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{[[रवीन्द्रनाथ टैगोर]] और [[जवाहरलाल नेहरू]] के बाद किसे "नाइट ऑफ़ मार्क ट्वेन" की उपाधि मिली थी?
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-[[आर. वेंकटरमण]]
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-[[वी.वी. गिरी]]
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-[[बी डी जत्ती]]
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||[[चित्र:Muhammad-Hidayatullah.jpg|right|border|100px|मुहम्मद हिदायतुल्लाह]]'मुहम्मद हिदायतुल्लाह' [[भारत]] के पहले [[मुस्लिम]] [[भारत के मुख्य न्यायाधीश|मुख्य न्यायाधीश]] थे। उन्हें भारत के प्रथम कार्यवाहक राष्ट्रपति कहना ज़्यादा उपयुक्त होगा, क्योंकि वह भारत की संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार निर्वाचित [[राष्ट्रपति]] नहीं थे। एक जज के रूप में [[मुहम्मद हिदायतुल्लाह]] के कार्यकाल का आरंभ [[24 जून]], [[1946]] से आरंभ हुआ जो [[16 दिसम्बर]], [[1970]] तक जारी रहा। भारत में इस पद पर रहते हुए किसी भी अन्य व्यक्ति ने इतना लम्बा कार्यकाल नहीं गुज़ारा। सेवानिवृत्त होने के दो दिन बाद आप [[मुंबई]] चले गए। [[1971]] में उन्होंने बेलग्रेड में विश्व के जजों की असेम्बली में शिरकत की। रबीन्द्रनाथ टैगोर और पण्डित नेहरू के बाद इन्हें ही '''नाइट ऑफ़ मार्क ट्वेन''' की उपाधि [[1972]] में अमेरिका की 'इंटरनेशनल मार्क ट्वेन सोसाइटी' ने प्रदान की थी।
||[[चित्र:Muhammad-Hidayatullah.jpg|right|border|100px|मुहम्मद हिदायतुल्लाह]]'मुहम्मद हिदायतुल्लाह' [[भारत]] के पहले [[मुस्लिम]] [[भारत के मुख्य न्यायाधीश|मुख्य न्यायाधीश]] थे। उन्हें भारत के प्रथम कार्यवाहक राष्ट्रपति कहना ज़्यादा उपयुक्त होगा, क्योंकि वह भारत की संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार निर्वाचित [[राष्ट्रपति]] नहीं थे। एक जज के रूप में [[मुहम्मद हिदायतुल्लाह]] के कार्यकाल का आरंभ [[24 जून]], [[1946]] से आरंभ हुआ जो [[16 दिसम्बर]], [[1970]] तक जारी रहा। भारत में इस पद पर रहते हुए किसी भी अन्य व्यक्ति ने इतना लम्बा कार्यकाल नहीं गुज़ारा। सेवानिवृत्त होने के दो दिन बाद आप [[मुंबई]] चले गए। [[1971]] में उन्होंने बेलग्रेड में विश्व के जजों की असेम्बली में शिरकत की। [[रबीन्द्रनाथ टैगोर]] और [[जवाहरलाल नेहरू|पण्डित नेहरू]] के बाद इन्हें ही '''नाइट ऑफ़ मार्क ट्वेन''' की उपाधि [[1972]] में अमेरिका की 'इंटरनेशनल मार्क ट्वेन सोसाइटी' ने प्रदान की थी।


{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मुहम्मद हिदायतुल्लाह]]
{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मुहम्मद हिदायतुल्लाह]]

10:35, 25 सितम्बर 2016 का अवतरण