"हिन्दी सामान्य ज्ञान 25": अवतरणों में अंतर
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-बंग दर्शन | -बंग दर्शन | ||
-समाचार सुधावर्षण | -[[समाचार सुधावर्षण]] | ||
+[[उदंत मार्तण्ड]] | +[[उदंत मार्तण्ड]] | ||
-[[भारत मित्र]] | -[[भारत मित्र]] | ||
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-[[लिपि]] | -[[लिपि]] | ||
+[[व्याकरण]] | +[[हिन्दी व्याकरण|व्याकरण]] | ||
-लिखित भाषा | -लिखित भाषा | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||जिस विद्या से किसी [[भाषा]] के बोलने तथा लिखने के नियमों की व्यवस्थित पद्धति का ज्ञान होता है, उसे ' | ||जिस विद्या से किसी [[भाषा]] के बोलने तथा लिखने के नियमों की व्यवस्थित पद्धति का ज्ञान होता है, उसे 'व्याकरण' कहते हैं। व्याकरण वह विधा है, जिसके द्वारा किसी भाषा का शुद्ध बोलना या लिखना जाना जाता है। व्याकरण भाषा की व्यवस्था को बनाये रखने का काम करते हैं।{{point}}अधिक जानकरी के लिए देखें:-[[हिन्दी व्याकरण]] | ||
{निम्नलिखित में से कौन-सी रचना [[रामधारी सिंह 'दिनकर']] की है? | {निम्नलिखित में से कौन-सी रचना [[रामधारी सिंह 'दिनकर']] की है? | ||
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+अग्निलीक | +अग्निलीक | ||
-भूमिजा | -भूमिजा | ||
-रश्मिरथी | -[[रश्मिरथी -रामधारी सिंह दिनकर|रश्मिरथी]] | ||
{काव्य क्षेत्र में 'प्रबन्ध शिरोमणि' की उपाधि किसे दी गई है? | {काव्य क्षेत्र में 'प्रबन्ध शिरोमणि' की उपाधि किसे दी गई है? | ||
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+[[मैथिलीशरण गुप्त]] | +[[मैथिलीशरण गुप्त]] | ||
-[[अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'|हरिऔध]] | -[[अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'|हरिऔध]] | ||
||[[चित्र:Maithili-Sharan-Gupt.jpg|मैथिलीशरण|100px|right]]मैथिलीशरण गुप्त को काव्य क्षेत्र का शिरोमणि कहा जाता है। [[मैथिलीशरण गुप्त|मैथिलीशरण जी]] की प्रसिद्धी का मूलाधार 'भारत–भारती' है। भारत–भारती उन दिनों राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम का घोषणापत्र बन गई थी। [[साकेत (महाकाव्य)|साकेत]] और जयभारत, दोनों [[महाकाव्य]] हैं। साकेत रामकथा पर आधारित है, किन्तु इसके केन्द्र में [[लक्ष्मण]] की पत्नी [[उर्मिला]] है।{{point}}अधिक जानकरी के लिए देखें:-[[मैथिलीशरण गुप्त]] | ||[[चित्र:Maithili-Sharan-Gupt.jpg|मैथिलीशरण|100px|right]]मैथिलीशरण गुप्त को काव्य क्षेत्र का शिरोमणि कहा जाता है। [[मैथिलीशरण गुप्त|मैथिलीशरण जी]] की प्रसिद्धी का मूलाधार '[[भारत भारती|भारत–भारती]]' है। भारत–भारती उन दिनों राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम का घोषणापत्र बन गई थी। [[साकेत (महाकाव्य)|साकेत]] और जयभारत, दोनों [[महाकाव्य]] हैं। साकेत रामकथा पर आधारित है, किन्तु इसके केन्द्र में [[लक्ष्मण]] की पत्नी [[उर्मिला]] है।{{point}}अधिक जानकरी के लिए देखें:-[[मैथिलीशरण गुप्त]] | ||
{जहाँ उपमेय में अनेक उपमानों की शंका होती है, वहाँ कौन-सा [[अलंकार]] होता है? | {जहाँ उपमेय में अनेक उपमानों की शंका होती है, वहाँ कौन-सा [[अलंकार]] होता है? | ||
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- इस विषय से संबंधित लेख पढ़ें:- भाषा प्रांगण, हिन्दी भाषा
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