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| {'शिवा बावनी' के रचनाकार कौन हैं?
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| -[[पद्माकर]]
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| +[[भूषण]]
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| -[[केशवदास]]
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| -[[जयशंकर प्रसाद]]
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| ||[[वीर रस]] के कवि [[भूषण]] का जन्म कानपुर ज़िले के 'तिकँवापुर गाँव' में हुआ था। भूषण 1627 ई. से 1680 ई. तक महाराजा [[शिवाजी]] के आश्रय में रहे। इनके 'छत्रसाल बुंदेला' के आश्रय में रहने का भी उल्लेख मिलता है। 'शिवराज भूषण', 'शिवा बावनी', और 'छ्त्रसाल दशक' नामक तीन ग्रंथ ही इनके लिखे छः ग्रथों में से उपलब्ध हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[भूषण]]
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| {निम्न में से [[प्रेमचंद]] के अधूरे उपन्यास का नाम क्या है?
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| -[[गबन]]
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| -रंगभूमि
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| +[[मंगलसूत्र -प्रेमचंद|मंगलसूत्र]]
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| -सेवा सदन
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| {[[हिन्दी]] के प्रथम गद्यकार हैं-
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| |type="()"}
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| -राजा शिवप्रसाद 'सितारेहिन्द'
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| +[[लल्लू लालजी|लल्लूलाल]]
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| -[[भारतेन्दु हरिश्चन्द्र]]
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| -[[बालकृष्ण भट्ट]]
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| {निम्नलिखित में से कौन-सी बोली पूर्वी [[हिन्दी]] की नहीं है?
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| |type="()"}
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| -[[अवधी भाषा|अवधी बोली]]
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| -[[बघेली बोली]]
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| +[[मालवी बोली]]
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| -[[छत्तीसगढ़ी बोली]]
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| {'जब-जब होय धर्म की हानी, बाढ़ै असुर अधम अभिमानी', पंक्ति के रचनाकार कौन हैं?
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| |type="()"}
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| +[[तुलसीदास]]
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| -[[रसखान]]
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| -[[बिहारी]]
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| -[[कबीर]]
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| ||[[चित्र:Tulsidas.jpg|गोस्वामी तुलसीदास|100px|right]]अपने जीवनकाल में [[तुलसीदास]] जी ने 12 ग्रन्थ लिखे और उन्हें [[संस्कृत]] विद्वान होने के साथ ही [[हिन्दी]] भाषा के प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ट कवियों में एक माना जाता है। तुलसीदास जी को महर्षि [[वाल्मीकि]] का भी अवतार माना जाता है, जो मूल आदिकाव्य [[रामायण]] के रचयिता थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[तुलसीदास]]
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| {'अनिल' का [[पर्यायवाची शब्द]] क्या है? | | {'अनिल' का [[पर्यायवाची शब्द]] क्या है? |