"साँचा:विशेष आलेख": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
|-
|-
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
<div style="padding:3px">[[चित्र:Indian-Culture.jpg|right|border|90px|link=भारतीय संस्कृति]]</div>
<div style="padding:3px">[[चित्र:500-1000-rupee-notes.jpg|right|border|120px|link=विमुद्रीकरण]]</div>
<poem>
<poem>
           '''[[भारतीय संस्कृति]]''' भारत के विस्तृत [[भारत का इतिहास|इतिहास]], [[साहित्य]], [[भारत का भूगोल|विलक्षण भूगोल]], विभिन्न [[धर्म|धर्मों]] तथा उनकी परम्पराओं का सम्मिश्रण है। भारतीय संस्कृति को 'देव संस्कृति' कहकर भी सम्मानित किया गया है। भारत के निवासी और उनकी जीवन शैलियाँ, उनके नृत्‍य और [[संगीत]] शैलियाँ, [[कला]] और हस्‍तकला जैसे अन्‍य अनेक विधाएँ भारतीय संस्‍कृति और विरासत के विभिन्‍न वर्णों को प्रस्तुत करती हैं, जो देश की राष्ट्रीयता का सच्‍चा चित्र प्रस्‍तुत करते हैं। भारतीय संस्कृति विश्व की प्रधान संस्कृति है, यह कोई गर्वोक्ति नहीं, बल्कि वास्तविकता है। हज़ारों वर्षों से [[भारत]] की सांस्कृतिक प्रथाओं, [[भाषा|भाषाओं]], रीति-रिवाज़ों आदि में विविधता बनी रही है जो कि आज भी विद्यमान है और यही अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति की महान विशेषता है। [[भारतीय संस्कृति|... और पढ़ें]]</poem>
           '''[[विमुद्रीकरण]]''' एक आर्थिक गतिविधि है जिसके अंतर्गत सरकार पुरानी मुद्रा को समाप्त कर नई मुद्रा को प्रचलित करती है। जब देश में [[काला धन]] बढ़ जाता है और अर्थव्यवस्था के लिए ख़तरा बन जाता है तो इसे दूर करने के लिए इस विधि का प्रयोग किया जाता है। भारत की आज़ादी के बाद प्रधानमंत्री [[मोरारजी देसाई]] के प्रधानमंत्रित्व काल में जनवरी 1978 में ₹1000, ₹5000 और ₹10000 के नोट को पहली बार विमुद्रीकृत किया गया। 8 नवंबर, 2016 को भारतीय प्रधानमंत्री [[नरेंद्र मोदी]] ने ₹500 और ₹1000 के नोटों को उसी रात 12 बजे से बंद किए जाने की घोषणा की। [[भारत]] में मुद्रा संबंधी कार्य [[भारतीय रिज़र्व बैंक]] संभालती है। [[भारत सरकार]], रिज़र्व बैंक की सलाह पर जारी किये जाने वाले विभिन्न मूल्यवर्ग के बैंकनोटों के संबंध में निर्णय लेती है। [[विमुद्रीकरण|... और पढ़ें]]</poem>
<center>
<center>
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
|-
|-
| [[चयनित लेख|पिछले आलेख]] →
| [[चयनित लेख|पिछले आलेख]] →
| [[भारतीय संस्कृति]]
| [[श्राद्ध]]  
| [[श्राद्ध]]  
| [[स्वतंत्रता दिवस]]
|}
|}
</center>
</center>
|}<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude>
|}<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude>

13:21, 22 नवम्बर 2016 का अवतरण

एक आलेख

          विमुद्रीकरण एक आर्थिक गतिविधि है जिसके अंतर्गत सरकार पुरानी मुद्रा को समाप्त कर नई मुद्रा को प्रचलित करती है। जब देश में काला धन बढ़ जाता है और अर्थव्यवस्था के लिए ख़तरा बन जाता है तो इसे दूर करने के लिए इस विधि का प्रयोग किया जाता है। भारत की आज़ादी के बाद प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्रित्व काल में जनवरी 1978 में ₹1000, ₹5000 और ₹10000 के नोट को पहली बार विमुद्रीकृत किया गया। 8 नवंबर, 2016 को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ₹500 और ₹1000 के नोटों को उसी रात 12 बजे से बंद किए जाने की घोषणा की। भारत में मुद्रा संबंधी कार्य भारतीय रिज़र्व बैंक संभालती है। भारत सरकार, रिज़र्व बैंक की सलाह पर जारी किये जाने वाले विभिन्न मूल्यवर्ग के बैंकनोटों के संबंध में निर्णय लेती है। ... और पढ़ें

पिछले आलेख भारतीय संस्कृति श्राद्ध