ़ग़ान | |||
-मंगोल | |||
+अरब | |||
-तुर्क | |||
{किस चालुक्य शासक ने चेर, चोल व पांण्ड्य को हराया, जिस कारण उसे “तीनों समुद्रों (बंगाल की खाड़ी, हिन्द महासागर, अरब सागर) का स्वामी” कहा गया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-08 | |||
|type="()"} | |||
-पुलकेशिन प्रथम | |||
-पुलकेशिन द्वितीय | |||
+विक्रमादित्य प्रथम | |||
-विक्रमादित्य द्वितीय | |||
{मुहम्मद ग़ोरी विजित प्रदेशों की देखभाल के लिए निम्नलिखित में से अपने किस विश्वसनीय जनरल को भारत छोड़कर गया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-12 | |||
|type="()"} | |||
+क़ुतुबुद्दीन ऐबक | |||
-नासिरुद्दीन | |||
-इल्तुतमिश | |||
-मलिक काफ़ूर | |||
{नरसी मेहता किस प्रांत के प्रसिद्ध संत थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-57 | |||
|type="()"} | |||
-महाराष्ट्र | |||
-राजस्थान | |||
+गुजरात | |||
-बिहार | |||
{किसने उदारवादियों के सम्बंध में कहा- “अपनी शिकायतों का निवारण करने तथा रियायत पाने के लिए उन्होंने 20 साल से अधिक समय कमोबेश जो आंदोलन चलाया, उसमें उन्हें रोटियों के बजाए पत्थर मिले”? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-64 | |||
|type="()"} | |||
+लाला लाजपत राय | |||
-बाल गंगाधर तिलक | |||
-अरविंद घोष | |||
-विपिन चंद्र पाल | |||
{निम्न में से किस हड़प्पाकालीन स्थल से ‘पुजारी की प्रस्तर मूर्ति’ प्राप्त हुई है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-01;प्रश्न-65 | |||
|type="()"} | |||
+हड़प्पा | |||
-मोहनजोदड़ो | |||
-लोथल | |||
-रंगपुर | |||
{स्वातंत्र्योत्तर भारत में सबसे अधिक संख्या में हड़प्पायुगीन स्थलों की खोज किस प्रांत में हुई है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-68 | |||
|type="()"} | |||
+गुजरात | |||
-राजस्थान | |||
-पंजाब और हरियाणा | |||
-उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश | |||
{मौर्य साम्राज्य में प्रचलित मुद्रा को क्या कहा जाता था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-15 | |||
|type="()"} | |||
-तोल | |||
-काकणी | |||
-दीनार | |||
+पण | |||
{कुषाण काल के दौरान मूर्तिकला की गांधार शैली निम्नलिखित में से किसका मिश्रणहै? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-07 | |||
|type="()"} | |||
-भारत-इस्लाम शैली | |||
-भारत-ईरानी शैली | |||
-भारत-चीन शैली | |||
+भारत-ग्रीक (यूनानी) शैली | |||
{‘प्रतापशील’, ‘हुण हरिण केसरी’, ‘महाराजाधिराज’ नामक उपाधियाँ निम्न में से किसकी थीं? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-12 | |||
|type="()"} | |||
-नरवर्द्धन | |||
+प्रभाकरवर्द्धन | |||
-आदित्यवर्धन | |||
-राज्यवर्धन | |||
{वर्ष 1100 ई. में निर्मित मंदिर जो भुवनेश्वर के अन्य मंदिरों पर प्रधानता रखता है, कौन-सा है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-10 | |||
|type="()"} | |||
-राजा रानी मंदिर | |||
-कन्दारिया महादेव | |||
+त्रिभुवनेश्वर लिंगराज | |||
-मुक्तेश्वर | |||
{श्रीलंका पर विजय प्राप्त करने वाला चोल वंश का सबसे प्रतापी राजा कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-09 | |||
|type="()"} | |||
-राजराज प्रथम | |||
+राजेंद्र प्रथम | |||
-राजेंद्र द्वितीय | |||
-विक्रम चोल | |||
{तराइन के द्वितीय युद्ध में किसने किसको पराजित किया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-14 | |||
|type="()"} | |||
-पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद ग़ोरी को | |||
-महमूद ग़ज़नवी ने पृथ्वीराज चौहान को | |||
-पृथ्वीराज चौहान ने महमूद ग़ज़नवी को | |||
+मुहम्मद ग़ोरी ने पृथ्वीराज चौहान को | |||
{मुग़ल शासक मुहम्मदशाह ‘रंगीला’ किस सम्प्रदाय का अनुयायी था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-58 | |||
|type="()"} | |||
-राधावल्लभ | |||
+शिव नारायण | |||
-एकशरण | |||
-सतनामी | |||
{1897 में किसकी गिरफ़्तारी के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में एक नया मोड़ आया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-66 | |||
|type="()"} | |||
+बाल गंगाधर तिलक | |||
-गोपाल कृष्ण गोखले | |||
-मदनमोहन मालवीय | |||
-ईश्वरचंद्र विद्यासागर | |||
{किस सिंधुकालीन स्थल से एक ईंट पर बिल्ली का पीछा करते हुए कुत्ते के पंजों के निशान मिले हैं? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-66 | |||
|type="()"} | |||
-हड़प्पा | |||
-मोहनजोदड़ो | |||
+चन्हुदड़ो | |||
-लोथल | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सी फ़सल हड़प्पाकालीन लोगों द्वारा उत्पादित नहीं थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-69 | |||
|type="()"} | |||
-जौ | |||
+दालें | |||
-चावल | |||
-गेहूँ | |||
{निम्नलिखित में से कौन मौर्य वंश का शासक नहीं था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-15;प्रश्न-16 | |||
|type="()"} | |||
+अजातशत्रु | |||
-चंद्रगुप्त मौर्य | |||
-अशोक | |||
-बिंदुसार | |||
{निम्नलिखित में से कनिष्क की राजधानी कौन-सी थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-18;प्रश्न-08 | |||
|type="()"} | |||
+पुरुषपुर | |||
-बनारस | |||
-इलाहाबाद | |||
-सारनाथ | |||
{सम्राट हर्ष ने अपनी राजधानी थानेश्वर से कहाँ स्थानांतरित की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-13 | |||
|type="()"} | |||
-प्रयाग | |||
-दिल्ली | |||
+कन्नौज | |||
-राजगृह | |||
{बौद्ध, जैन एवं ब्राह्मण धर्मों में कौन-सी धारणा एक जैसी है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-28;प्रश्न-39 | |||
|type="()"} | |||
+कर्मवाद का सिद्धांत | |||
-आत्मा की अनश्वरता | |||
-ईश्वर में विश्वास | |||
-कठोर तप/वैराग्य | |||
{पहाड़ी काटकर एलोरा के विश्वविख्यात कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण किसने करवाया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-10 | |||
|type="()"} | |||
+कदम्बों ने | |||
-राष्ट्रकूटों ने | |||
-चोलों ने | |||
-चेरों ने | |||
{निम्नलिखित युग्मों में से कौन-सा सही रूप में सुमेलित है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-42;प्रश्न-137 | |||
|type="()"} | |||
+दिवान-ए-बंदगान – तुग़लक़ | |||
-दीवान-ए-मुस्तखराज – बलबन | |||
-दीवान-ए-कोही – अलाउद्दीन ख़िलजी | |||
-दीवान-ए-अर्ज – मुहम्मद तुग़लक़ | |||
{‘असम का चैतन्य’ किसे कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-59 | |||
|type="()"} | |||
+शंकरदेव | |||
-शिवनारायण | |||
-दरिया साहेब | |||
-लालगिर | |||
{निम्नलिखित में से किसने ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की नरमदलीय राजनीति की व्यवस्थित आलोचना ‘न्यू लैंप्स फ़ॉर ओल्ड’ शीर्षक लेखों की शृंखला में की? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-67 | |||
|type="()"} | |||
+अरविंद घोष | |||
-आर. सी. दत्त | |||
-वीर राघवाचार्य | |||
-सर सैयद अहमद ख़ान | |||
</quiz> | </quiz> | ||
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08:21, 20 जुलाई 2014 का अवतरण
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