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लार्ड कैनिंग [[भारत]] में कम्पनी द्वारा नियुक्त अन्तिम गवर्नर जनरल तथा ब्रिटिश सम्राट के अधीन नियुक्त भारत का पहला वायसराय था। इसके समय में ही 1857 का महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विद्रोह हुआ। कैनिण्ग के महत्वपूर्ण कार्य इस प्रकार हैं- | लार्ड कैनिंग [[भारत]] में कम्पनी द्वारा नियुक्त अन्तिम गवर्नर जनरल तथा ब्रिटिश सम्राट के अधीन नियुक्त [[भारत]] का पहला वायसराय था। इसके समय में ही 1857 का महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विद्रोह हुआ। कैनिण्ग के महत्वपूर्ण कार्य इस प्रकार हैं- | ||
*सैन्य सुधार के अन्तर्गत कैंनिग ने भारतीय सैनिकों संख्या घटाते हुए उनके हाथों से तोपखानें के अधिकार को छीन लिया। | *सैन्य सुधार के अन्तर्गत कैंनिग ने भारतीय सैनिकों संख्या घटाते हुए उनके हाथों से तोपखानें के अधिकार को छीन लिया। | ||
*आर्थिक सुधारों के अन्तर्गत कैंनिंग ने ब्रिटिश अर्थशास्त्री विल्सन को भारत बुलाया। | *आर्थिक सुधारों के अन्तर्गत कैंनिंग ने ब्रिटिश अर्थशास्त्री विल्सन को [[भारत]] बुलाया। | ||
*मैकाले के दण्ड विधान, जाब्ता दीवानी व जाब्ता फ़ौजदारी को अन्तिम रूप से 1860 ई. में स्वीकार कर लिया। | *मैकाले के दण्ड विधान, जाब्ता दीवानी व जाब्ता फ़ौजदारी को अन्तिम रूप से 1860 ई. में स्वीकार कर लिया। | ||
*1857 में प्रथम स्वतंत्रता सग्राम हुआ। | *1857 में प्रथम स्वतंत्रता सग्राम हुआ। |
09:51, 20 सितम्बर 2010 का अवतरण
लार्ड कैनिंग भारत में कम्पनी द्वारा नियुक्त अन्तिम गवर्नर जनरल तथा ब्रिटिश सम्राट के अधीन नियुक्त भारत का पहला वायसराय था। इसके समय में ही 1857 का महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विद्रोह हुआ। कैनिण्ग के महत्वपूर्ण कार्य इस प्रकार हैं-
- सैन्य सुधार के अन्तर्गत कैंनिग ने भारतीय सैनिकों संख्या घटाते हुए उनके हाथों से तोपखानें के अधिकार को छीन लिया।
- आर्थिक सुधारों के अन्तर्गत कैंनिंग ने ब्रिटिश अर्थशास्त्री विल्सन को भारत बुलाया।
- मैकाले के दण्ड विधान, जाब्ता दीवानी व जाब्ता फ़ौजदारी को अन्तिम रूप से 1860 ई. में स्वीकार कर लिया।
- 1857 में प्रथम स्वतंत्रता सग्राम हुआ।
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